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RSI के साथ

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हाईकोर्ट के निर्देश: रिक्त सीएमओ पद पर आरआई और आरएसआई को ही दिया जा सकता है प्रभार

जिले में आठ नगरीय RSI के साथ निकाय हैं। उनमें से 7 नगरीय निकायों में प्रभारी सीएमओ की पदस्थापना है। खास बात यह है कि हाईकोर्ट के स्पष्ट निर्देश हैं कि रिक्त सीएमओ पद पर आरआई और आरएसआई को ही पदस्थापना मिले। लेकिन जिले 5 निकायों में बाबुओं (लिपिकीय संवर्ग) को सीएमओ का प्रभार दिया गया है। यही नहीं तीन नए नगरीय निकाय पोहरी, मंगरोनी और रन्नौद का गजट नोटिफिकेशन तो शासन ने जारी कर दिया है और यहां वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया भी पूरी हो गई है, लेकिन आज तक यहां सीएमओ पदस्थ नहीं हो सके हैं।

हाईकोर्ट के हैं स्पष्ट निर्देश
जबलपुर और इंदौर हाईकोर्ट के स्पष्ट दिशा निर्देश हैं कि नगरीय निकाय में सीएमओ के न होने पर यदि किसी दूसरे अधिकारी को सीएमओ का प्रभार देना हो तो वह आरआई और आरएसआई से नीचे पद पर नहीं होना चाहिए। लेकिन जिले के नगरीय निकायों में हालात इसके उलट हैं। यहां बाबुओं को ही सीएमओ का प्रभार सौंप दिया गया है। बता दें कि प्रभारी सीएमओ पर वित्तीय प्रभार नहीं होते। प्रभारी सीएमओ नीतिगत निर्णय लेने में सक्षम नहीं। प्रभारी सीएमओ को महज चालू कार्यभार दिया जाता है, जिससे नगरीय निकाय के संचालन में परेशानी होती है।

शिवपुरी, करैरा, कोलारस, बदरवास और बैराड़ में कामचलाऊ सीएमओ

1. करैरा में बाबू दिनेश श्रीवास्तव को बनाया प्रभारी सीएमओ करैरा नगरीय निकाय में दिनेश श्रीवास्तव जो लिपिकीय संवर्ग से हैं उन पर सीएमओ का प्रभार है। यहां शासन ने उन्हें पहले मूल पद पर भेजा था, लेकिन नए सीएमओ की पदस्थापना नहीं होने से यहां प्रभार में अभी भी लिपिकीय संवर्ग के दिनेश श्रीवास्तव पर ही सीएमओ का प्रभार है।

2. नरवर नगरीय निकाय में आरएसआई प्रीतम मांझी पर सीएमओ का प्रभार
नरवर नगरीय निकाय में सीएमओ का प्रभार रेवेन्यू सब इंस्पेक्टर प्रीतम मांझी पर प्रभार है। शासन ने उन्हें पहले मूल पद पर भेजा था, लेकिन नए सीएमओ की पदस्थापना नहीं होने से यहां प्रभार में अभी भी रेवन्यू सब इंस्पेक्टर प्रीतम मांझी पर ही है।

3. बदरवास में आरआई फिर भी एकाउंटेंट विजय गोयल पर है प्रभार
बदरवास नगरीय निकाल में आर आई सौरभ गौड की पदस्थापना पहले प्रभारी सीएमओ बदरवास के रुप में थी। लेकिन पिछले तीन महीनों से सीएमओ का प्रभार उनके अधीनस्थ एकाउंटेंट रहे विजय गोयल को दे दिया गया है। जिसके चलते आरआई सौरभ गौड वहां पदस्थ हैं लेकिन प्रभार आज भी एकाउंटेंट के पास है।

4. खनियांधाना के सीएमओ विनय भट्ट पर पिछोर का अतिरिक्त प्रभार
खनियांधाना के सीएमओ विनय भट्ट हैं, वह राज्य शासन द्वारा नियुक्त सीएमओ हैं लेकिन विनय भट्ट पर ही नगरीय निकाय खनियांधाना के साथ पिछोर का अतिरिक्त प्रभार है। इस वजह से उन्हें एक नहीं दो नगरीय निकायों का दायित्व निभाना पड़ता है।
5. सीएमओ केके पटेरिया के स्थानांतरण के बाद यहां का प्रभार एचओ पर
नगर पालिका शिवपुरी में मुख्य नगर पालिका अधिकारी रहे केके पटेरिया सितंबर माह में शिवपुरी से स्थानांतरण हो गया। वर्तमान में केके पटेरिया चंदेरी में मुख्य नगर पालिका अिधकारी हैं। इनके जाने के बाद नगरपालिका शिवपुरी का प्रभार स्वास्थ्य अधिकारी गोविंद भार्गव को RSI के साथ दिया गया है।

6. बैराड़ में सीएमओ का प्रभार डूडा के प्रभारी मधुसूदन श्रीवास्तव पर
बैराड़ नगरीय निकाय में मुख्य नगर पालिका अधिकारी के सेवानिवृत हो जाने के बाद यहां का प्रभार डूडा के प्रभारी मधुसूदन श्रीवास्तव को सीएमओ का प्रभार दिया गया। अब वह पिछले कुछ दिनों से बैराड़ के प्रभारी सीएमओ हैं।
7. कोलारस में लिपिकीय संवर्ग के रमेश भार्गव पर है सीएमओ का प्रभार
कोलारस नगरीय निकाय में संयुक्त संचालक ग्वालियर के निर्देश पर लिपिकीय संवर्ग के कर्मचारी रमेश भार्गव को मुख्य नगर पालिका अधिकारी का प्रभार है। यहां RSI के साथ पदस्थ मुख्य नगर पालिका अधिकारी प्रियंका सिंह का अगस्त में कोलारस से स्थानांतरण हो गया था। मुख्य नगर पालिका अधिकारी का स्थानांतरण होने के बाद यहां संयुक्त संचालक ग्वालियर के निर्देश पर रमेश भार्गव पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी का प्रभार है। जबकि इनकी मूल पदस्थापना नगर परिषद करैरा में हैं और वे कोलारस नगरीय निकाय के प्रभारी नगर पालिका अधिकारी के रूप में कर रहे हैं। ऐसे में यहां प्रभारी अधिकारी होने के कारण क्षेत्र में विकाय कार्य भी नहीं हो पा रहे हैं।

नई नगर पंचायतों का गजट नोटिफिकेशन जारी पर यहां अभी मुख्य नगर पालिका अधिकारी ही पदस्थापना नहीं
जिले में 3 नई नगर पंचायतों का गजट नोटिफिकेशन जारी हो गया है। लेकिन यहां अभी तक सीएमओ की पदस्थापना नहीं हुई है। जिले के पोहरी, मंगरोनी और रन्नौद में नगर पंचायतों के गठन के साथ वार्डों का आरक्षण भी पूरा हो गया है, लेकिन यहां अभी तक राज्य शासन ने सीएमओ की पदस्थापना नहीं की है।

यह तो शासन के अधीन है कि कहां कौन सीएमओ रहेगा
मेरी मूल पदस्थापना तो डूडा में परियोजना अधिकारी की है। मुझे बैराड़ नगरीय निकाय के सीएमओ का प्रभार मिला है। इसलिए वहां का काम भी देख रहा हूं। यह तो राज्य शासन के अधीन है कि कहां कौन सीएमओ रहेगा। हम दोनों जगह अपनी जिम्मेदारी से काम कर रहे हैं।
मधु श्रीवास्तव, प्रभारी सीएमओ नगरीय निकाय बैराड़

Bollinger Band के बारे में part 2

Bollinger Band Entry Exit Setup with Standard Deviation 2.5

जब भी Day Candle Bollinger Band के नीचे बंद हो, मतलब कि Body के साथ, Wick के साथ नहीं। अगर Wick Band के बाहर है और Body Band से Touch कर रही है तो Entry नहीं करना है। अगले दिन Day low से 3% नीचे buy order लगाना है।

जैसे कि नीचे के इस चार्ट में देख सकते हैं –

इसमें हमारी Entry 27June 2018 को बनती है, न कि उसके पिछले दो दिनों में, यहाँ जैसे ही Body के साथ Candle Bollinger Band के बाहर बंद होती है, हम अगले दिन उस दिन का low 1215 का 3% नीचे buy order लगा देंगे, जो कि 1179 होता है, यहाँ हमारा Stop Loss अपनी खरीदी का 3% नीचे रख सकते हैं, यह बहुत ही safe traders के लिये है, क्योंकि यहाँ हमारा target minimum 10-15% का होगा।

हमें अगले दिन 28 June 2018 को Entry मिल गई, और हम अब candle को कम से कम 20 SMA याने कि Bollinger Band के Middle तक का Target रखेंगे, यहाँ ध्यान रखेंगे कि RSI जैसे ही 50 से ऊपर जाये, हमें अपना profit book कर लेना है। अगर यहाँ देखा जाये तो 6 July 2018 को 20 SMA पर 1283 पर exit मिल गया है। यहाँ profit हुआ 104 का, जो कि लगभग 9-10% profit होता है। हमारी रिस्क Stop Loss 3% याने कि 33 का होता तो यहाँ हमारा Risk & Reward Ratio 1:3 का होता है।

यह setup Day Time Frame में किसी भी Stock, Future, Indices पर लगाया जा सकता है, Entry करने के पहले अपने Confidence के लिये BackTest जरूर कर लें।

कोई प्रश्न है तो कमेंट में लिख सकते हैं।

Legal Declaimer – I am not SEBI Registered Research Analyst. All Posts, Views & Ideas are for Educational purpose only. I am not responsible for your Profit & Loss. Please RSI के साथ consult your Financial Advisor before making any Investment / taking any trade position in market.

आरएसआई मातादीन विश्वकर्मा अमानगंज के RSI के साथ प्रभारी सीएमओ बने

लवकुशनगर | वरिष्ठ कीर्तनकार और नगर परिषद लवकुशनगर के राजस्व उप निरीक्षक मातादीन विश्वकर्मा को नगरीय विकास एवं आवास विभाग के 1 मार्च को जारी आदेश के तहत पन्ना जिले की अमानगंज नगर परिषद का प्रभारी मुख्य नगर पालिका अधिकारी बनाया गया RSI के साथ है। विभाग के उप सचिव द्वारा जारी आदेश नगर परिषद पहुंच गया है। मातादीन विश्वकर्मा ने बताया कि एक दो दिन में कार्यमुक्त होने के बाद वह अपना नया पद भार संभाल लेंगे।

गौरतलब है कि मातादीन विश्वकर्मा नगर परिषद के अधिकारी के साथ- साथ ख्यातिप्राप्त कीर्तनकार भी हैं, जिनका नाम देश के गिने चुने वरिष्ठ कीर्तनकारों में शुमार है।

कीर्तन क्षेत्र में उनकी एक बेहद शालीन, गंभीर कलाकार के रूप में पहचान है। इस नए दायित्व के बारे में उन्होंने बताया कि सरकारी नौकरी के अंतिम पायदान पर मिली यह नई जवाबदारी वह पूरी शिद्दत के साथ निभाते हुए लोगों की सेवा करना चाहते हैं और इस पद पर रहते कुछ हटकर करना चाहेंगे जो एक मिसाल बने।

सापेक्ष शक्ति सूचकांक

सापेक्ष शक्ति सूचकांक ( RSI ) एक है तकनीकी सूचक के विश्लेषण में इस्तेमाल वित्तीय बाजारों । इसका उद्देश्य हाल की व्यापारिक अवधि के समापन मूल्यों के आधार पर किसी शेयर या बाजार की वर्तमान और ऐतिहासिक ताकत या कमजोरी को चार्ट करना है। संकेतक को सापेक्ष शक्ति के साथ भ्रमित नहीं होना चाहिए ।

आरएसआई को गति थरथरानवाला के रूप में वर्गीकृत किया गया है , जो मूल्य आंदोलनों के वेग और परिमाण को मापता है। गति मूल्य में वृद्धि या गिरावट की दर है। आरएसआई गति की गणना उच्च बंद से निचले बंद के अनुपात के रूप में करता है: जिन शेयरों में अधिक या मजबूत सकारात्मक परिवर्तन हुए हैं, उनमें उन शेयरों की तुलना में अधिक आरएसआई है जिनमें अधिक या मजबूत नकारात्मक परिवर्तन हुए हैं।

आरएसआई का उपयोग आमतौर पर 14-दिन की समय सीमा पर किया जाता है, जिसे 0 से 100 के पैमाने पर मापा जाता है, जिसमें उच्च और निम्न स्तर क्रमशः 70 और 30 पर चिह्नित होते हैं। छोटी या लंबी समय-सीमा का उपयोग वैकल्पिक रूप से छोटे या लंबे दृष्टिकोण के लिए किया जाता है। उच्च और निम्न स्तर- 80 और 20, या 90 और 10- कम बार होते हैं लेकिन मजबूत गति का संकेत देते हैं।

सापेक्ष शक्ति सूचकांक को जे. वेलेस वाइल्डर द्वारा विकसित किया गया था और जून 1978 के अंक में 1978 की एक पुस्तक, न्यू कॉन्सेप्ट्स इन टेक्निकल ट्रेडिंग सिस्टम्स और कमोडिटीज पत्रिका (अब फ्यूचर्स पत्रिका) RSI के साथ में प्रकाशित किया गया था। [१] यह सबसे लोकप्रिय थरथरानवाला सूचकांकों में से एक बन गया है। [2]

आरएसआई संकेत प्रदान करता RSI के साथ है जो निवेशकों को सुरक्षा या मुद्रा के ओवरसोल्ड होने पर खरीदने और इसे अधिक खरीदने पर बेचने के लिए कहता है। [३]

अनुशंसित मापदंडों और इसके दैनिक अनुकूलन के साथ आरएसआई का परीक्षण किया गया और मारेक और सेडिवा (2017) में अन्य रणनीतियों के साथ तुलना की गई। परीक्षण समय और कंपनियों (जैसे, Apple , Exxon Mobile , IBM , Microsoft ) में यादृच्छिक रूप से किया गया RSI के साथ था और दिखाया गया था कि RSI अभी भी अच्छे परिणाम दे सकता है; हालांकि, लंबे समय में यह आमतौर पर साधारण खरीद और पकड़ की रणनीति से दूर हो जाता है। [४]

प्रत्येक व्यापारिक अवधि के लिए एक ऊपर की ओर परिवर्तन यू या नीचे की ओर परिवर्तन डी की गणना की जाती है। ऊपर की अवधि को पिछले बंद की तुलना में करीब होने की विशेषता है:

इसके विपरीत, एक डाउन पीरियड को पिछली अवधि के क्लोज से कम होने की विशेषता है (ध्यान दें कि डी फिर भी एक सकारात्मक संख्या है),

यदि अंतिम पास पिछले के समान है, तो U और D दोनों शून्य हैं। औसत यू और डी का उपयोग कर एक गणना कर रहे हैं n -period समतल या चलती औसत संशोधित (SMMA या एमएमए) जो एक है तेजी से समतल के साथ गतिशील औसत α = 1 / अवधि। कुछ वाणिज्यिक पैकेज, जैसे एआईक्यू, वाइल्डर के एसएमएमए के बजाय औसत के रूप में एक मानक एक्सपोनेंशियल मूविंग एवरेज (ईएमए) का उपयोग करते हैं।

वाइल्डर ने मूल रूप से चलती औसत की गणना इस प्रकार की: न्यूवल = (प्रचलित * (अवधि - 1) + न्यूडेटा) / अवधि। यह पूरी तरह से उपरोक्त घातीय चौरसाई के बराबर है। नया डेटा केवल उस अवधि से विभाजित होता है जो 1/अवधि के अल्फ़ा परिकलित मान के बराबर होता RSI के साथ है। पिछले औसत मूल्यों को (अवधि -1)/अवधि द्वारा संशोधित किया जाता है जो प्रभाव में अवधि/अवधि - 1/अवधि और अंत में RSI के साथ 1-1/अवधि जो 1 - अल्फा है।

इन औसतों का अनुपात सापेक्ष शक्ति या सापेक्ष शक्ति कारक है :

यदि डी मानों का औसत शून्य है, तो समीकरण के अनुसार, आरएस मान अनंत तक पहुंच जाएगा, जिससे परिणामी आरएसआई, जैसा कि नीचे गणना की गई है, 100 तक पहुंच जाएगा।

सापेक्ष शक्ति कारक को 0 और 100 के बीच एक सापेक्ष शक्ति सूचकांक में बदल दिया जाता है: [1]

मूल्य श्रृंखला में पहले n मानों का उपयोग करके एक सरल चलती औसत के साथ सुचारू चलती औसत को उचित रूप से प्रारंभ किया जाना चाहिए ।

कर्नाटक स्टेट पुलिस में SI और RSI भर्ती परीक्षा का एडमिट कार्ड जारी, यहां करें डाउनलोड

कर्नाटक स्टेट पुलिस (Karnataka State Police, KSP) में सब-इंस्पेक्टर(SI) और रिजर्व सब-इंस्पेक्टर (RSI) पदों भर्ती परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दी गयी है. आवेदन करने वाले छात्र ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं.

कर्नाटक स्टेट पुलिस में SI और RSI भर्ती परीक्षा का एडमिट कार्ड जारी, यहां करें डाउनलोड

Updated on: Dec 06, 2020 | 5:42 PM

कर्नाटक स्टेट पुलिस (Karnataka State Police, KSP) में सब-इंस्पेक्टर(SI) और रिजर्व सब-इंस्पेक्टर (RSI) पदों भर्ती परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दी गई है. जिन उम्मीदवारों ने इस परीक्षा के लिए आवेदन किया है वो कर्नाटक स्टेट पुलिस की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं.

कर्नाटक स्टेट पुलिस की ओर से 13 दिसंबर को लिखित परीक्षा आयोजित की गई है. जो कई अलग-अलग परीक्षा केंद्रों पर कराई जाएगी. यह परीक्षा कर्नाटक पुलिस में सब-इंस्पेक्टर और रिजर्व सब-इंस्पेक्टर (CAR/DAR) (पुरुष) के पद पर भर्ती के लिए होगी. इस परीक्षा में कर्नाटक पुलिस में सब इंस्पेक्टर (SI) के 162 पद और रिजर्व सब-इंस्पेक्टर (RSI) के 2420 पद पर भर्तियां होंगी.

ऐसे करें एडमिट कार्ड डाउनलोड

कर्नाटक पुलिस भर्ती परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यार्थी कर्नाटक पुलिस के ऑफिशियल वेबसाइट rsi20.ksp-online.in पर विजिट करें. यहां एप्लीकेशन लिंक (Application Link) पर क्लिक करें. इसमें अपने रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्म तिथि RSI के साथ डालकर लॉगइन कर लें. आपका एडमिट कार्ड खुलकर आ जायेगा. आप इसको डाउनलोड कर सकते हैं या उसका प्रिंट ले सकते हैं.

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