एक तकनीकी विश्लेषण

कॉमर्स की विशेषताएँ

कॉमर्स की विशेषताएँ
  1. अपना प्रॉडक्ट डेटा अपडेट करने के बाद, उसे फिर से सबमिट करें. ऐसा करने के लिए, इनमें से किसी एक तरीके का इस्तेमाल करें:
  2. इसके बाद, देख लें कि आपने समस्या को ठीक कर दिया है. इसके लिए, गड़बड़ी की जानकारी वाले पेज कॉमर्स की विशेषताएँ पर जाकर देखें कि समस्या वहां मौजूद तो नहीं है.

वेबसाईट क्‍या हैं उपयोग विशेषता 2022

इंटरनेट की दुनिया में website kya hai in hindi का नाम तो सभी लोग लगभग जरूर सुने होंगें. इंटरनेट पर जब भी हम लोग किसी जनकारी को सर्च करते हैं.

तो मन में जरूर सवाल आता होगा कि, यह जो जानकारी हमें मिल रहा हैं. यह कहां से मिलता हैं. और यह जानकारी देने वाला कौन हैं इंटरनेट पर यह जानकारी कहां से आया हैं.

दुनिया में किसी भी चीज के बारे में जानकारी आजकल बहुत ही आसानी से मिल जा रहा हैं. जानकारी मिलने का मुख्य वजह हैं, इंटरनेट और वेबसाइट यह दोनों ऑनलाइन दुनिया में काफी महत्वपूर्ण हैं. चलिए आज हम लोग जान लेते हैं की वेबसाइट क्या हैं Website in hindi.

Website kya hai वेबसाईट क्‍या हैं

वेबसाइट को हम लोग आसान भाषा में समझने के लिए कह सकते हैं की, वेबसाइट बहुत सारे पेजेस को एक जगह इकट्ठा करने का एक टूल हैं. जिसको हम लोग वेबसाइट कहते हैं या ढेर सारे वेब पेज को कलेक्ट जो करता हैं, उसे वेबसाइट कहते हैं.

जैसे जब भी हम लोग किसी वेबसाइट को ओपन करते हैं. तो वहां पर बहुत सारा पेज हम लोग देखते हैं. एक Website के अंदर बहुत सारे जो पेज होते हैं. उन सारे पेज को वेब पेज कहते हैं. सारे वेब पेजेस को मिला करके एक वेबसाइट बनता हैं जिसे वेबसाइट कहते हैं . दुनिया में जितने भी जानकारी हम लोग इंटरनेट पर सर्च करते हैं.

website kya hai in hindi

what is Website in hindi

वह सारा जानकारी किसी ना किसी Website के माध्यम से ही मिलता हैं. जैसे हम लोग किसी किताब के बारे में ही सर्च करते हैं, तो किताब के बारे में जो जानकारी मिलता हैं. वह किसी Website के माध्यम से मिलता हैं गूगल में सारे वेबसाइट का इंफॉर्मेशन रहता हैं .

और जब भी हम लोग गूगल में किसी भी चीज के बारे में सर्च करते हैं. तो जो रिलेटेड वेबसाइट होता हैं. उसको डिस्प्ले कर देता हैं. फिर वहां से हम लोग जानकारी प्राप्त करते हैं.

Static Website

वेबसाइट में जो पेज होते हैं और अलग-अलग तरह के पेज बनाए रहते हैं. जैसे किसी वेबसाइट के किसी भी पेज को, यदि हम लोग भी चैट करते हैं, और उस पेज का इंफॉर्मेशन सूचना बदलता नहीं हैं. एक ही जैसा बराबर उस पेज का बनावट और शब्द रहते हैं. उस पेज को स्टैटिक वेब पेज कहते हैं. जैसे किसी Website में अबाउट ऑस्कर जो पेज होता हैं.

वह बदलता नहीं हैं जब भी यह अबाउट्स का पेज खोला जाए, तो जैसा हैं वैसा ही दिखता हैं. वैसे पेज को स्टैटिक वेब पेज कहते हैं. वेबसाइट को दो तरह के पेजों पर बनाया जाता हैं . स्टैटिक वेब पेज और डायनेमिक वेब पेज . स्टैटिक वेब पेज Website को अधिकतर एचटीएमएल में डिजाइन किया जाता हैं.

Dynamic web pages

डायनेमिक जो पेज होते हैं . उनका जो इंफॉर्मेशन सूचना होता हैं. वह बदलते रहता हैं. जैसे किसी Website को हम लोग विजिट करते हैं. और वहां पर जो पेज होता हैं. वह बदलता हैं. तो वैसे पैज को डायनेमिक वेब पेज कहा जाता हैं. जैसे ट्विटर को हम लोग ओपन करते हैं, और वहां पर जो पेज हम देखते हैं.

और दूसरे आदमी ने ट्विटर को खोला हैं. तो वहां पर उसका दूसरा पैज ओपन हुआ हैं. तो ट्विटर का जो पेज हैं. वह बदलते रहता हैं. इसलिए ट्विटर का अधिकतर पेज डायनेमिक वेब पेज होता हैं.

और एक एग्जांपल से हम लोग समझते हैं. जैसे किसी भी Website किसी पीएच को हम लोग विजिट करते हैं . और उसी समय उस पेज पर कुछ नया अपडेट दिखने लगता हैं. तो उस पेज को हम लोग डायनेमिक वेब पेज के नाम से जानते हैं.

How to create website design & website builder

किसी भी प्रकार के व्यापार, शिक्षा या अन्य प्रकार के जानकारियों को , इंटरनेट के माध्यम से ऑनलाइन अधिक लोगों तक , पहुंचाने के लिए वेबसाइट का निर्माण किया जाता हैं. वेबसाइट बनाने के लिए सबसे पहले अपने वेबसाइट के काउंटिंग को , तैयार करना या प्लानिंग करना जरूरी होता हैं.

उसके बाद डोमिन को खरीदना पड़ता हैं. डोमिन क्या हैं. डोमिन एक Website का नाम होता हैं. जैसे गूगल को हम लोग google.com के नाम से जानते हैं. उसी तरह से जो भी वेबसाइट बनाया जाएगा . उसका कुछ डोमिन नाम होता हैं. उसको खरीदना पड़ता हैं उसके बाद वेब होस्टिंग खरीदना पड़ता हैं .

वेब होस्टिंग खरीदने के बाद आपको वेबसाइट बनाने के लिए, किसी वेब डेवलपर से बात करके वेबसाइट बनवा सकते हैं. या फिर आप वेबसाइट का डिजाइन एंड डेवलपमेंट जानते हैं. तो आप स्वयं भी कर सकते हैं . यदि आप ब्लॉगर या किसी इंफॉर्मेशन से संबंधित वेबसाइट बनाना चाहते हैं . तो आप वर्डप्रेस के माध्यम से भी बना सकते हैं .

एक अच्‍छा और बड़ा लेवल का Website बनाने के लिए पीएचपी सॉफ्टवेयर का प्रयोग किया जा सकता हैं . उसके डाटा वेस कनेक्टिविटी के लिए माई एसक्यूएल डाटाबेस का प्रयोग किया जा सकता हैं . उसके बाद आप अपने वेबसाइट को इंटरनेट पर डाल सकते हैं.

Types of Google Website in hindi

वेबसाइट का प्रकार बहुत ही हो सकता हैं . जैसे ब्लॉग वेबसाइट, ई-कॉमर्स वेबसाइट, एजुकेशन Website, बिजनेस वेबसाइट, सर्विस वेबसाइट, सर्च इंजन वेबसाइट और भी तरह के वेबसाइट बनाए जा सकते हैं . किसी भी तरह का जिनको जिस तरह का जरूरत हैं . उस तरह का वेबसाइट वह बनवा सकते हैं .

Most popular list of website कॉमर्स की विशेषताएँ in world

दुनिया में सबसे ज्यादा सर्च किया जाने वाला Website के बारे में, सभी को जानना बहुत ही जरूरी हैं. दुनिया में सबसे ज्यादा सर्च किया जाने वाला वेबसाइट हैं यह दुनिया के सबसे प्रसिद्ध ज्यादा सर्च और विजिट किया जाने वाला वेबसाइट हैं.

  • google.com
  • yahoo.com
  • facebook.com
  • twitter.com
  • linkedin.com

URL in Website

किसी भी वेबसाईट का यूआरएल होता हैं जैसे जब कभी भी किसी Website को ओपेन करते हैं तो उसका URL डालते हैं जैसे https://www.gyanitechraviji.com एक पूरा यूआएल का रूप में हैं नीचे इसका फुलफॉम दियें गयें हैं.

  • URL:-UNIFIED RESOURCE LOCATOR
  • HTTPS:- HYPERTEXT TRANSFER PROTOCOL
  • WWW: – World Wide Web

साराशं

website kya hai वेबसाइट क्या है वेबसाइट कैसे बनाते हैं, वेबसाइट का मतलब क्या होता है, Website से क्या लाभ हैं वेबसाइट के बारे में इस लेख में पूरी जानकारी दी गई है. फिर भी यदि वेबसाइट से संबंधित किसी भी प्रकार का सवाल हो तो कृप्या कमेंट करके जरूर पूछें.

तथा वेबसाइट के बारे में दी गई जानकारी कैसा लगा कृप्या कमेंट करके जरूर बताएं.इस जानकारी को सोशल मीडिया पर अपने दोस्त, मित्रों के साथ शेयर भी जरूर करें.

WhatsApp कॉमर्स पॉलिसी

  • पॉलिसी: ट्रांज़ेक्शन में ऐसा कंटेंट शामिल नहीं हो सकता, जो किसी भी कॉमर्स की विशेषताएँ थर्ड पार्टी के बौद्धिक संपदा अधिकारों का उल्लंघन करता हो, जिसमें कॉपीराइट या ट्रेडमार्क शामिल हैं. इसमें नकली उत्पादों की बिक्री, जैसे कि कॉमर्स की विशेषताएँ वह सामान जो किसी असली उत्पाद की नकल करने के लिए किसी अन्य कंपनी के उत्पादों के ट्रेडमार्क (नाम या लोगो) और/या भेदक विशेषताएँ को कॉपी करते हैं, शामिल हैं, लेकिन इन्हीं तक सीमित नहीं है.
  • उदाहरण:
    • ब्रांड के सामान की नकल, अनधिकृत कॉपी या प्रतिरूप या ऐसा सामान ऑफ़र करने वाली पोस्ट, जिससे कस्टमर उन सामानों के सोर्स, स्पॉन्सरशिप या संबद्धता के बारे में भ्रमित हों.कॉमर्स की विशेषताएँ
    • कॉपीराइट किए गए कार्यों की अनधिकृत या पाइरेट की गई कॉपी, जैसे कि वीडियो, मूवी, टीवी शो और प्रसारण, वीडियो गेम, CD या अन्य संगीतमय कार्य, पुस्तकें आदि.

    ठीक करने का तरीका: सब-एट्रिब्यूट के अमान्य फ़ॉर्मैट

    आपके एक या एक से ज़्यादा प्रॉडक्ट में, सब-एट्रिब्यूट की कोई ऐसी वैल्यू शामिल है जो गलत तरीके से फ़ॉर्मैट की गई है. उदाहरण के लिए, हो सकता है कि आपने प्रॉडक्ट के किसी ग्रुप को एक ही शिपिंग [shipping] एट्रिब्यूट से टैग किया हो. इस एट्रिब्यूट की वैल्यू के रूप में आपने " US " डाला हो, लेकिन आपने उसके लिए ज़रूरी सभी सब-एट्रिब्यूट न डाले हों. इस एट्रिब्यूट के लिए सही वैल्यू " US. 1.23 " हो सकती है जिसे कोलन से अलग करके और ज़रूरी सब-एट्रिब्यूट के साथ डाला गया हो. अगर आप गलत तरीके से फ़ॉर्मैट किया गया कोई उप विशेषता मान शामिल करते हैं, तो विशेषता अस्वीकार कर दी जाएगी और उसे रद्द कर दिया जाएगा.

    यह नीचे दी गई विशेषताओं पर लागू होता है:

    इस समस्या को ठीक करने के लिए, इस एट्रिब्यूट के लिए सही फ़ॉर्मैट का इस्तेमाल करें और सभी ज़रूरी सब-एट्रिब्यूट शामिल करें.

    निर्देश

    पहला चरण: वे प्रॉडक्ट देखना जिन पर असर पड़ा है

    1. अपने Merchant Center खाते में साइन इन करें.
    2. नेविगेशन मेन्यू में प्रॉडक्ट चुनें. फिर गड़बड़ी की जानकारी पर क्लिक करें.
    3. आपके प्रॉडक्ट पर असर डालने वाली समस्याओं को देखने के लिए, सामान की समस्याएं टैब पर क्लिक करें.

    सभी समस्याओं वाले सभी प्रॉडक्ट की लिस्ट, (.csv फ़ॉर्मैट में) डाउनलोड करने के लिए:

    • 'फ़िल्टर करें' बटन के आगे दिए गए, 'डाउनलोड करें' बटन पर क्लिक करें. यह बटन, ग्राफ़ के नीचे और समस्याओं की सूची के ऊपर मौजूद होता है.

    किसी खास समस्या वाले सभी सामानों की लिस्ट, (.csv फ़ॉर्मैट में) डाउनलोड करने के लिए:

    • इस समस्या को “समस्या” कॉलम में ढूंढें. इसके बाद, लाइन के आखिर में दिए गए 'डाउनलोड करें' बटन पर क्लिक करें.

    इस समस्या वाले 50 प्रॉडक्ट की सूची देखने के लिए:

    • इस समस्या को “समस्या” कॉलम में ढूंढें. इसके बाद, “इन प्रॉडक्ट पर असर पड़ा है” कॉलम में उदाहरण देखें पर क्लिक करें.

    दूसरा चरण: सभी ज़रूरी सब-एट्रिब्यूट को, सही फ़ॉर्मैट में शामिल करना

    1. डाउनलोड की गई रिपोर्ट को फ़िल्टर करें. ऐसा करने पर, आपको सिर्फ़ वे प्रॉडक्ट दिखेंगे जिनमें यह समस्या होगी: "समस्या का शीर्षक" = सब-एट्रिब्यूट का फ़ॉर्मैट गलत है.
    2. इस समस्या वाले प्रॉडक्ट के लिए, कॉमर्स की विशेषताएँ आईडी का इस्तेमाल करके प्रॉडक्ट डेटा खोजें. साथ ही, पक्का करें कि हर प्रॉडक्ट में, सब-एट्रिब्यूट के लिए सही वैल्यू का इस्तेमाल किया जा रहा हो और सभी ज़रूरी सब-एट्रिब्यूट, सूची में शामिल हों. हर एक सब-एट्रिब्यूट के बीच सेपरेटर का निशान शामिल करना न भूलें.

    तीसरा चरण: अपना उत्पाद डेटा फिर से सबमिट करें

    1. अपना प्रॉडक्ट डेटा अपडेट करने के बाद, उसे फिर से सबमिट करें. ऐसा करने के लिए, इनमें से किसी एक तरीके का इस्तेमाल करें:
  • इसके बाद, देख लें कि आपने समस्या को ठीक कर दिया है. इसके लिए, गड़बड़ी की जानकारी वाले पेज पर जाकर देखें कि समस्या वहां मौजूद तो नहीं है.

  • इन्टरनेट के क्या-क्या लाभ है, इन्टरनेट की विशेषताएँ /इन्टरनेट के फायदे | Uses of Internet

    इन्टरनेट के लाभ/इन्टरनेट की विशेषताएँ/इन्टरनेट के फायदे

    Internet Benefits / Internet Features / Uses of Internet

    Uses of Internet in hindi- आज का युग Internet का युग है। वर्तमान युग को तकनीकी क्रांति का युग कहा जा सकता है। वर्तमान में जितनी तेजी से तकनीकी का विकास हुआ है,उतना पहले कभी नही हुआ।

    आज इन्टरनेट का प्रयोग हर क्षेत्र में किया जाता है। Internet की मुख्य विशेषताये निम्न है।

    Uses of Internet, internet के उपयोग

    1.मनोरंजन का स्रोत (Source of Entertainment )-

    इन्टरनेट मनोरंजन का विस्तृत क्षेत्र है। यहाँ एंटरटेनमेंट के बहुत से साधन है जैसे-Games,Videos,Audio,Images & Movie’s आदि ।इन मनोरंजन के साधनों से बहुत से लोग अपना ज्यादातर समय इन्टरनेट पर बिताते है।

    2.पारस्परिक सम्प्रेषण (Interactive Communication)-

    इन्टरनेट के जरिये परस्पर और कॉमर्स की विशेषताएँ शीघ्र सम्प्रेषण सम्भव है।इंटरनेट Communication का सबसे तेज,विश्वसनीय और सस्ता (Cheapest) साधन है।इन्टरनेट के जरिये लोग अपने विचारों का आदान- प्रदान करते है।
    इन्टरनेट पर communication Audio, Video, Text आदि के माध्यम से संभव होता है।

    3.सीधा संपर्क (Direct Contact)-

    इन्टरनेट के विकसित होने से ग्राहकों और संगठनों के बीच सीधा संपर्क संभव हो गया है।

    विशेष रूप से सर्विस उद्योग में।
    शेयरो का क्रय-विक्रय,विशिष्ट विषयो के सम्बन्ध में विशिष्ट website download करने जैसे कार्य आसानी से इंटरनेट पर उपलब्ध होते है।

    4.ऑन लाइन शॉपिंग (online shopping)

    इन्टरनेट पर आज बहुत सी वेबसाइट ऐसी है जिन पर हम घर बैठे ऑनलाइन शॉपिंग कर सकते है।

    और अपनी जरुरत के अनुसार कोई सम्मान को खरीद सकते है। यहाँ पर उचित डिस्काउंट पर सामग्री मिल जाती है।
    इन्टरनेट से वस्तुओं को खरीद व बेच सकते है।इन्टरनेट पर वस्तु खरीदने की प्रक्रिया काफी आसान है पहले हम वस्तु का आर्डर दे सकते है।जैसे-Laptops,Computers,mobile,books,cloths,dvd,software & furniture etc.

    5.रोजगार के अवसर ( Employment opportunities)-

    इन्टरनेट सभी के लिए रोजगार का साधन भी है यह सभी को रोजगार प्रदान करता है।

    इंटरनेट के माध्यम से हम उन कंपनियों को अपना बायोडाटा (Biodata) भेज सकते है जिनमे हम नोकरी करना चाहते है।
    और जिन बन्दों में टेलेंट होता है कॉमर्स की विशेषताएँ वो E-mitra, YouTube, blogging,pnl online teaching आदि के माध्यम से भी अपनी कमाई कर सकते है।

    6.इंटरनेट पर व्यापार ( Business on the internet)

    इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स इन्टरनेट (Electronic Commerce Internet) की प्रक्रिया है जहाँ सभी प्रकार के व्यापारिक कार्य किये जाते है। जैसे-वस्तुओं के लिए ऑनलाइन आर्डर करना,अनुमानित कीमत लगाना,खरीद आर्डर,माल के स्टॉक और निष्पादन की जानकारी,बिलो का भुगतान,व्यापारिक दस्तावेजो का आदान प्रदान आदि।

    7.शिक्षण (education)-

    आज कल बहुत से शिक्षक और छात्र अपनी शिक्षा सम्बन्धी समस्या को इंटरनेट के माध्यम से दूर करते है।

    self study करने वाले तो पूरी तरह से ही इन्टरनेट पर निर्भर रहते है।
    इन्टरनेट कॉमर्स की विशेषताएँ पर बहुत से tution classes, tutorials,Notes आदि मौजूद है।साथ ही यू ट्यूब पर भी शिक्षा सम्बन्धी अनेक प्रकार के चेन्नल मौजूद है।

    8.इन्टरनेट सेवाएँ (Internet Services)

    Internet पर बहुत सी सेवाएं available है

    जिनमे वर्ल्ड वाइड वेब,web page,web browser, Search Engine, Email ,Net surfing आदि internet सेवाएं शामिल है।

    9 अन्य (Other)-
    उपर्युक्त कार्यो के अलावा Internet का प्रयोग Education, bank, Hospitals, media, स्मार्ट क्लास,अनुसंधान आदि क्षेत्रों में भी अधिकता से किया जाता है।

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