बाजार और बाजार

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बाजार अनुसंधान
मार्केट रिसर्च एंड इंटेलिजेंस एक महत्वपूर्ण मार्केटिंग टूल है जो लक्षित बाजार के बारे में गहराई से जानकारी प्रदान कर सकता है, जिसका उपयोग मुख्य रूप से संभावित बाजारों में प्रवेश करने और मौजूदा बाजारों में स्थिति को मजबूत करने के लिए किया जाता है। उपभोक्ता वरीयताओं और बाजार आसूचना के पैटर्न का अध्ययन करके संभावित बाजारों का बेहतर दोहन किया जा सकता है। बाजार अनुसंधान मूल्यवान विश्लेषण प्रदान करेगा जो मूल्य निर्धारण, पैकेजिंग और यहां तक कि उत्पाद विकास जैसे निर्णय लेने में सहायता करेगा ।
मौजूदा बाजार को मजबूत करने के लिए, अप-टू-डेट बाजार में बदलाव या उत्पाद की मांग में बदलाव के बारे में जागरूकता का सहज महत्व है। यह स्थापित भारतीय निर्यातकों को उपभोक्ता वरीयताओं या अल्पकालिक मांगों के आधार पर उत्पाद लाइनों को बदलने पर त्वरित निर्णय लेने के लिए आवश्यक अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा।
सस्ते में मिलेगा कुर्ते और लहंगा
अगर आप सस्ते में कुर्ती या डिजाइन सूट खरीदना चाहती हैं तो मीना बाजार से बेहतर कोई दूसरी मार्केट शायद ही हो। यहां कुर्ती के दाम 150 रूपये से शुरू हैं। यकीन मानिए यहां आपको ऐसी कुर्तियां मिलेंगी, जिनके डिजाइन बेहद यूनिक होते हैं। खासतौर पर कढ़ाई वाले कुर्तियों की यहां भरमार है।
इसलिए अगर आप चाहती हैं कि आपका वॉर्डरोब बेहतरीन कुर्तियों से भरा रहे तो आपको मीना बाजार जरूर जाना चाहिए। केवल कुर्ते ही नहीं यहां आपको ब्राइडल लहंगे में मिलेंगे। सबसे अच्छी बात यह है कि लहंगे के दाम भी बजट के भीतर होते हैं। यानि आपको इन्हें खरीदने के लिए ज्यादा जेब ढीली नहीं करनी होगी। खासतौर पर ज्यादातर महिलाएं फेस्टिवल में इस मार्केट को एक्सप्लोर करती हैं।
ज्वेलरी की करें शॉपिंग
क्या आपको ज्वेलरी पहनना पसंद है? इसके लिए आप अलग-अलग मार्केट एक्सप्लोर करती हैं? लेकिन अगर आप ए-वन डिजाइन की ज्वेलरी का कलेक्शन रखना चाहती हैं तो मीना बाजार आपके लिए एकदम सही मार्केट है। इस मार्केट में हैवी ज्वेलरी से लेकर सिंपल तक सभी वैरायटी मिलती हैं। ब्राइडल ज्वेलरी के लिए यह सबसे अच्छी मार्केट है। यहां आपको बारीक कारीगरी की हुई ज्वेलरी के कई डिजाइन्स मिलेंगे। (भजनपुरा मार्केट के बारे में जानें)
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क्या आप फुटवियर का कलेक्शन रखना पसंद करती हैं? आप उन लोगों में से एक हैं, जो अपने आउटफिट से मैचिंग सैंडल पहनती हैं? ऐसे में आपको मीना बाजार जरूर पसंद आएगा। यहां फ्लिप-फ्लॉप चप्पल से लेकर ब्राइडल फुटवियर तक आसानी से मिल जाएंगे। फुटवियर के दाम 200 रूपये से शुरू हैं। इसलिए आप आसानी बाजार और बाजार से यहां से सैंडल खरीद सकती हैं। (लहंगा के लिए मार्केट)
बाजार और बाजार
बाजार का दिन (Bajar ka din ) मीनिंग : Meaning of बाजार का दिन in English - Definition and Translation
- ShabdKhoj
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Bazar ka star: बुध उदय भी हुए और मार्गी भी, सुधरेगी बाजार की चाल
Bazar ka star: इस सप्ताह 5 दिसंबर को विजय दशमी के उपलक्ष्य में बाजार बंद रहेंगे और सप्ताह में 4 दिन ही कारोबार होगा। 3 अक्तूबर को बाजार खुलने से पहले वक्री चल रहे बुध, गुरु और शनि में से बुध 2 अक्टूबर को मार्गी हो चुके हैं और इसके साथ ही उदय भी हो हैं, बुध अब अपनी ही उच्च राशि कन्या में गोचर कर रहे हैं और 20 अक्तूबर तक इसी राशि में रहेंगे। कन्या राशि में सूर्य बुध और शुक्र का त्रिग्रही योग बना हुआ है और यह योग 17 अक्टूबर तक जारी रहेगा।
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त्योहारी सीजन पर टिकी बाजार की उम्मीद
लखनऊ ब्यूरो
Updated Tue, 23 Aug 2022 01:57 AM IST
रोली खन्ना
लखनऊ। काफी समय से हिचकोले खाते बाजार को अब आने वाले त्योहारी सीजन में उम्मीद की किरण नजर आ रही है। अलग-अलग ट्रेड के कारोबारी अपने अनुमान जता रहे हैं। किसी को बहुत ज्यादा की उम्मीद है तो कुछ का कहना है कि 2021-22 का ही बिक्री का स्तर हासिल कर ले तो बहुत है। कुल मिलाकर नवरात्र से दीपावली व अन्य त्योहारों को लेकर ट्रेड के हिसाब से बाजार 70 फीसदी तक वृद्धि की आस लगाकर बैठा है। सराफा, होम एप्लायंस, इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों से जुड़े कारोबारी खुश हैं। वहीं ऑटोमोबाइल सेक्टर चुनौतियों के बीच बेहतरी की उम्मीद लगाए बैठा है। वहीं कपड़ा कारोबारियों की मिली-जुली प्रतिक्रिया है।
सराफा कारोबारी बोले : 35 से 40 फीसदी तक उठेगा बाजार
लखनऊ सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष व यूपी सराफा एसोसिएशन के महामंत्री रविन्द्र नाथ रस्तोगी कहते हैं कि बीते पांच दिन से बाजार अच्छा जा रहा है और आगे पितृपक्ष के पहले तक अच्छे खरीदार मिलेंगे। सराफा बाजार में अगस्त-सितंबर में हमेशा सन्नाटा रहता है। रही बात नवरात्र से दीपावली तक के बाजार की तो 35 से 40 फीसदी बाजार में उछाल आएगा। लखनऊ बाजार और बाजार में खास दिनों में हर दिन 50 किलो सोने की औसत खपत होती है। सामान्य दिनों में भी 30 किलो तक सोना बिक जाता है। अब सब कुछ भाव-ताव पर निर्भर करता है। रोज दाम बदल रहे हैं, इसका असर बाजार पर है। आने वाले समय में बाजार सहालग, दीपावली और छुट्टियों में घर आए प्रवासी भारतीयों के आने से बढ़ेगा। आलमबाग सराफा के रामकुमार वर्मा कहते हैं कि इस बार छोटी सहालग है, इसका थोड़ा बहुत बाजार पर असर रहेगा।
इलेक्ट्रॉनिक बाजार : गर्मी में बंपर बिक्री, आगे भी उम्मीद ज्यादा
इलेक्ट्रॉनिक व्यापार मंडल के महामंत्री दिनेश जैन कहते हैं कि गर्मी में बाजार में जबरदस्त तरीके से उछाल आई। बीते सालों की छूटी खरीदारी इस गर्मी में की गई। त्योहारी मौसम में 60-70 फीसदी की वृद्धि कहीं नहीं गई। लोगों ने अपनी जरूरतें होल्ड कर रखीं थीं। वहीं ऑल इंडिया मोबाइल रिटेल एसोसिएशन के अध्यक्ष नीरज जौहर कहते हैं कि चार साल पहले की तुलना में तो बाजार सिमट गया है, लेकिन इस त्योहार में दोगुनी बाजार और बाजार बिक्री का अनुमान लगाकर हम लोगों ने उत्पाद ऑडर्र किए हैं।
कपड़ा बाजार : पुराने स्तर को ही बरकरार रखने की जद्दोजहद
कपड़ा बाजार में कारोबारियों की मिली-जुली प्रतिक्रिया है। उनका कहना है कि लखनऊ ही नहीं बल्कि प्रदेश व देश में कपड़ा उद्योग इस वक्त संकट से जूझ रहा है। आने वाले समय के लिए होने वाले सौदे भी पहले की तुलना में घटे हैं, क्योंकि कारोबारी रिस्क लेना नहीं चाहता है। अमरनाथ मिश्रा कहते हैं कि बीती सहालग का भी कोई फायदा नहीं मिला, आने वाली सहालग छोटी है। मौसम की अनिश्चितता भी कपड़ों की बिक्री को प्रभावित कर रही है। वहीं उत्तर प्रदेश कपड़ा व्यापार मंडल के अध्यक्ष अशोक मोतियानी कहते हैं कि त्योहार पर बाजार बढ़ेगा, मगर 50 फीसदी से अधिक नहीं। शहर के एक मॉल में ब्रांडेड शो रूम के सेल्स हेड का कहना है कि कपड़ा प्राथमिकता नहीं है लोगों की, फिर भी जरूरत के हिसाब से लोग खरीदारी करेंगे, ऐसी ही उम्मीद है।
ऑटोमोबाइल सेक्टर : आपूर्ति का संकट, मांग और चुनौतियां ज्यादा
कोरोना काल में भी जिस सेक्टर की सेहत अच्छी रही, वह बीते एक साल से अलग ही तरह की चुनौतियों का सामना कर रहा है। ऑटोमोबाइल सेक्टर आपूर्ति के संकट के बीच नवरात्र, धनतेरस और दीपावली मनाने की तैयारी कर रहा है। एक ब्रांड से जुड़े सेल्स हेल्ड अभिषेक तिलहरी कहते हैं कि आपूर्ति की दिक्कत बरकरार है। आज की तारीख में गाड़ी बुक करने वालों को 8 से 16 हफ्ते की बुकिंग दी जा रही है। ये संकट त्योहार के दिन करीब आते-आते बढ़ेगा।