जमा और निकासी

Reports appearing in some sections of social media about RBI closing down certain commercial banks are false. — ReserveBankOfIndia (@RBI) September 25, 2019
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WinZO पर पेश किए जाने वाले सभी खेल और प्रारूप वे हैं जिनमें कौशल की प्रधानता शामिल है। ऑल इंडिया गेमिंग फेडरेशन (AIGF) का एक हस्ताक्षरकर्ता WinZO एक बिल्कुल सुरक्षित और सुरक्षित सोशल गेमिंग प्लेटफॉर्म है जो यह सुनिश्चित करता है कि प्लेटफॉर्म पर सूचीबद्ध सभी गेम निष्पक्ष हों। एक वास्तविक समय और सुरक्षित जमा और निकासी पारिस्थितिकी तंत्र के साथ लादेन, हम विश्वसनीय भुगतान भागीदारों जैसे पेटीएम, Google पे, फोनपे, भीम आदि के साथ साझेदारी करते हैं। हमने धोखाधड़ी के खेल और/या खिलाड़ियों जमा और निकासी को प्रतिबंधित करने के लिए धोखाधड़ी का पता लगाने के तंत्र के स्तर को भी बढ़ाया है जिससे WinZO बना रहा है। एक निष्पक्ष और सुरक्षित मंच।
WinZO ऐप Android और iOS दोनों यूजर्स के लिए उपलब्ध है। एंड्रॉइड उपयोगकर्ता इस पेज पर डाउनलोड बटन से ऐप डाउनलोड कर सकते हैं, जबकि आईओएस उपयोगकर्ता सीधे ऐप्पल ऐप स्टोर से ऐप डाउनलोड कर सकते हैं।
SBI द्वारा RBI और सरकार से मिलीभगत कर जनता के पैसे लूटे जाने वाला भ्रामक सन्देश हुआ वायरल
SBI ने RBI औऱ मोदी सरकार के साथ मिलकर बड़े आयोजन के साथ लूट शुरू कर दी है। अगर आपके बचत खाते से वर्ष मे 40 ट्रांजेक्शन (जमा/निकासी) से अधिक है तो 41 वे ट्रांजेक्शन से हर बार ₹ 57.50 आप की जमा राशी से काट लिया जायेगा। ये ट्रांजेक्शन चेक से हो, स्थायी सूचना से हो या कार्ड से बस 40 हो गए तो लूट चालू। अब सेलेरी के 12 और महीने मे दो बार भी उठाया 36 तो हो गए, अब किसी को चैक से 12 पेमेंट भी किये तो आपके खाते से ₹ 460 तो गए ही समझो।
Verification:
सोशल मीडिया में एक दावा बहुत ही तेजी से वायरल हो रहा है। दावे में बताया जा रहा है कि एक वर्ष में अगर आप 40 से अधिक निकासी करने पर प्रति ट्रांजैक्शन 57.50 रुपए देने पड़ेंगे। पूरा दावा कुछ इस तरह है, “”पैसा आपका मौज सरकारी बैंकों की” हो गई अच्छे दिन की शुरुआत एक और फैसले के साथ। SBI ने RBI औऱ मोदी सरकार के साथ मिलकर बड़े आयोजन के साथ लूट शुरू कर दी है।
धोखाधड़ी रोकने के लिए नॉन-बेस ब्रांच में सीलिंग लिमिट लागू करने वाले बैंक बैंकिंग विनियम अधिनियम या एनआई अधिनियम का उल्लंघन नहीं करते: मद्रास हाईकोर्ट
जस्टिस एन सतीश कुमार ने आगे कहा कि जब अकाउंट होल्डर ने नॉन-बेस ब्रांच पर लगाए गए सभी प्रतिबंधों को जानते हुए खुद बैंक अकाउंट खोला तो वह बाद में यह शिकायत नहीं कर सकता कि यह उसके संपत्ति के अधिकार का उल्लंघन है।
जब अकाउंट होल्डर ने नॉन-बेस ब्रांच में चेक का भुगतान करने में सभी प्रतिबंधों के साथ सचेत रूप से अकाउंट खोला तो वह शिकायत नहीं कर सकता कि यह संपत्ति के अधिकार का उल्लंघन है। जब रिज़र्व बैंक के पास कानून के तहत आवश्यक दिशानिर्देश तैयार करने की शक्ति है और बैंकों ने भी धोखाधड़ी को रोकने के लिए अपनी नीति बनाई है तो यह नहीं कहा जा सकता कि इस तरह के प्रतिबंध वास्तव में रिट याचिकाकर्ताओं के संपत्ति के अधिकार का उल्लंघन करते हैं।
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WinZO पर पेश किए जाने वाले सभी खेल और प्रारूप वे हैं जिनमें कौशल की प्रधानता शामिल है। ऑल इंडिया गेमिंग फेडरेशन (AIGF) का एक हस्ताक्षरकर्ता WinZO एक बिल्कुल सुरक्षित और सुरक्षित सोशल गेमिंग प्लेटफॉर्म है जो यह सुनिश्चित करता है कि प्लेटफॉर्म पर सूचीबद्ध सभी गेम निष्पक्ष हों। एक वास्तविक समय और सुरक्षित जमा और निकासी पारिस्थितिकी तंत्र के साथ लादेन, हम विश्वसनीय भुगतान भागीदारों जैसे पेटीएम, Google पे, फोनपे, भीम आदि के साथ साझेदारी करते हैं। हमने धोखाधड़ी के खेल और/या खिलाड़ियों को प्रतिबंधित करने के लिए धोखाधड़ी का पता लगाने के तंत्र के स्तर को भी बढ़ाया है जिससे WinZO बना रहा है। एक निष्पक्ष और सुरक्षित मंच।
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EPF ( Employees’ Provident Fund ) पर ब्याज की गणना
ईपीएफ ब्याज की गणना हर महीने कर्मचारी भविष्य निधि ( Employees’ Provident Fund ) खाते में जमा मासिक रनिंग बैलेंस के आधार पर की जाती है। लेकिन, इसे साल के अंत में जमा किया जाता है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ( Employees’ Provident Fund Organisation ) के नियम के मुताबिक अगर चालू वित्त वर्ष की आखिरी तारीख को बकाया रकम में से एक साल में कोई रकम निकाली जाती है तो उस पर 12 महीने का ब्याज काट लिया जाता है ! EPFO जमा और निकासी हमेशा अकाउंट के ओपनिंग और क्लोजिंग बैलेंस को लेता है। इसकी गणना करने के लिए, मासिक रनिंग बैलेंस को ब्याज दर / 1200 से जोड़ा और गुणा किया जाता है।
यदि चालू वित्त वर्ष के दौरान कोई राशि निकाली जाती है, तो कर्मचारी भविष्य निधि ( Employees’ Provident Fund ) ब्याज की राशि ( पीएफ ब्याज गणना ) वर्ष की शुरुआत से निकासी से ठीक पहले के महीने तक ली जाती है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ( Employees’ Provident Fund Organisation ) में साल का क्लोजिंग बैलेंस इसका ओपनिंग बैलेंस + योगदान-आहरण (यदि कोई हो) + ब्याज होगा।
ऐसे समझिए : EPFO Interest Calculation
- मूल वेतन + महंगाई भत्ता (डीए) = ₹30,000
- कर्मचारी अंशदान ईपीएफ = ₹30,000 का 12% = ₹3,600
- नियोक्ता अंशदान ईपीएस (1,250 की सीमा के अधीन) = ₹1,250
- नियोक्ता अंशदान ईपीएफ = (₹3,600-₹1,250) = ₹2,350
- कुल मासिक ईपीएफ अंशदान = ₹3,600 + ₹2350 = ₹5,950
- अप्रैल में कुल कर्मचारी भविष्य निधि ( Employees’ Provident Fund ) योगदान = ₹ 5,950
- अप्रैल में ईपीएफ पर ब्याज = शून्य (पहले महीने में कोई ब्याज नहीं)
- अप्रैल के अंत में ईपीएफ खाते की शेष राशि = ₹ 5,950
- मई में ईपीएफ अंशदान = ₹5,950
- मई जमा और निकासी के अंत में ईपीएफ खाते की शेष राशि = ₹11,900
- मासिक ब्याज गणना (EPF ब्याज गणना) = 8.50%/12 = 0.007083%
- मई ईपीएफ पर ब्याज की गणना = ₹ 11,900 * 0.007083% = ₹ 84.29
यह सूत्र लागू है : Employees’ Provident Fund Check
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ( Employees’ Provident Fund Organisation ) में किसी भी वित्तीय वर्ष के लिए ब्याज दर सरकार द्वारा अधिसूचित की जाती है। वर्तमान जमा और निकासी वित्त साल के अंत में कर्मचारी भविष्य निधि ( Employees’ Provident Fund ) ब्याज की गणना की जाती है। वर्ष के प्रत्येक माह की अंतिम तिथि को शेष राशि को जोड़कर उस राशि को निश्चित ब्याज दर को 1200 से भाग देकर ब्याज की राशि निकाली जाती है ।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ( Employees’ Provident Fund Organisation ) सब्सक्राइबर के लिए जल्द ही बड़ा ऐलान होने वाला है। 12 मार्च को होने वाली सीबीटी बैठक में चालू वित्त वर्ष के लिए ब्याज पर फैसला लिया जा सकता है। उम्मीद है कि कर्मचारी भविष्य निधि ( Employees’ Provident Fund ) ब्याज दरों को 8.5 फीसदी पर स्थिर रखा जा सकता है। लेकिन, चर्चा यह भी है कि मुश्किल समय में ईपीएफओ की कमाई जमा और निकासी की समीक्षा के आधार पर इसमें कटौती भी की जा सकती है !