Trading सुर्खियों पर

भिवानी में ट्रेडिंग कपंनी के साथ धोखाधड़ी, बिना पेमेंट किए एसी लेकर फरार हुआ ग्राहक
भिवानी में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. एक अज्ञात व्यक्ति ने ट्रेडिंग कपंनी (fraud with trading company in bhiwani) में एसी का ऑर्डर किया था. कंपनी के मालिक ने ग्राहक के बताए गए पते पर एसी को ऑटो से भेज दिया था. लेकिन ऑटो चालक से फर्जी ग्राहक ने एसी ले लिया और बिना पेमेंट दिए फरार हो गया.
भिवानी: हरियाणा के भिवानी में पवन ट्रेडिंग के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने (fraud with trading company in bhiwani) आया है. ट्रेडिंग कंपनी के मालिक सुशील बुवानीवाला ने बताया कि उनके पास एसी का ऑर्डर आया था. पीड़ित सुशील ने बताया कि ग्राहक से फोन पर बताया था कि 32 हजार रुपये का एसी आएगा. ग्राहक ने हामी भर दी.
अज्ञात व्यक्ति ने उन्हें ढाणी चौक पर एसी भेजने को कहा और पेमेंट डिलीवरी के दौरान करने को (fraud in bhiwani) कहा. इसके बाद कंपनी के कर्मचारियों ने एसी को एक ऑटो से ग्राहक के बताए गए पते पर भेज दिया और ऑटो चालक से पेमेंट साथ में लेकर आने को कहा. ट्रेडिंग कंपनी के मालिक सुशील ने ऑटो चालक से कहा कि उसे एसी दादरी गेट स्थित पुराना हाउसिंग बोर्ड के पास एक मकान में उतारकर वापस आना और पेमेंट ढाणी चौक पर (fraud case in bhiwani) होगा.
ऑटो चालक पुराना हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में पहुंचा तो उसे एक व्यक्ति मिला और उसने ऑटो से गली में ही एसी उतार लिया. इसके बाद चालक ऑटो लेकर पैसे लेने के लिए वापस ढाणी चौक स्थित फैक्ट्री के पास पहुंचा तो वहां वह व्यक्ति उसे नहीं मिला. ऑटो चालक वापस पुराना हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में पहुंचा जहां उसने ऑटो से एसी उतारा था, लेकिन वहां ऑटो चालक को न तो एसी मिला और न ही कोई व्यक्ति.
इसके बाद ऑटो चालक वापस कंपनी के Trading सुर्खियों पर शोरूम पहुंचा और मामले के संबंध में बताया. कंपनी कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की और सीसीटीवी फुटेज देखा तो एक व्यक्ति फैक्ट्री के बजाय बाहर घूमता हुआ दिखाई दिया. जिसने फर्जी ऑर्डर देकर एसी मंगवाया था. इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दी गई. पुलिस मामले की जांच कर रही (Fraud case in haryana) है.
सुशील बुवानीवाला ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने फोन कॉल कर ऑर्डर पर एसी मंगवाया था. उन्होंने अपने परिचित ऑटो चालक के ऑटो में एसी रखवाकर बताया गए पते पर भेज दिया था, लेकिन आरोपी ने चालाकी से ऑटो से एसी उतरवाया और पेमेंट भी नहीं दिया. आरोपी ने धोखाधड़ी कर एसी हड़प लिया है. इससे कंपनी को साढ़े 32 हजार रुपये का नुकसान हुआ (Bhiwani crime news) है.
'Trade unions'
केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ श्रमिक संगठनों की दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दूसरे दिन कुछ राज्यों में मंगलवार को बैंकिंग और परिवहन सेवाएं आंशिक रूप से प्रभावित हुईं. इस हड़ताल में इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, सेवा, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ और यूटीयूसी जैसी केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने भाग लिया.
Bharat Bandh: बिजली एवं ईंधन आपूर्ति पर हड़ताल का कोई खास असर नहीं देखा गया. हालांकि श्रमिक संगठनों ने दावा किया कि झारखंड, छत्तीसगढ़ एवं मध्य प्रदेश के कोयल खनन वाले इलाकों में कामगार इसका हिस्सा बने हैं.
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कहा है कि हड़ताल के कारण उसकी सेवाएं कुछ हद तक प्रभावित हो सकती हैं. उसने कामकाज को सामान्य तौर पर संचालित करने के लिए जरूरी इंतजाम भी किए हैं. पीएनबी (PNB) ने कहा है कि बैंक के कर्मचारी संगठनों ने हड़ताल को लेकर नोटिस दिया है, इससे सेवाओं पर असर पड़ सकता है.
कोयला, स्टील, तेल, दूरसंचार, डाक विभाग और बीमा से जुड़े कर्मचारियों के भी इस हड़ताल में शामिल होने की संभावना है. रेलवे और रक्षा विभाग से जुड़े कर्मचारी संगठन बड़े पैमाने पर इस हड़ताल को सफल बनाने के लिए मुहिम में जुटे हुए हैं.
परेशान व्यापारीयों ने दुकानों को रात साढ़े नौ बजे तक खोलने और पाबंदियों में ढील देने की मांग की हैं. विभिन्न बाजारों के व्यापारी संघों ने कहा कि वे पाबंदियों के कारण बढ़ते नुकसान का सामना कर रहे हैं.
देश में तीनों कृषि (Farms Law) कानूनों की वापसी की घोषणा के बाद मजदूरों ने भी नए श्रम कानूनों (Labour law) को रद्द करने के लिये आवाज बुलंद कर दी है. अब श्रम सुधार के नाम पर लाए गए चार क़ानूनों पर भी विपक्ष सरकार को घेरने में जुटा है.
CITU के नेशनल सेक्रेट्री स्वदेश देवरॉय ने कहा कि Trading सुर्खियों पर 27 सितंबर को सभी 10 सेंट्रल ट्रेड यूनियन के बड़े नेता और कार्यकर्ता देशभर में किसान संगठनों के साथ उनके समर्थन में प्रदर्शन करेंगे.उन्होंने कहा कि हम भारत बंद के दौरान तीनों नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग करेंगे.
पिछले एक महीने से प्रगति मैदान के सामने कंस्ट्रक्शन साइट पर काम कर रहे हैं. NDTV से बात करते हुए विशाल ने कहा, '"मजदूर टीका के लिए पैसा कहां से लाएगा. अगर वह टीका पर पैसे खर्च करेगा तो खाएगा क्या? इसलिए मजदूरों को मुफ्त में टीका लगना चाहिए.गरीब लोगों के लिए टीका मुफ्त में होना चाहिए".
India | Reported by: हिमांशु शेखर मिश्र, Edited by: नितेश श्रीवास्तव |गुरुवार अप्रैल 29, 2021 03:48 PM IST
देश के 10 बड़े श्रमिक संगठनों ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर देश में टीकाकरण की प्रक्रिया को मुफ्त करने की मांग की है. इन दस श्रमिक संगठनों ने पीएम मोदी से मांग की है कि देश के सभी वर्करों समेत सभी नागरिकों का टीकाकरण मुफ्त में किया जाए और इसकी पहल भारत सरकार शुरू करे. श्रमिक Trading सुर्खियों पर संगठनों ने प्रधानमंत्री को 11 पॉइंट का चार्टर और डिमांड भी भेजा है.
Stocks to Watch: सुर्खियों में रहेंगे ये शेयर- Trading सुर्खियों पर Central Bank, ITI, M&M, Yes Bank, SpiceJet, करा सकते हैं अच्छी कमाई
फेड पॉलिसी के आने से पहले मंगलवार को अमेरिकी बाजारों में दबाव दिखाई दिया। Dow Jones 313 अंक गिकर 30,706 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नैस्डैक में भी 110 अकों की गिरावट दर्ज की गई। S&P 500 1.13 फीसदी गिरा। मंगलवार को फेड पॉलिसी की बैठक से पहले भारतीय शेयर बाजार में शानदार तेजी देखने को मिली।
Central Bank of India:
भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को नेट नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (net NPAs) और कैपिटल रेशियो जैसे मापदंडों का पालन करने पर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को प्रॉम्प्ट करेक्टिव एक्शन (PCA) फ्रेमवर्क से हटा दिया। हाई नेट एनपीए और Trading सुर्खियों पर संपत्ति पर नकारात्मक रिटर्न के कारण जून 2017 में सेंट्रल बैंक को पीसीए के तहत रखा गया था।
Mahindra & Mahindra (M&M):
घरेलू ऑटो प्रमुख ने कहा कि वह किर्लोस्कर इंडस्ट्रीज से स्वराज इंजन में 296 करोड़ रुपये में अतिरिक्त 17.41 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी।
मंगलवार को निफ्टी फार्मा और हेल्थकेयर इंडेक्स में फार्मा प्रमुख Cipla के शेयर में सबसे ज्यादा तेजी रही। हालांकि, अमेरिकी Trading सुर्खियों पर बाजार में वृद्धि का अनुमान शेयर के लिए लाभ को बढ़ावा देगा।
Yes Bank:
यस बैंक बोर्ड ने जेसी फ्लावर्स एसेट रिकंस्ट्रक्शन को 48,000 करोड़ रुपये के स्ट्रेस्ड लोन की बिक्री को मंजूरी दे दी। इस बीच, आरबीआई ने अपने पूर्व डिप्टी गवर्नर आर गांधी को तीन साल के लिए यस बैंक के गैर-कार्यकारी अंशकालिक अध्यक्ष के रूप में नियुक्त करने की मंजूरी दे दी है।
SpiceJet:
एयरलाइन ने लागत कम करने के लिए 80 पायलटों को तीन महीने के लिए बिना वेतन के छुट्टी पर भेज दिया है। स्पाइसजेट पिछले चार साल से घाटे में चल रही है और 50 फीसदी से भी कम उड़ानें संचालित कर रही है।
Jindal Stainless:
23 सितंबर को कंपनी की बोर्ड की बैठक होगी। इस बैठक में फंड जुटाने के लिए सिक्योर्ड और अनसिक्योर्ड, दोनों तरह के नॉन कनवर्टिबल डिबेंचर जारी करने पर होगी चर्चा।
Stocks in F&O ban: बुधवार को F&O प्रतिबंध अवधि में डेल्टा कॉर्प, एस्कॉर्ट्स, इंडिया सीमेंट्स, पीवीआर और आरबीएल बैंक स्टॉक रहे।
क्या है Free Trade Agreement? इस तरफ क्यों कदम बढ़ा रहा है देश
भारत और यूनाइटेड किंगडम (India and UK) ने पिछले महीने घोषणा की थी कि दोनों देशों के बीच "व्यापक और संतुलित" मुक्त व्यापार समझौता (Free Trade Agreement) पर अधिकांश वार्ता इस साल अक्टूबर के अंत तक समाप्त हो जाएगी. इसके अलावा, यूरोपीय संघ (European Union) के साथ मुक्त व्यापार समझौते के संबंध में भी बातचीत एक उन्नत चरण में है. इसके बाद से ही मुक्त व्यापार समझौता (FTA) तेजी से सुर्खियों में आ रहा है. आइए, जानते हैं कि वास्तव में एक मुक्त व्यापार समझौता क्या है और देश इस तरह के समझौते पर बातचीत करने का विकल्प क्यों चुनते हैं?
मुक्त व्यापार समझौता क्या है?
एक मुक्त व्यापार समझौता (FTA) दो या दो से अधिक देशों के बीच आयात-निर्यात शुल्क (Import-Export Tariffs) को कम करने या समाप्त करने के लिए एक समझौता है. एफटीए के तहत, संबंधित देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं का व्यापार बहुत कम या बिना किसी टैरिफ बाधाओं के किया जा सकता है. मूल रूप से, यह व्यापार को उदार बनाता है और उद्योग और विनिर्माण पर सुरक्षात्मक बाधाओं को दूर करता है. एफटीए तरजीही व्यापार समझौतों से अलग हैं, जो केवल एक निश्चित संख्या में टैरिफ लाइनों पर टैरिफ को कम करते हैं.
एफटीए का विकल्प क्यों चुनते हैं देश ?
अंतरराष्ट्रीय व्यापार के जानकारों के मुताबिक एफटीए के कई फायदे हैं. यह व्यापार समझौता समझौते के सदस्यों को गैर-सदस्य देशों पर अधिमान्य उपचार प्राप्त करने की ओर ले जाता है. इसके अलावा, टैरिफ को खत्म करने का मतलब है कि देशों को अन्य बाजारों तक आसानी से पहुंच मिलता है. एफटीए देशों में व्यापार और निवेश के अवसरों को बढ़ावा दे सकते हैं.
कितने देशों के साथ कैसा समझौता हुआ
वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में 2020 में "लगभग 54 अलग-अलग देशों के साथ तरजीही पहुंच, आर्थिक सहयोग और मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए)" थे. इसने व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौतों (CEPA) / व्यापक आर्थिक सहयोग समझौतों (CECA) पर भी हस्ताक्षर किए हैं. वहीं 18 देशों के साथ एफटीए/अधिमानी व्यापार समझौते (PTA) पर भी दस्तखत हुए हैं.
देश ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के साथ व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. समझौते में शराब, ऑटोमोबाइल, फार्मास्यूटिकल्स और अधिक सहित वस्तुओं और सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला को शामिल करने की उम्मीद है.
समझौतों तक आने में लगा लंबा वक्त
हालांकि, भारत हमेशा इस तरह के समझौतों के लिए सहमत नहीं रहा है. साल 2019 में, देश क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (RCEP) से बाहर चला गया था. इसमें चीन और 14 अन्य एशियाई देश शामिल थे. देश ने यह फैसला इस चिंता के साथ लिया था कि यह भारत के व्यापार असंतुलन को चौड़ा करेगा और घरेलू उत्पादकों को विदेशी लोगों के साथ प्रतिस्पर्धा करने में असमर्थ बना देगा. इसके बाद लगातार ऐसे मुद्दों पर विचार को जारी रखा गया.
बाजार पर जारी रहेगा विदेशी संकेतों का दबाव, इन शेयरों में आज देखने को मिल सकती है हलचल
अमेरिका ने रूस से तेल गैस और कोयले के आयात पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है. इससे घरेलू बाजार के सेंटीमेंट्स पर असर पड़ सकता है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: सौरभ शर्मा
Updated on: Mar 09, 2022 | 6:09 AM
शेयर बाजार (Stock market today) में मंगलवार को रिकवरी देखने को मिली. इंडेक्स निचले स्तरों पर आई खरीदारी की मदद से हरे निशान में बंद होने में कामयाब रहे. फिलहाल बाजारों में विदेशी संकेतों का असर देखने को मिल रहा है और बुधवार को भी अंतर्राष्ट्रीय बाजार के संकेत हावी रह सकते हैं. बुधवार के कारोबार में स्टॉक और सेक्टर स्पेस्फिक एक्शन बना रहेगा और कई ऐसी कंपनियां जो किसी वजह से सुर्खियों (stocks in news) में हैं, उनके स्टॉक्स (stock trading) में एक्शन देखने को मिल सकता है. अगर आप भी बुधवार के बाजार में किसी अच्छे सौदे की तलाश कर रहे हैं. इन स्टॉक्स को अपनी लिस्ट में शामिल कर सकते हैं.
क्या है विदेशी संकेत
मंगलवार की रात में अमेरिका ने रूस से तेल Trading सुर्खियों पर गैस और कोयले के आयात पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है. इससे घरेलू बाजार के सेंटीमेंट्स पर असर पड़ सकता है.अमेरिकी राष्ट्रपति ने साफ कहा कि इन कदमों से देश के नागरिकों को कष्ट होगा, हालांकि वो यूक्रेन की आजादी के लिये ये कदम उठाएंगे. वहीं पुतिन पहले ही धमकी दे चुके हैं कि रूस पर और प्रतिबंध लगे तो कच्चा तेल 300 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकता है. भारत के लिये कच्चा तेल पहले ही काफी महंगा पड़ रहा है ऐसे में कीमतों में और उछाल मुश्किलें बढ़ा सकता है. ऐलान के बाद ब्रेंट क्रूड एक बार फिर 130 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गया. बुधवार Trading सुर्खियों पर के कारोबार में ये बाजार पर अपना असर डाल सकता है. हालांकि यूरोप की तरफ से अभी ऐसा कोई ऐलान नहीं हुआ है. बाजार इस को भी ध्यान में रखेगा. इसके साथ ही कल चुनाव के नतीजे भी आने हैं तो निवेशकों की नतीजो पर भी नजर रहेगी.
किन स्टॉक्स में दिख सकता है एक्शन
आने वाले कुछ दिनों में कई कंपनियों की अहम बैठक है. जिसकी वजह से इनके स्टॉक्स में एक्शन देखने को मिल सकता है. इसमें अल्ट्राटेक सीमेंट, शॉपर्स स्टॉप, , यूपीएल, सफायर्स फूड्स, क्रॉप्टन ग्रीव्स, जिंदल स्टेनलैस, एसएमसी ग्लोबल, वोल्टास, फोर्टिस हेल्थकेयर आने वाले कुछ दिनों में एनालिस्ट और इनवेस्टर्स के मुलाकात करेगी. निवेशकों की नजर इन मीटिंग्स पर रहेगी, इससे कंपनी को लेकर अहम संकेत मिल सकते हैं. इसके अलावा याशो इंडस्ट्रीज का शेयर खबरों में है. कंपनी का बोर्ड कैपिटल एक्सपेंडिचर को लेकर 16 मार्च को एक बैठक कर रहा है. जायडस लाइफसाइंसेज, आईएस जीईसी हैवी इंजीनियरिंग, बाफना फार्मास्युटिकल्स, भारत Trading सुर्खियों पर फोर्ज, सन फार्मा भी अलग अलग डील की वजह से खबरों में हैं और इनके शेयरों में एक्शन देखने को मिल सकता है.