तरीके और तकनीक

मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है

मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है
एक बात यह ध्यान रखें कि ग्राहक आएगा तो ही बिक्री बढ़ेगी और ग्राहक लाने के लिए उचित मार्केटिंग रणनीति आवश्यक है। यहां पर उचित मार्केटिंग रणनीति का मतलब मार्केटिंग के तरीके और प्लेट-फॉर्म से है। जैसे ग्राहक अगर मोबाइल चलाने हैं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं तो डिजिटल मार्केटिंग करने फायदे का सौदा साबित होगा।

विज्ञापन रणनीति के लिए एक बाज़ारिया की मार्गदर्शिका

किसी ब्रैंड की मार्केटिंग रणनीति खरीदारों तक पहुंचने के लिए एक लॉन्ग-टर्म प्लान है. मार्केटिंग रणनीति में प्रोडक्ट और प्राइसिंग के साथ-साथ ब्रैंड मार्केटिंग और प्रोडक्ट के प्रचार को शामिल किया गया है. आपके ब्रैंड की मार्केटिंग रणनीति में एडवरटाइज़िंग से लेकर नए कस्टमर की जागरूकता बढ़ाने, खरीदारी करने के सभी तरीके और कस्टमर को बार-बार आने वाले विज़िटर में बदलने तक सब कुछ शामिल होना चाहिए. अपने ब्रैंड के विकास और मार्केटिंग प्रयासों की चार्ट बनाने पर एक मार्केटिंग रणनीति आंतरिक रूप से एक फ़ायदेमंद रिसोर्स होगी और इसे अपने ब्रैंड को बाहरी ऑडियंस को शोकेस करने के लिए पिच डेक या प्रेज़ेन्टेशन में भी बदला जा सकता है.

मार्केटिंग रणनीतियों के कई प्रकार हैं: एडिटोरियल रणनीतियां, कॉन्टेंट रणनीतियां, सोशल मीडिया संबंधी रणनीतियां, इनफ़्लुएंसर रणनीतियां आदि. मूल रूप से, आप किसी भी प्रकार के प्रोडक्ट के लिए मार्केटिंग रणनीति बना सकते हैं, चाहे वह फ़िज़िकल कॉन्टेंट हो या डिजिटल. एक रणनीति होने से उस प्रोडक्ट को ऐसे कंज़्यूमर के सामने लाने में मदद मिलेगी, जो इसे लेना चाहते हैं या जिन्हें इसकी बहुत ज़रूरत है.

Video Marketing: वीडियो मार्केटिंग के ज़रिए व्यापारी ऐसे दिलाता है अपने ब्रांड को पहचान, जानें वीडियो मार्केटिंग के बेहतरीन तीन टिप्स

Video Marketing: वीडियो मार्केटिंग के ज़रिए व्यापारी ऐसे दिलाता है अपने ब्रांड को पहचान, जानें वीडियो मार्केटिंग के बेहतरीन तीन टिप्स

एक समय हुआ करता था, जब किसी भी व्यापारी के लिए बाजार में अपने प्रोडक्ट या सर्विस को उतारने से लेकर कस्टमर के बीच प्रोडक्ट को पहचान दिलाने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, लेकिन तकनीक ने व्यापार को लोगों के बीच पहचान दिलाने का काम काफी आसान बना दिया है.

बात की जा रही है वीडियो मार्केटिंग की, जिसके इस्तेमाल से हर ब्रांड बाजार में अपनी नई पहचान बना रहा है. एक रिसर्च बताती है कि अगर आपके लैंडिंग पेज़ पर आपके काम को परिभाषित करने वाली वीडियो मौजूद है तो वीडियो आपके ब्रांड के लिए आवाज़ बनने में 80% भूमिका निभाती है. यानि कि ब्रांड प्रोमोशन में वीडियो का योगदान बाकी दूसरे माध्यमों की तुलना में सबसे ज्यादा होता है. आइये इस आर्टिकल में जानें कि अपने ब्रांड के लिए वीडियो मार्केटिंग का उपयोग करते वक्त आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और कौन-सी बातें आपको अपने वीडियो कॉंन्टेंट में इस्तेमाल करनी चाहिए.

अपना बिजनेस प्लान कैसे लिखें?

व्यवसाय के लिए बिजनेस प्लान कैसे शुरू करें? यह सबसे अधिक पूछा जाने वाला प्रश्न है। कई बार यह फर्मों और संगठनों के लिए हमेशा एक भ्रमित करने वाला विषय रहा है। एक उत्तम बिजनेस प्लान बनाना फर्म या व्यवसाय के विकास के लिए लाभदायक सिद्ध होता है। एक बिजनेस प्लान बनाने में बहुत सारा रिसर्च और विस्तृत प्रक्रिया शामिल होती है जिसमें बहुत सारे चरण शामिल होते हैं जिनमें से कुछ एक दूसरे को ओवरलैप करते हैं या परस्पर संबंधित होते हैं। आइये आपको बताते हैं कि अपने व्यवसाय का बिजनेस प्लान कैसे लिखा जा सकता है।

रिसर्च करना प्रमुख कार्य है

विस्तृत रिसर्च में ग्राहकों और प्रतियोगियो के बारे में जानकारी निकालना और व्यवसाय की वर्किंग कैपिटल लागत के बारे में विस्तार से पता चलता है। फैक्ट जानने के लिए विभिन्न विधियों का उपयोग किया जा सकता है। डेटा को लेखों और डेटा बेस से लेकर अन्य उद्यमियों या यहां तक कि संभावित ग्राहकों के साथ साक्षात्कार की व्यवस्था करने के लिए विभिन्न तरीकों से निकाला जा सकता है। एकत्र की गई सभी सूचनाओं के साथ रिसर्च को सावधानीपूर्वक व्यवस्थित और डॉक्यूमेंटेशन किया जाना है। इससे यह पता चलता है कि आपके बिजनेस का दायरा कैसा होगा और कितना फंड की आवश्यकता होगी।

बिजनेस प्लान के प्रकार

बिजनेस प्लान मुख्य तौर पर दो प्रकार का बनाया जाता है। दोनों प्रकार का बिजनेस प्लान विस्तार से निम्नलिखित है:

  1. आंतरिक रुप से केंद्रित बिजनेस प्लान
  2. बाहरी रुप से केंद्रित बिजनेस प्लान

आंतरिक रुप से केंद्रित बिजनेस प्लान

यह एक वह बिजनेस प्लान है जो आंतरिक रूप से केंद्रित व्यावसायिक लक्ष्यों, मध्यवर्ती लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करता है। जो किसी संगठन को उनकी बाहरी रूप से केंद्रित व्यावसायिक योजनाओं तक पहुंचने में मदद करती है। एक आंतरिक रूप से केंद्रित बिजनेस प्लान में एक नई सेवा जैसे विवरण शामिल हो सकते हैं जिसे व्यवसाय में जोड़ा गया है, नए उत्पादों की एक पंक्ति जिसे कंपनी लॉन्च करने जा रही है, कंपनी के वित्तीय मामलों में पुनर्गठन, एक नई आईटी प्रणाली की स्थापना या यहां तक कि व्यवसाय या उद्यम का नवीनीकरण होना शामिल होता है। आंतरिक रुप से केंद्रि बिजनेस प्लान में यह भी बताया जाता है कि पिछले दिनों में बिजनेस ने क्या – क्या सफलता अर्जित की है।

बिजनेस से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां

बिजनेस के बारे में जरुरी जानकारी

आज व्यवसाय में सफल होने के लिए, आपके पास एक अच्छा बिजनेस प्लान होना अनिवार्य है। बिजनेस प्लान के आधार पर ही बिजनेस चलता है और सफल होता है। बिजनेस लोन लेने के लिए भी बिजनेस प्लान चाहिए होता है। तो जानिए कि एक अच्छा बिजनेस प्लान बनाने के लिए मूल तत्व कौन से हैं-

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एक बेहतर बिजनेस प्लान के प्रमुख तत्व

एक अच्छा बिजनेस प्लान बनाने की प्रक्रिया शुरु होता है बिजनेस के प्रोडक्ट से। एक अच्छे बिजनेस प्लान में निम्नलिखित बातों को शामिल किया जाना चाहिए:

  • संपूर्ण अनुक्रमणिका (टोटल इंडेक्स) के साथ कवर पेज़
  • बिजनेस प्लान का सारांश
  • बिजनेस का आदर्श वाक्य या टैग लाइन
  • व्यवसाय का संक्षिप्त विवरण
  • कारोबारी माहौल का विश्लेषण
  • स्वाट अनालिसिस। प्रमुख बातों को शामिल करना होता है
  • उद्योग पृष्ठभूमि
  • प्रतियोगियों का विश्लेषण
  • मार्केट का विश्लेषण
  • मार्केटिंग प्लान
  • बिजनेस ऑपरेशन प्लान
  • मैनेजमेंट सारांश
  • वित्तीय योजना (फाइनेंशियल प्लान)
  • बिजनेस द्वारा हाल में हासिल की कई सफलता

उपरोक्त बातों से मिलकर एक बेहतर बिजनेस प्लान का निर्माण होता है। यह बात ध्यान रखने वाली है कि जितना बेहतर और डिटेल बिजनेस प्लान होगा, वास्तविक बिजनेस का दायरा भी उतना ही बड़ा होगा। बिजनेस प्लान में शामिल प्रमुख बातों के बारे में जानिए।

अपना बिजनेस प्लान कैसे लिखें?

व्यवसाय के लिए बिजनेस प्लान कैसे शुरू करें? यह सबसे अधिक पूछा जाने वाला प्रश्न है। कई बार यह फर्मों और संगठनों के लिए हमेशा एक भ्रमित करने वाला विषय रहा है। एक उत्तम बिजनेस प्लान बनाना फर्म या व्यवसाय के विकास के लिए लाभदायक सिद्ध होता है। एक बिजनेस प्लान बनाने में बहुत सारा रिसर्च और विस्तृत प्रक्रिया शामिल होती है जिसमें बहुत सारे चरण शामिल होते हैं जिनमें से कुछ एक दूसरे को ओवरलैप करते हैं या परस्पर संबंधित होते हैं। आइये आपको बताते हैं कि अपने व्यवसाय का बिजनेस प्लान कैसे लिखा जा सकता है।

रिसर्च करना प्रमुख कार्य है

विस्तृत रिसर्च में ग्राहकों और प्रतियोगियो के बारे में जानकारी निकालना और व्यवसाय की वर्किंग कैपिटल लागत के बारे में विस्तार से पता चलता है। फैक्ट जानने के लिए विभिन्न विधियों का उपयोग किया जा सकता है। डेटा को लेखों और डेटा बेस से लेकर अन्य उद्यमियों या यहां तक कि संभावित ग्राहकों के साथ साक्षात्कार की व्यवस्था करने के लिए विभिन्न तरीकों से निकाला जा सकता है। एकत्र की गई सभी सूचनाओं के साथ रिसर्च को सावधानीपूर्वक व्यवस्थित और डॉक्यूमेंटेशन किया जाना है। इससे यह पता चलता है कि आपके बिजनेस का दायरा कैसा होगा और कितना फंड की आवश्यकता होगी।

बिजनेस प्लान के प्रकार

बिजनेस प्लान मुख्य तौर पर दो प्रकार का बनाया जाता है। दोनों प्रकार का बिजनेस प्लान विस्तार से निम्नलिखित है:

  1. आंतरिक रुप से केंद्रित बिजनेस प्लान
  2. बाहरी रुप से केंद्रित बिजनेस प्लान

आंतरिक रुप से केंद्रित बिजनेस प्लान

यह एक वह बिजनेस प्लान है जो आंतरिक रूप से केंद्रित व्यावसायिक लक्ष्यों, मध्यवर्ती लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करता है। जो किसी संगठन को उनकी बाहरी रूप से केंद्रित व्यावसायिक योजनाओं तक पहुंचने में मदद करती है। एक आंतरिक रूप से केंद्रित बिजनेस प्लान में एक नई सेवा जैसे विवरण शामिल हो सकते हैं जिसे व्यवसाय में जोड़ा गया है, नए उत्पादों की एक पंक्ति जिसे कंपनी लॉन्च करने जा रही है, कंपनी के वित्तीय मामलों में पुनर्गठन, एक नई आईटी प्रणाली की स्थापना या यहां तक कि व्यवसाय या उद्यम का नवीनीकरण होना शामिल होता है। आंतरिक रुप से केंद्रि बिजनेस प्लान में यह भी बताया जाता है कि पिछले दिनों में बिजनेस ने क्या – क्या सफलता अर्जित की है।

Digital Marketing, क्या होती है डिजिटल मार्केटिंग और किस तरह आप भी बना सकते है अपना सफल करियर

ये डिजिटलाइजेशन का युग चल रहा है. डिजिटल इंडिया कैंपेन के बारे में आप सब ने तो सुन हीं रखा होगा. हर छोटी से मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है लेकर बड़ी सुविधाएँ हमसे सिर्फ एक क्लिक पर दूर हैं. फ़िर चाहे बात ग्रोसरी शौपिंग की हो, बैंकिंग की, समय से हमारे पास मेडिसिन पहुँचने की, ब्लड टेस्ट्स करवाने की, प्रॉपर्टी खरीदने की या फिर वर्क फ्रॉम होम यानि कि घर से ऑफिस करने की. अब तो ई-गवर्नेंस, ई-कोर्ट और ई-पंचायत तक आ चुकी हैं.

जब सब कुछ हमारे फ़ोन या लैपटॉप से हीं हो जाता है तो मार्केटिंग का तरीका भी बदलना लाज़मी है. इसलिए आजकल डिजिटल मार्केटिंग बहुत तेज़ी से प्रोग्रेस कर रही है. Click here to buy a course on Digital Marketing- Digital Marketing Specialization Course

मार्केटिंग के होते हैं विभिन्न प्रकार

मार्केटिंग के अलग-अलग तरीके होते हैं. जैसे कि डायरेक्ट मार्केटिंग (जो कि मार्केटिंग का पारंपरिक तरीका है), टेली मार्केटिंग, डिजिटल मार्केटिंग, एफिलिएट मार्केटिंग, इन्फ्लुएंसर मार्केटिंग, रिलेशनशिप मार्केटिंग इत्यादि.

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जो तरीका आजकल सबसे ज्यादा चलन में है वो है डिजिटल मार्केटिंग. इन सभी तरीकों से लोग अपने प्रोडक्ट्स या सर्विसेज की मार्केटिंग हीं करते हैं बस माध्यम बदलता रहता है. पारंपरिक तरीके (जैसे कि डायरेक्ट मार्केटिंग) से की जाने वाली मार्केटिंग ऑफलाइन माध्यम से की जाती है, टेली मार्केटिंग में लोग फ़ोन कॉल के जरिये अपने उत्पादों की जानकारी आप तक पहुंचाते हैं वैसे हीं डिजिटल मध्यम से अपने उत्पादों की जानकारी आप तक पहुँचाना डिजिटल मार्केटिंग कहलाता है.

इंटरनेट और डिजिटल कम्युनिकेशन के भिन्न-भिन्न रूपों का उपयोग करके संभाव्य उपभोगताओं से जुड़ना और अपने ब्रांडों के लिए प्रचार करना हीं डिजिटल मार्केटिंग कहलाता है. डिजिटल मार्केटिंग को ऑनलाइन मार्केटिंग भी मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है कहा जाता है.

अपने फोन, कंप्यूटर, टैबलेट या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस को इस्तेमाल करते वक़्त आपने उस पर आने वाले ऑनलाइन वीडियो, डिस्प्ले विज्ञापन, सर्च इंजन मार्केटिंग, पेड सोशल विज्ञापन या सोशल मीडिया पोस्ट आदि जरुर देखे होंगे. ये सभी डिजिटल मार्केटिंग के मार्केटिंग अभियानों से जुड़े हुए होते हैं. इसमें ईमेल, सोशल मीडिया और वेब-आधारित विज्ञापन हीं नहीं बल्कि मार्केटिंग चैनल के रूप में टेक्स्ट और मल्टीमीडिया संदेश भी शामिल होते है.

अलग अलग चैनल होते हैं माध्यम

डिजिटल मार्केटिंग विभिन्न चैनलों के माध्यम से की जाती है जैसे कि वेबसाइट, सोशल मीडिया, वेब एप्लीकेशन, सर्च इंजन, ईमेल, मोबाइल एप्लिकेशन या अन्य किसी भी प्रकार की नई डिजिटल प्रणाली. डिजिटल मार्केटिंग किसी भी प्रोडक्ट या सर्विस की मार्केटिंग की ऐसी शैली है जिसमें इलेक्ट्रॉनिक माध्यम का इस्तेमाल किया जाता है.
मार्केटिंग मार्केट विश्लेषण को किस तरीके से किया जाता है
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