इन्वेस्ट करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें

Share Market Me Investment Kaise Karen | शेयर बाजार में निवेश कैसे करें | शेयर मार्केट में इन्वेस्ट कैसे करे
Share Market Me Investment Kaise Karen
(Share Market Me Investment Kaise Karen ) शेयर बाजार में निवेश करना मुश्किल हो सकता है, खासकर अगर कोई शुरुआत कर रहा है। हालाँकि, प्रक्रिया अब बहुत सुव्यवस्थित है कि शेयर बाजार में निवेश करने के लिए सभी उपकरण इलेक्ट्रॉनिक रूप से उपलब्ध हैं। शेयर बाजार में निवेश करने के बारे में उत्सुक हैं? यहां निवेश प्रक्रिया है।
शेयर बाजार में निवेश कैसे करें | Share Market में पैसे कैसे Invest करें
कुछ दुर्लभ मामलों में, व्यापारी के लिए सीधे अपने बैंक खाते से आवेदन करना भी संभव है। आरंभिक सार्वजनिक पेशकश पर बाजार की प्रतिक्रिया के आधार पर, एक व्यापारी को चुनिंदा शेयरों का आवंटन किया जाएगा। एक बार जब सभी आईपीओ आवेदन प्राप्त हो जाते हैं और कंपनी द्वारा गिना जाता है, तो उन शेयरों को मांग और उपलब्धता के आधार पर आवंटित किया जाता है। एक प्रक्रिया के माध्यम से अपने नेट बैंकिंग खाते के माध्यम से आईपीओ के लिए आवेदन करना काफी आसान है, जिसे एप्लिकेशन सपोर्टेड बाय ब्लॉक्ड अमाउंट (एएसबीए) के रूप में जाना जाता है।
एएसबीए प्रक्रिया के अनुसार, अगर कोई कंपनी को भेजे जाने के बजाय ₹1 लाख के शेयरों के लिए आवेदन करता है, तो इन फंडों को उनके बैंक खाते में ब्लॉक कर दिया जाएगा। एक बार जब आप शेयरों का आवंटन प्राप्त कर लेते हैं, तो शेष राशि जारी होने के साथ सटीक राशि डेबिट कर दी जाएगी। आईपीओ को भेजे जाने वाले सभी आवेदनों के लिए इस प्रोटोकॉल का पालन करना आवश्यक है। व्यापारियों को शेयर आवंटित होने के बाद, वे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध होते हैं, और आप लगभग एक सप्ताह के भीतर उनका व्यापार शुरू कर सकते हैं।
चरण 1: प्राथमिक बाजार के समान, द्वितीयक बाजार के लिए भी आवश्यक है कि आपका अपना डीमैट और ट्रेडिंग खाता हो। द्वितीयक बाजार में निवेश करने के लिए यह शुरुआती बिंदु है। इन दोनों खातों को निर्बाध लेनदेन के लिए पहले से मौजूद बैंक खाते से जोड़ा जाना चाहिए।
चरण 2: अगला कदम उस ट्रेडिंग खाते में लॉग इन करना है। फिर आगे बढ़ें और उन शेयरों को चुनें जिन्हें आप बेचना या खरीदना चाहते हैं। सुनिश्चित करें कि आपके खाते में आवश्यक राशि है जो आपको शेयर खरीदने में मदद कर सकती है। वैकल्पिक रूप से, यदि आप बेचना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपके पास बेचने से पहले शेयरों की सही संख्या है।
चरण 3: इसके बाद, वह कीमत तय करें जिस पर आप शेयर खरीदना चाहते हैं और इसे बेचना चाहते हैं। खरीदार या विक्रेता के उस अनुरोध के प्रति प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा करें।
चरण 4: धन/शेयरों को स्थानांतरित करके अपना शेयर बाजार निवेश लेनदेन पूरा करें और आपको धन/शेयर प्राप्त होंगे।
जैसा कि ऊपर बताया गया है, शेयर बाजारों में निवेश करने के तरीके बहुत सीधे और सरल हैं। सुनिश्चित करें कि आप उस समय के प्रति सचेत हैं जिसके लिए आप निवेशित रहना चाहते हैं और अपने निवेश से आप जिन वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करना चाहते हैं।
डीमैट/ट्रेडिंग खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज
जब शेयर बाजार में निवेश करने की बात आती है, तो एक महत्वपूर्ण पहलू आपके डीमैट खाता और ट्रेडिंग खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज हैं। वे इस प्रकार हैं:
- आवेदक का पैन कार्ड
- आवेदक का आधार कार्ड
- आईएसएफसी कोड, खाता संख्या, खाताधारक का नाम और हस्ताक्षर दिखाते हुए उनके सक्रिय बैंक खाते से रद्द किए गए चेक पर आवेदक का नाम।
- दस्तावेजों का विवरण है कि आवेदक एक स्थिर आय अर्जित करता है।
- आपके पते का एक प्रमाण जो आपके ब्रोकर, डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट या बैंक द्वारा स्वीकार किए गए दस्तावेजों की सूची पर आधारित है
- आवेदक की पासपोर्ट साइज फोटो।
बिना आधार कार्ड के डीमैट खाता खोलना भी पढ़ें ।
निवेश करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
शेयर बाजार में निवेश करना उतना मुश्किल नहीं है जितना कि उन लोगों को लगता है जिन्होंने इसे पहले कभी नहीं आजमाया है। हालांकि, लंबी अवधि में इसके द्वारा पुरस्कृत किए बिना व्यापार की दुनिया से बह जाना भी संभव है। इस परिणाम को रोकने के लिए, निवेश करने से पहले निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना महत्वपूर्ण है।
1. पोर्टफोलियो में विविधता स्वस्थ है आपका पोर्टफोलियो जितना विविध होगा, उतना ही स्वस्थ होगा। यदि आपके पोर्टफोलियो में एक विशेष परिसंपत्ति वर्ग हावी है, तो जब वह साधन कम पैच से गुजर रहा है, तो आपका पोर्टफोलियो आपके रास्ते में धन की एक स्थिर धारा की पेशकश नहीं करेगा। इसलिए एक परिसंपत्ति वर्ग की कम अवधि को ऑफसेट करने के लिए, वित्तीय सलाहकार वैकल्पिक परिसंपत्ति वर्गों को जोड़ने की सलाह देते हैं। उदाहरण के लिए, इक्विटी को अक्सर बॉन्ड या अन्य डेट इंस्ट्रूमेंट में निवेश के साथ ऑफसेट किया जाता है। एक पोर्टफोलियो में यह संतुलन बाजार संकट की अवधि के खिलाफ सुरक्षित कर सकता है।
2. अपने निवेशक प्रोफाइल को समझें
इससे पहले कि आप आगे बढ़ें और बाजार में निवेश करें, यह महत्वपूर्ण है। आपकी निवेशक प्रोफ़ाइल यह बता सकती है कि आपके पैलेट के लिए किस प्रकार के उपकरण सबसे उपयुक्त हैं। यह जानकर कि कौन से उपकरण आपके लिए अच्छा काम करते हैं, आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आप अपनी जीवन शैली के लिए सबसे अच्छा जोखिम उठा रहे हैं।
3. अपनी निवेश यात्रा की योजना बनाएं
यदि आपके पास एक निवेश योजना है, जैसे कि आप अपने निवेश से कितना राजस्व अर्जित करना चाहते हैं और उस राशि को अर्जित करने के लिए आपको निवेशित रहने के लिए आवश्यक समय सीमा है, तो आप लाइन के नीचे संभावित नुकसान से बच सकते हैं।
क्रिप्टो करेंसी में निवेश से पहले इन्वेस्ट करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें ध्यान रखने योग्य बातें| Best Tips for Cryptocurrency Investors
नमस्कार दोस्तों, यह लेख आपको क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने से पहले जिन बातों का ध्यान रखना चाहिए उनकी जानकारी देगा। अगर आपको क्रिप्टो करेंसी के बारे में कुछ पूछना हो तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है। लेख को अंत तक जरूर पढ़िए।
Table of Contents|विषयसूची
क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने से पहले कुछ बातें अवश्य जांच लें।
शेयर मार्किट और गोल्ड की तरह ही क्रिप्टो भी एक इन्वेस्टमेंट एसेट बन गई है। इसको लेकर बहुत सारी अफवाहें भी हैं, मगर फिर भी यह दिन इन्वेस्ट करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें प्रतिदिन बढ़ (grow) रही है। इसमें कोई शक नहीं कि क्रिप्टो में एक तरफ प्रॉफिट बहुत अधिक है तो दूसरी तरफ इसके समानांतर जोखिम भी अधिक है। इसलिए एक नए निवेशक के लिए यह जरूरी हो जाता है कि उसे मार्किट की बुनियादी बातों का ज्ञान होना चाहिए।
कई बार ऐसा होता है कि किसी बड़ी न्यूज़ से कोई क्रिप्टो गिरने लगती है तो बाकी भी उसी अनुसार ड्राप होने लगती है। कई बार तो एक दिन में ही 30 से 40 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। ऐसे में क्रिप्टो और मार्किट के इन्वेस्ट करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें बारे में आपका बुनियादी ज्ञान ही आपके जोखिम को कम कर सकता है और आपके द्धारा निवेश की गई पूँजी को सुरक्षित रख सकता है। ऐसे में हमने एक सूची तैयार की है जो कि नए निवेशक को क्रिप्टो में निवेश करने में मदद करेगी।
क्रिप्टो बाजार पूँजी ( Market Capital )
किसी भी क्रिप्टो की असल कीमत क्या है इसे चैक करने के बहुत से तरीके हैं। सबसे पहले तो इसका मूल्य ही है और इसके बाद एक निवेशक के लिए क्रिप्टो की कीमत का आकलन करने और उसकी तुलना करने के लिए क्रिप्टो की मार्किट कैपिटलाइजेशन एक सटीक तरीका है। मार्किट कैपिटलाइजेशन से उस क्रिप्टो की क्षमता का पता लगता है ( मूल्य हाई जाने की क्षमता ) और यह भी पता लगता है कि यह क्रिप्टो दूसरो के मुकाबले कितनी सुरक्षित है। इस तरह से निवेशक अच्छी प्रकार से यह निर्णय लें सकते है कि उन्हें किस क्रिप्टो में निवेश करना है। अमूमन क्रिप्टो करेंसी को उनकी मार्किट कैपिटलाइजेशन के आधार पर तीन भागों में बांटा गया है:
1 लार्ज कैप (Large cap )
2 मिड कैप ( Mid cap )
3 स्माल कैप ( Small cap )
क्रिप्टो सर्कुलटिंग सप्लाई
कुल कॉइनस और टोकंस की वह संख्या जो कि मार्किट में लोगो के पास सक्रिय रूप से मौजूद है सर्कुलटिंग सप्लाई कहलाती है। जब भी कोई कंपनी कुल टोकन इशू करती है उसमे से कुछ प्रतिशत मार्किट में सर्कुलटिंग सप्लाई के लिए अलग रखती है। सर्कुलटिंग सप्लाई हमेशा कुल सप्लाई से काफी कम होती है। सर्कुलटिंग सप्लाई क्रिप्टो की एसेट वैल्यूएशन में सहायक है।
क्रिप्टो प्राइस ट्रेंड इन रिलेशन तो मार्किट ट्रेंड
किसी भी क्रिप्टो को खरीदने से पहले उसका मूल्य देखना तो जरूरी है इसके साथ साथ यह भी देखा जाना चाहिए कि मार्किट ट्रेंड कहाँ जा रहा है। हम किसी भी क्रिप्टो में इन्वेस्ट करने से पहले बारीकी से उसका मूल्य ट्रेंड और मार्किट ट्रेंड के बीच के सम्बन्ध को समझेंगे तो हम सही मायने में क्रिप्टो के बारे में जान पायेंगे और यह अनुमान लगा पायेंगे कि यह क्रिप्टो भविष्य में किस प्रकार से रिटर्न देगी।
क्रिप्टो सोशल मीडिया हैंडल
किसी भी क्रिप्टो में निवेश करने और उसमे वेल्थ बिल्ड करने के लिए आपको विस्तृत रूप से समझने और और बुनियादी रिसर्च की जरूरत है। बिना अपना दिमाग लगाए किसी अफवाहों को सुनकर या सोशल मीडिया की गतिविधियों को फॉलो करके निवेश करना जोखिम पूर्ण हो सकता है। हो सकता है ये अफवाहें कभी कभी आपका कुछ फायदा करवा दें मगर क्रिप्टो करेंसी में लम्बे अंतराल में मुनाफा कमाने के लिए और वेल्थ बिल्ड करने के लिए आपको मजबूत नीव की आवश्यकता होती है, इसलिए आपको अपना खुद से रिसर्च करना चाहिए और खुद से पूरा ज्ञान लेकर ही किसी क्रिप्टो में निवेश करें। यदि आप उस क्रिप्टो के इतिहास का ज्ञान और वर्तमान की गतिविधियाँ समझेंगे तो आप अपनी निवेश की गई पूँजी को अधिक सुरक्षित रख पायेंगे और किसी भी प्रकार के घोटाले (scam ) या नुक्सान होने के कारणों को कम कर पायेंगे।
Disclaimer
Cryptocurrency निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है। निवेश करने से पहले योजना से जुड़े सभी दस्तावेज़, शर्ते व नियम ध्यान से पढ़े। क्रिप्टो करेंसी भारत में क़ानूनी रूप से वैध नहीं है। ऊपर दिया गया लेख पूरी तरह से एक सूचना है। हमारा आपसे निवेदन है कि निवेश करने से पहले आप खुद से रिसर्च करके इसके बारे में जानकारी हासिल कर ले।
आज आप म्यूच्यूअल फंड के बारे में सब जान जायेंगे | Mutual Funds in Hindi
आज कल टीवी में या रोड साइड होर्डिंग्स या कई Magazines में हमें यह Quotation देखने को मिल जाता है।
बार बार कोई चीज़ अगर सामने आती है और हमें उसके बारे में नहीं पता होता तो मन में एक उत्सुकता आती है कि आखिर ये चीज़ है क्या ??
और अगर ये हमारे पैसे को बढ़ा सकती है या अच्छा रिटर्न दे सकती है तो इसे जानने की और इच्छा होती है।
आइये इस Article में हम लोग ये जानने की कोशिश करते है कि म्यूच्यूअल फंड क्या है (Mutual Funds in Hindi)
आगे बढ़ने से पहले कुछ Equity Mutual Fund Schemes के रिटर्न्स की बात करते है (Returns of Mutual Fund Schemes)
ये रिटर्न्स Compounding Returns है। इस समय Bank Fixed Deposits में लगभग 5% का कम्पाउंडिंग रिटर्न्स मिल रहा है। जबकि Equity Mutual Fund SIP में पिछले दस वर्षों का रिटर्न 12 % से ऊपर का है। 5% और 12% रिटर्न्स में क्या फर्क होता है इसे जानने के लिए यहाँ Click करें।
Tabel of Contents
Mutual Fund कितनी तरह के होते है (Types of Mutual Funds in India)
इक्विटी म्यूच्यूअल फंड्स (Equity Mutual Funds)
डेब्ट म्यूच्यूअल फंड्स (Debt Mutual Funds)
हाइब्रिड म्यूच्यूअल फंड्स (Hybrid Mutual Funds)
सामान्यतया जिन Mutual Fund Schemes के रिटर्न्स की बात हम करते है वे Equity Mutual Fund होते है और आज हम लोग मुख्य्तः इन्ही के बारे में बात करेंगे।
Benefits of Mutual Fund (म्यूच्यूअल फंड के फायदे)
Diversification
तो सबसे पहले आपको ये जानना ज़रूरी है कि Equity Mutual Fund में आपका पैसा स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट होता है। आपको पैसे से भारत की अच्छी Companies में इन्वेस्ट किया जाता है।
यदि आप 1000 रूपये इन्वेस्ट करना चाहते है और यदि आप डायरेक्टली अच्छी Companies के शेयर्स खरीदना चाहते है तो आप नहीं खरीद पाएंगे क्योंकि कई अच्छी कमपनी के एक शेयर की कीमत ही 1000 रुपये से ज़्यादा है।
तो यहाँ म्यूच्यूअल फण्ड आपको सहायता करता है।
How Mutual Funds Work और कैसे होता है Diversification
म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी कई सारे इन्वेस्टर्स से पैसा लेती है, इस तरह से उनके पास करोड़ों या अरबों रुपये इकट्ठे हो जाते है। इस इकट्ठे हुए पैसे को म्यूच्यूअल फण्ड कम्पनी शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करती है।
म्यूच्यूअल फण्ड को हम लोग एक टोमेटो केचप की तरह मान सकते है, जिसमें टमाटर के अलावा कई तरह के मसाले, शक्कर, मिर्च, नमक आदि होते है। यदि हम एक चम्मच टोमेटो केचप भी लेते यही तो हमें हर Ingredient का स्वाद और कुछ हिस्सा मिलता है। तो म्यूच्यूअल फण्ड भी इन्वेस्टर्स से इकट्ठा हुए करोड़ों रुपये से कई Companies के शेयर्स लेती है और हमने जो पैसा इन्वेस्ट किया है उस अनुपात में हमें उन शेयर्स का हिस्सा मिल जाता है।
आप मात्र इतने रूपये से शुरू कर सकते है इन्वेस्टमेंट
मात्र 100 रूपये से भी इन्वेस्टमेंट शुरू किया जा सकता है। यानी आप मात्र 100 रुपये से भारत की बड़ी और अच्छी कम्पनीज में हिस्सेदारी खरीद सकते है।
अधिकतम की को सीमा नहीं है। आप जितना चाहे इन्वेस्ट कर सकते है। एक साथ कई Mutual Fund Schemes में इन्वेस्ट कर सकते है।
Professionals / Experts चुनते है शेयर्स को
अगर हम भारत की अच्छी कम्पनीज को गिनने बैठे तो शायद 300 – 400 अच्छी कम्पनीज मिल जाएगी। इन 300 – 400 कम्पनीज में से अगर आप 5 – 10 सबसे अच्छी कम्पनीज चुननी है तो आपको इन सभी 300 – 400 कम्पनीज की Balance Sheet, Profit and Loss Account, Cash Flow Statements, Credit Reports इत्यादि को पढ़ना होगा। एक आम आदमी के पास न तो इतना समय होता है न इतनी Skill और Expertise कि वह इन सबको समझ सके।
इस जगह म्यूच्यूअल फण्ड आपको सहायता करते है। वहाँ म्यूच्यूअल फण्ड मैनेजर्स और उनकी टीम होती है, जिनका काम ही Companies का विश्लेषण कर अच्छी Companies में इन्वेस्टमेंट करना होता है।
High Liquidity – जब चाहे तब इन्वेस्ट करें
आप जब चाहे तब अपना पैसा इन्वेस्ट कर सकते है और जब चाहे तब पैसा निकाल सकते है। पर यदि अच्छा रिटर्न्स कमाना है तो लम्बे समय की लिए इन्वेस्टमेंट करना चाहिए।
जबरदस्त Safety
जिस तरह रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया (RBI ) बैंक्स को Regulate करता है उसी तरह सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया या SEBI और The Association of Mutual Funds in India (AMFI) म्यूच्यूअल फंड्स को रेगुलेट करता है और इन्वेस्टर्स के हितों की रक्षा करता है।
पूरी तरह से Transparent इन्वेस्टमेंट
म्यूच्यूअल फण्ड कंपनी इन्वेस्टर्स का पैसा कहाँ इन्वेस्ट कर रही है यह उन्हें हर माह बताना होता है। वैल्यू रिसर्च, मनी कण्ट्रोल आदि वेबसाइट पर कोई भी यह देख सकता है कि म्यूच्यूअल फण्ड स्किम में पैसा किस किस कंपनी में इन्वेस्ट किया जा इन्वेस्ट करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें रहा है।
Mutual Fund for Tax Saving
कुछ म्यूच्यूअल फंड्स स्कीम्स में पैसा इन्वेस्ट कर आप इनकम टैक्स छूट का लाभ भी उठा सकते है। इन स्कीम्स को इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम्स या ELSS
भी कहा जाता है।
Types and Ways of Mutual Fund Investment | (म्यूच्यूअल फंड इन्वेस्ट करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें में इन्वेस्ट करने के तरीके)
यदि आप अपने रिटायरमेंट या बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए इंवेस्ट करना चाहते है या इक्विटी मार्केट, बांड मार्केट या गोल्ड में इन्वेस्ट करना चाहते है तो आप म्यूच्यूअल फण्ड की सहायता से , जहाँ चाहे वहाँ इन्वेस्ट कर सकते है। आप शार्ट टर्म इन्वेस्ट करना चाहते हो या लॉन्ग टर्म, जैसा आपका इन्वेस्टमेंट का उद्देश्य है उस तरह की इन्वेस्टमेंट स्कीम में आप इंवेस्ट कर सकते है।
एक साथ इन्वेस्ट करें या हर माह – जैसा चाहे
जिस तरह से आप बैंक या पोस्ट ऑफिस में मंथली RD करवाते है, उसी तरह से आप म्यूच्यूअल फण्ड में मंथली SIP या Systematic Investment Plan करवा सकते है या चाहे तो अपना पैसा एक साथ इन्वेस्ट कर सकते है।
म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें (Are Mutual Funds Risky)
- यह तुरंत इन्वेस्ट करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें पैसा कमाने की मशीन नहीं है। अच्छा रिटर्न कमाने में समय लगता है।
- यदि आप शेयर मार्केट की उठा पटक को नहीं सहन कर सकते तो इक्विटी म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट न करें। इस स्तिथि में डेब्ट म्यूच्यूअल फंड्स या हाइब्रिड म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्टमेंट आपके लिए हो सकता है।
- कुछ स्कीम्स में एग्जिट लोड एवं लोक इन पीरियड रहता है। इन्वेस्ट करने से पहले रिसर्च कर ले।
- दूसरों को देख कर इन्वेस्ट न करें। इन्वेस्ट करने से पहले किसी अच्छे इन्वेस्टमेंट कंसलटेंट की सहायता ले।
हमने अपने इस Article के माध्यम से आपको Mutual Funds से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है। यदि आप अभी भी किसी प्रकार की समस्या का सामना कर रहे हैं तो आप हमसे कमेंट सेक्शन में कमेंट करके पूछ सकते हैं। आपका कमेंट हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। हम आपकी समस्या का समाधान करने की पूरी कोशिश करेंगे।
CRYPTO ME KITNA INVEST KARE? | CRYPTO ME NIVESH KAISE KARE? 2022
CRYPTO ME KITNA INVEST KARE? यह जानकारी शुरू करने से पहले आइए देख लेते हैं देश के आंख खोलने वाले कुछ आंकड़ों को
अगर अपने देश की बात की जाए तो शेविंग का एक सर्वे हुआ था 2019 में जिसमें पाया गया कि भारतीय परिवार FD. अर्थात फिक्स डिपाजिट को सबसे सही मानते हैं
वहीं 10 परसेंट म्यूच्यूअल फंड और शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने के इच्छुक हैं।
तो आइए आप समझ लेते हैं कि एफडी और म्यूच्यूअल फंड ने लोगों को कितने पर्सेंट का रिटर्न दिया है?
अगर एफडी की बात की जाए तो लोगों को एफडी ने 5 सालों में 5 परसेंट का रिटर्न दिया है उससे ज्यादा का रिटर्न नहीं दिया।
वही शेयर मार्केट की बात करेंगे तो पिछले इन्वेस्ट करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें 25 सालों में निफ़्टी फिफ्टी ने 11.1 परसेंट का रिटर्न लोगों को इन्वेस्ट पर दिया है जो कंपाउंड एनुअल ग्रोथ के आधार पर दिया गया है
तो सवाल यह उठता है कि अगर यह निवेश आपको महंगाई से लड़ने में मदद करता है तो फिर ग्रोथ के लिए क्या करें?
देखिए हम नहीं कहते हैं कि जो निवेश के पारंपरिक नियम है वह बेकार है, वहां भी आप निवेश करिए
लेकिन अपने निवेश का कुछ हिस्सा आप क्रिप्टो करेंसी पर लगाकर भी देखिए ताकि आप लगातार बढ़ रही महंगाई से भविष्य में आप आसानी से लड़ने के लिए सक्षम बन पाए और एक अच्छी ग्रोथ पा सकें
यह हम नहीं कह रहे हैं देश के आंकड़े कह रहे हैं
केस बिटकॉइन के आंकड़ों के हिसाब से पिछले 10 सालों में इन लोगों को अकेले Bitcoin ने 96.7
अर्थात लगभग 200% कंपाउंड एनुअल के हिसाब से रिटर्न दिया है जो कि अन्य किसी एसिड क्लास से कहीं ज्यादा है
और एक्सपर्ट कहते हैं डाटा कहते हैं यह आगे बढ़ने ही भी वाला है देखिए क्रिप्टो का मार्केट अभी नया है अपनी शुरुआती दौर पर है थोड़ा सा वाले टाइल है अर्थात परिवर्तनशील है दामों के ऊपर नीचे जाने के चांसेस बने रहते हैं
इसलिए हमने आम जनता की रिस्क लेने और इन्वेस्ट करने की नेचर अर्थात निवेश करने के आधार पर इन्वेस्टर को तीन भागों में बांटा, उनकी रिक्स लेने की क्षमता के अनुसार पर यह बताने की कोशिश की है कि किसे किस कैटेगरी पर इन्वेस्ट करना चाहिए और कितना प्रतिशत अपना क्रिप्टो करेंसी पर लगाना चाहिए
The nature of people investing in the market | मार्केट में निवेश करने वाले लोगों के प्रकृति
1. सबसे पहले आते हैं वह पारंपरिक इन्वेस्टर अर्थात कन्वेंशनल इन्वेस्टर जो बिल्कुल भी रिस्क नहीं लेना चाहते।
ऐसे इन्वेस्टर अपना ज्यादातर अपना पैसा FD. अर्थात फिक्स डिपाजिट या फिर पेंशन स्कीम वगैरह में लगाकर रखते हैं
ऐसे इन्वेस्टर को अपने बचत के पोर्टफोलियो से एक परसेंट का Crypto Currency में भी इन्वेस्ट करना चाहिए
अर्थात जितना भी वह बचत करते हैं उसमें से केवल एक परसेंट डाल कर रखना चाहिए
ऐसा हम नहीं कह रहे हैं दुनिया की मशहूर ऐसेट मैनेजमेंट संस्था Swiss One अशो एनालिसिस कैपिटल कहता है।
इसके हिसाब से यहां रिस्क तो है लेकिन आने वाले भविष्य में अच्छी खासी बढ़त होने वाली है अगर आप रिस्क बिल्कुल नहीं लेना चाहते, अपना एक परसेंट पूरे कमाई का Crypto Currency में डालकर रख सकते हैं।
2. इन्वेस्टर आते हैं हाइब्रिड इन्वेस्टर यह ऐसे निवेशक होते हैं जो रिस्क तो लेना चाहते हैं लेकिन बहुत ज्यादा नहीं यह लोग अपना थोड़ा बहुत पैसा म्यूच्यूअल फंड स्टॉक मार्केट (Stock Market) में भी लगा कर रखते हैं
ताकि महंगाई से पैसा काम आए अगर आप भी इस तरह के निवेशक हैं तो एसिड मैनेजमेंट संस्था स्विस वन (Swiss One) कैपिटल का एस एनालिसिस कहता है
कि ऐसे इन्वेस्ट करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें निवेशकों को अपने कमाई के पोर्टफोलियो अर्थात पूरी कमाई के बचत में से ज्यादा नहीं 2 से 5 परसेंट Crypto Market में लगा कर रखना चाहिए जो आपकी ग्रोथ में काफी मददगार सिद्ध होगा
3. तीसरे तरह के इन्वेस्टर हैं एग्रेसिव इन्वेस्टर जो रिस्क लेने से बिल्कुल नहीं कतराते यह लोग ग्रोथ माइंडसेट से अपना निवेश करते हैं और चाहते हैं कि इनका पैसा ही इनके लिए पैसा बनाएं अगर आप भी इस तरह की इन्वेस्टर हैं स्विस वन (Swiss One) कैपिटल का विश्लेषण कहता है कि आप अपने बचत का आठ से 20 परसेंट क्रिप्टो मार्केट में पैसा लगाने का साहस कर सकते हैं अर्थात इतना करना ही चाहिए
CRYPTO ME KITNA INVEST KARE | CRYPTO ME NIVESH KAISE KARE?
आसान भाषा में समझिए आप के पारंपरिक बचत का एक परसेंट बचत होता है 1000 रुपए और यह हजार रुपए आप डाल देते हैं क्रिप्टो मार्केट में तो बुरी से बुरी हालत में आप खोएंगे हजार रुपए
लेकिन क्रिप्टोकरंसी की ग्रोथ देखी जाए केवल बिटकॉइन की ही ले लीजिए उसने पिछले साल में तीन सौ परसेंट(300%) का ग्रोथ दिया है
तो अगर बिटकॉइन ने अपने पिछले साल 1000 रुपये लगाए होते तो वह इस साल बढ़कर के 3000 हो गए होते
और अगर आप हाइब्रिड इन्वेस्टर होते और आपने दो से पांच परसेंट अपने सेविंग का इन्वेस्ट कर सकता है तो
Bitwise की एक रिपोर्ट कहती है आपने अपने सेविंग के निवेश का केवल ढाई(2.5) परसेंट बिटकॉइन में निवेश किया होता तो वह हो गया होता 7 हजार 5 सौ रुपए अर्थात 15 परसेंट तक बढ़ सकता था तो देखा आपने क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने की प्योरिटी
कैसे छोटा सा हिस्सा क्रिप्टो करेंसी आपके पोर्टफोलियो अर्थात बचत का मुनाफा बढ़ा सकता है।
और अगर आप एग्रेसिव इन्वेस्टर होते तो आप का मुनाफा कहीं और ज्यादा हो सकता था आप ज्यादा निवेश करते और ज्यादा रिस्क लेते तो आप की बचत भी ज्यादा होती।
आपके इन्वेस्ट का तरीका चाहे जैसा हो, आप कहीं भी निवेश करते हो लेकिन क्रिप्टो करेंसी में निवेश की गुंजाइश हमेशा बनी रहती
इन सब को जानने के बाद आप अपने पोर्टफोलियो में क्रिप्टो निवेश की जगह बना सकते हैं लेकिन अलग-अलग रिक्स लेने वालों लोगों के हिसाब से अलग अलग हो सकती है तो अब तक आपने समझ लिया कि आपको क्रिप्टो करेंसी में कितना निवेश करना चाहिए।
CRYPTO ME निवेश करने से पहले ध्यान रखने योग्य नियम | Rules to keep in mind before investing
अब आप निवेश करें उससे पहले हम आपको बता देते हैं जो जरूरी बातें हैं जिन्हें जानना आपके लिए फायदेमंद सिद्ध होगा और ध्यान रखें निवेश करने से पहले
1. पहली बात जितना रिस्क ले सकते हैं उतना ही क्रिप्टो करेंसी में निवेश करें, लालच में आकर अपना सारा पैसा यही मत डाल दें।
2. दूसरी बात जिस कपड़ों करेंसी में आप इन्वेस्ट करने जा रहे हैं पहले उसके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें।
देखिए हर एक क्रिप्टोकरंसी किसी न किसी टेक्नालॉजी पर बनी हुई है या किसी ना किसी समस्या के समाधान के उद्देश्य से बनी है अगर आपको उसके बारे में यह जानकारी है तभी आप उस Cryptocurrency में निवेश करने के लिए आगे बढ़े और अगर नहीं है तो क्रिप्टो स्टैंड (Crypto Stand) में आप जिन क्रिप्टो करेंसी पर निवेश करना चाहते हैं और हमारे भी आर्टिकल पढ़ सकते हैं नीचे हमने कुछ प्रसिद्ध क्रिप्टो करेंसी के लिंक दिए हुए हैं जिन्हें आप चाहे तो पढ़ करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं
3. तीसरी बात यह कि अपना सारा पैसा एक ही जगह लगाकर दाओं पर मत लगाएं, हजारों Cryptocurrencies हैं, उनके बारे में जानिए, पढ़िए, समझिए फिर अपने सहूलियत के हिसाब से उन पर थोड़ा थोड़ा पैसे लगाए।
4. चौथी और आखरी बात आप अपना इन्वेस्टमेंट किसी भरोसेमंद क्रिप्टो एक्सचेंज(Crypto Exchange) पर ही करें जैसे कॉइन स्विच कुबेर (Coins witch KUBER),
कॉइनडीसीएक्स(Coin DCX),
वजीरएक्स(Wazir x) यह सब भारतीय सेंट्रलाइज क्रिप्टो एक्सचेंज हैं जिन पर आप मात्र 100 रुपए से इन्वेस्टमेंट शुरू कर सकते हैं।
mutual fund kya hai in hindi, types of mutual fund
mutual fund kya hai यह कैसे काम करता है mutual fund कितने प्रकार के होते है यह सब आप यहां हिंदी में आसान भाषा में जानिए। fund में invest करने के बाद पैसा कहा जाता है। debt, equity, balanced fund क्या होते है mutual fund kyu सही है जानिए यहां mutual fund kya hai kaise kam karta hai।
Mutual Fund Kya hai
सबसे पहले समझते है की mutual fund क्या है जैसा की नाम से ही पता चल रहा है की यह एक fund है। यानी की बहुत सारी कंपनी अपना पैसा invest करती है। एक fund में जो एक कम्पनी मैनेज करती है अब इसको उदाहरण के लिए में हजार रूपये इन्वेस्ट कर रहा हु, कोई 5 हज़ार इन्वेस्ट कर रहा है कोई 10 हज़ार कर रहा है, ऐसे मिलके एक mutual fund में एक fund collect होता है, जिसको हम बोलते है pool of money . अब इस money को mutual fund कंपनी अलग अलग कम्पनी में इन्वेस्ट करती है और investors से उसको return generate करके देता है।
mutual fund kya hai kaise kam karta hai अगर आसान भाषा में बोले तो आपका पैसा कोई और invest करता है और आपको return बनाकर दे रहा है। समय के साथ साथ जब भी return आते है यानि की profit होता है तो उसमे से कम्पनी अपनी fees यानी की 2 या 3 प्रतिशत फीस mutual fund कम्पनी रख लेती है और आपके पास पूरा profit transfer कर दिया जाता है और यानी वो profit सभी investors में बराबर बाँट दिया जाता है अपनी अपनी investment के हिसाब से। तो आप समझ गए होंगे mutual fund क्या होते है और mutual fund कैसे काम करते है।
Types of mutual fund
mutual fund मुख्यतः प्रकार के होते है
1. Equity fund –
आपको बता दे की equity fund को equity share में invest किये जाते है और यह high risk वाले होते है यानी की इसमें रिस्क ज्यादा होता है लेकिन आपको बता दें की जहा रिस्क ज्यादा होता है वहां फायदा profit भी ज्यादा होता है।
2. Debt fund –
इस प्रकार के fund में risk कम होती है यहां पर आपको प्रॉफिट भी उसी हिसाब से equity fund की अपेछा कम होता है।
3. Balanced fund –
इस प्रकार के फण्ड में आपके पैसे का कुछ हिस्सा equity fund में लगाया जाता है और कुछ हिस्सा debt fund में लगाया जाता है। जिस से की loss और profit को balanced किया जाता है, ताकि risk भी कम रहे और प्रॉफिट भी ठीकठाक मिल जाये।
अगर आप balanced fund में invest कर रहे है तो इन्वेस्ट करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें इसमें भी 2 प्रकार के fund होते है
1 open ended fund –
open ended fund में आप invest करना चाहते है तो इसमें invest किसी भी समय और किसी भी समय इन्हे बेच सकते है या sip बंद कर सकते है। अगर आपको लगता है की आपको पेसो की कभी भी जरुरत आ सकती है तो आप इस तरह यानि की open ended fund को चुन सकते है। आपको profit न होने पर भी आप अपना पैसा बापिस ले सकते है।
2. closed-ended mutual fund –
closed ended fund fixed deposite की तरह होते इन्वेस्ट करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें है यानि की इन्हे इनके muturity के समय तक रखने ही पढ़ते है आप इन्हे बीच में नहीं बेच सकते।
Mutual Fund में ध्यान रखने योग्य बातें
जिनको mutual fund में ज्यादा knowledge उन्हें हम बता दे की आप invest करने से पहले अपनी कम्पनी के सभी term and condition अच्छे से पढ़ लीजिए। और आप अपनी कम्पनी से पूछ सकते है की जिस भी फण्ड में आप invest कर रहे है उस fund का goal क्या है , यानि की उस fund में long term investment करना अच्छा रहेगा या शार्ट टर्म। आपको investment करने से पहले उस fund का risk factor भी जान लेना जरुरी है। इसके लिए आप fund की हिस्ट्री भी चेक कर सकते है, पिछला रिकॉर्ड चेक कर सकते है यानि की past में कितनी ग्रोथ हुई है और जिन्होंने investment की है उन्हें कितना profit हुआ है।