ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं

भारत का नया गोल्ड एक्सचेंज कैसे करेगा काम? ऐसे कर सकेंगे ट्रेडिंग
सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने गोल्ड एक्सचेंज के लिए प्रस्ताव तैयार किया है. आइए जानते हैं कि नया फ्रेमवर्क क्या कहता है और इसमें गोल्ड की ट्रेडिंग कैसे होगी.
भारत की सालाना सोने की मांग 800-900 टन है. यह बड़ा आयातक है, लेकिन कीमत का आधार तय करने के लिए कोई बड़ा लिक्विड स्पॉट मार्केट नहीं है. सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने गोल्ड एक्सचेंज के लिए प्रस्ताव तैयार किया है. आइए जानते हैं कि नया फ्रेमवर्क क्या कहता है और इसमें गोल्ड की ट्रेडिंग कैसे होगी.
नई व्यवस्था
निवेशक इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिप्ट्स (EGRs) में ट्रेडिंग कर सकते हैं, जिन्हें मौजूदा शेयर बाजारों में फिजिकल गोल्ड के बदले में जारी किया जाएगा. सेबी फ्रेमवर्क के मुताबिक, ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं इसके साथ इन्हें प्रस्तावित गोल्ड एक्सचेंज में भी जारी किया जाएगा.
नई व्यवस्था में गोल्ड की ट्रेडिंग कैसे होगी?
निवेशक ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं मौजूदा स्टॉक एक्सचेंजेज और प्रस्तावित गोल्ड एक्सचेंज पर इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसिप्ट्स (EGRs) में ट्रेडिंग कर सकते हैं. EGRs को फिजिकल गोल्ड के बदले में जारी किया जाएगा. निवेशक फिजिकल गोल्ड को वॉल्ट्स में सब्मिट कर सकते हैं और उन्हें इसके बदले ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं EGR जारी किए जाएंगे. वॉल्ट्स और स्टोरेज का रखरखाव सेबी द्वारा रजिस्टर्ड वॉल्ट मैनेजर्स करेंगे. वॉल्ट मैनेजर और सेबी रजिस्टर्ड ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं डिपॉजिटरीज फिजिकल गोल्ड के बदले EGR को जारी करने की सुविधा देते हैं. EGR 1 किलोग्राम, 100 ग्राम और 50 ग्राम के होंगे. EGRs की वैलिडिटी हमेशा के लिए रहेगी.
गोल्ड एक्सचेंज कैसे काम करता है?
गोल्ड एक्सचेंज EGRs को खरीदने और बेचने के लिए राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म होगा. यह सोने के लिए राष्ट्रीय कीमत तय करने का ढांचा भी बनाएगा. गोल्ड एक्सचेंज वैल्यू-चैन पार्टिसिपेंट्स के साथ पूरे गोल्ड मार्केट इकोसिस्टम के लिए कई बेनेफिट्स पेश करेगा, जैसे प्रभावी और पारदर्शी तरीके से कीमत का पता लगाना, इन्वेस्टमेंट लिक्विडिटी और गोल्ड की गुणवत्ता का भरोसा. लेकिन मौजूदा के साथ नए शेयर बाजारों को भी EGR में ट्रेडिंग करने की इजाजत दी गई है.
इसके फायदे और नुकसान क्या हैं?
भारतीय निवेशकों के पास सोने में निवेश करने के कई विकल्प मौजूद हैं. इनमें फिजिकल गोल्ड बाजार, गोल्ड ईटीएफ, गोल्ड फंड ऑफ फंड्स, सॉवरेन गोल्ड फंड्स और डिजिटल गोल्ड शामिल है. सभी के अपने फायदे और नुकसान हैं. गोल्ड एक्सचेंज और गोल्ड EGR लिक्विडिटी, सुरक्षा और टैक्स के मामले में बेहतर हैं. छोटी ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं से मध्य अवधि में सोने में निवेश के लिए यह बेहतर है.
सीएम जयराम अपनी हार देख कर बन गए भविष्यवक्ता : सुखविंदर सिंह सुक्खू
दिल्ली में जमकर सीएम जयराम पर बरसे सुखविंदर सिंह सुक्खू
Update: Tuesday, November 29, 2022 @ 10:15 PM
शिमला। हिमाचल में 97 फीसदी हिंदू होने के बाद भी बीजेपी (BJP) की हार पक्की है। यह बात मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू (Sukhwinder Singh Sukhu) ने दिल्ली में कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल में बीजेपी का हिंदूवाद का नारा किसी काम नहीं आएगा, वह पूरी तरह से फेल होने वाला है। उन्होंने कहा कि हिमाचल देश का पहला ऐसा हिंदू स्टेट होगा, जहां 97 फीसदी हिंदू आबादी होने के बावजूद बीजेपी की हार होगी। उन्होंने कहा कि हिमाचल में बीजेपी का हिंदूवाद का नारा फेल होने वाला है। उन्होंने कहा कि हिमाचल के विधानसभा चुनाव में महंगाई, बेरोजगारी का नारा चुनावी मुद्दा बना है।
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इस दौरान सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) पर भी जमकर हमला किया। सुक्खू ने सीएम जयराम के उस बयान जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस में सीएम की दौड़ में शामिल ज्यादातर नेता चुनाव हार रहे पर पलटवार करते हुए कहा कि जयराम ठाकुर खुद हार रहे हैं। वह अपनी हार सामने देखकर भविष्यवक्ता (Soothsayer) बन गए हैं। मतपेटियों में हमारा भाग्य छिपा है और जयराम हमारा भाग्य तय कर रहे हैं। यह दर्शाता है कि जयराम ठाकुर यह मान चुके हैं कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने वाली है। वहीं सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस बात का भी खंडन किया कि कांग्रेस को होर्स ट्रेडिंग (खरीद-फरोख्त) का डर सता रहा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में ऐसा रिवाज नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को इतनी सीटें ही नहीं मिल रही कि होर्स ट्रेडिंग (Horse Trading) करनी पड़ेगी। प्रदेश में कांग्रेस (Congress) की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने वाली है।
ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं
नई दिल्ली: अगर ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान क्या हैं आप सोना चांदी खरीदने के बारे में सोच रहे है तो यह खबर आपके काम की हो सकती है। सोने और चांदी के दाम में आज बढ़त देखी जा रही है,शादियों के सीजन में सोने की कीमत में उतार-चढ़ाव लगा हुआ है। आज हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोने-चांदी की कीमत में बढ़ोतरी दिख रही है। आज मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने का भाव (Gold Price Today) शुरुआती कारोबार में 0.17 फीसदी तेज हो गया है, जबकि चांदी (Silver price Today) भी 0.63 फीसदी चढ़कर कारोबार कर रही है।
सोने-चांदी का भाव
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोमवार को वायदा बाजार में 24 कैरेट शुद्धता वाले सोने का भाव 9:10 बजे तक 87 रुपये चढ़कर 52,260 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जबकि चांदी का भाव कल के बंद भाव से 384 रुपये उछलकर 61,275 रुपये पर कारोबार कर रहा है। आपको बता दें कि पिछले कारोबारी सत्र यानी सोमवार को सोने का भाव एमसीएक्स पर 403 रुपये गिरकर 52,141 पर बंद हुआ था, जबकि आज सोने में ट्रेडिंग 52,247 रुपये प्रति दस ग्राम से शुरू हुई थी।
ग्लोबल मार्केट में सोना और चांदी के भाव
अब बात करते हैं ग्लोबल मार्केट की तो अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना और चांदी के भाव आज भी दबाव में हैं। सोने का हाजिर भाव आज 0.07 फीसदी गिरकर 1,749.75 डॉलर प्रति औंस हो गया है। वहीं, अंतरराष्ट्रीय बाजार में चांदी का भाव आज लुढ़क गया है। चांदी आज 0.20 फीसदी गिरकर 21.23 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही है। पिछले एक महीने में सोने का भाव 7.47 फीसदी चढ़ा है। वहीं, चांदी का रेट एक महीने में 11 फीसदी तेज हो गया है।