बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है

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क्रिप्टोकरेंसी टैक्स क्या है । Cryptocurrency tax kya hai
भारत सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स जारी कर दिया है । कुछ समय पहले तक क्रिप्टो करेंसी पर किसी भी प्रकार का कोई टैक्स नही लगता था । हाँ कुछ एक्सचेंज प्लेटफार्म ट्रांसेक्शन या ट्रांसफर फीस लेते थे लेकिन वो भी फिक्स था । और कुछ लोगो का मानना था कि क्रिप्टो करेंसी भारत मे बैन है और कुछ का यह कि नही बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है है । हालांकि क्रिप्टो करेंसी तो भविष्य है इस दुनिया का क्योंकि सारे लोग डिजिटल हो रहे हैं ऐसे में तो डिजिटल कॉइन या टोकन की जरूरत पड़ेगी ही जैसे आज पैसे की जरूरत है । इस वजह से भारत सरकार ने फैसला किया कि हम बैन नही करेंगे लेकिन जो व्यक्ति इसकी खरीद बिक्री करेगा उसके लिए कुछ नियम कानून बनाया जाएगा । नियम जरूरी भी थी क्यों कि अगर सरकार न आती तो शायद क्रिप्टो करेंसी का गलत उपयोग होने लगेगा । इन्ही कुछ कारणो से सरकार इसपर टैक्स लगा कर सारे ट्रांसेक्शन पर नजर रखेगी ।
अब बात करते हैं कि क्रिप्टो करेंसी टैक्स क्या है ? आपकी जितनी कमाई है क्रिप्टो करेंसी से उसका कुछ हिस्सा आप सरकार तो देंगे टैक्स के रूप में । क्रिप्टो करेंसी में टैक्स 2 प्रकार के दिये जायेंगे पहला तो आपकी जितनी कमाई है उसका 30% हिस्सा और जितनी बार आप खरीदेंगे एवं बेचेंगे उसपे 1 % का टीडीएस लगेगा । इसके अलावा आपको किसी को कोई भी प्रकार का टैक्स नही देना होगा । कुछ लोगो का मानना है कि टैक्स बहोत ज्यादा ले रहे हैं ।आपका क्या मन्ना है हमे भी कॉमेंट कर के बताए।
और यह टैक्स सही है या गलत आपको इस आर्टिकल में मिल जाएगा इसलिए पूरा पढ़िए ।
क्रिप्टोकरेंसी पे टैक्स कैसे लगेगा । cryptocurrency pe tax kaise lagega?
क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स भारत मे बहोत ही गरम मुद्दा है । क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स देना होगा इस बात से बहोत लोग डारे हुए हैं और निवेश करना छोड रहे हैं । लेकिन जो लोग छोड़ेंगे वो लोग बाद में पसताएँगे । चलिए आसान भाषा मे समझते हैं कि क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स कैसे लगेगा ।
- चलिये हम मैन लेते हैं कि राहुल नाम का एक इंसान है जो क्रिप्टो करेंसी पे निवेश करना चाहता है । और उसके पास 15000 है निवाश करने के लिए ।
- उसने अगले दिन कॉइन डीसीएक्स , वज़ीर एक्स या फिर कॉइन स्विच कुबेर में से किसी एक से अकॉउंट बना कर kyc कर के 5000 का शीबा इनु और 5000 बिटकॉइन खरीद लिया बाकी के 5000 का doge कॉइन खरीद लिया ।
- लगाने में कोई टैक्स नही दिया उसने तो अपने पूरे पैसे का क्रिप्टो कॉइन खरीद लिया । 🆗
- अब 5 साल बीत गए उसने अपना अकॉउंट देखा तो शीबा इनु जो 5000 का लिया था वो 20000 (अनुमानित )बन गए और जो 5000 का बिटकॉइन खरीदा था वो 15000 बन गए और बाकी doge कॉइन से 1000 मिल रहे थे ।
- अब जानिए की टैक्स कैसे लगेगा :
- अब राहुल ने सोचा इसको में निकल लेता हूँ क्योंकि उसको पैसे की जरूरत आ पड़ी थी तो उसको टैक्स का कुछ आईडिया नही था तो एक दोस्त था जिसको क्रिप्टो के बारे मे अच्छे से पता था ।
- राहुल दोस्त के पास गया और पूछा यार मेरेको अब पैसे निकालने हैं तो कितना पैसा कटेगा
- उसका दोस्त बोला ➡️ अगर आप सिर्फ शीबा इनु निकलते हैं तो आपके प्रॉफिट का 30% और 1 % टीडीएस लगेगा eg ; 5000 का 20000 बन गया था तो जो लाभ हुआ था 15000 का उसका 30% टैक्स लगेगा जो होगा 4500 टैक्स के तौर पर कट जाएगा और 1% 150 रु का टीडीएस काट जाएगा आपको जो मिलेगा वो होगा 10350 आपको मिलेगा
- अगर राहुल doge कॉइन निकलते तो उनको सिर्फ टीडीएस देना पड़ता जैसे 1000 का 1 % 10 रु होगा
- अगर राहुल ने 3नो क्रिप्टो करेंसी को एक साथ निकलते तो शीबा इनु जे लाभ को और बिटकॉइन के लाभ को जोड़ के उसका 30% टैक्स और जितना भी amount आप विठ्द्राव कररहे हो उसका 1% टीडीएस लगेगा ।
क्रिप्टोकरेंसी पर टैक्स कब से लगेगा । cryptocurrency par tax kab se lagega
हालांकि क्रिप्टो करेंसी पर टैक्स 1 अप्रैल से लगने वाले थे लेकिन शुत्रो की माने तो जो 30% टैक्स है वो लगना शुरू हो गया है और टीडीएस जो 1 % लगेगा वो 1 जुलाई से लगेगा ।
टैक्स काटने का नियम क्या है । tax katne ka niyam kya hai ?
यदि आप कोई भी डिजिटल कॉइन खरीदते हैं क्रिप्टो करेंसी या nft तो आपको उसपे हुए मुनाफे का 30% सरकार को देना होगा । जैसे आप 10000 का बिटकॉइन खरीदे और आप उसको 15000 में बेच रहे हैं तो आपके 5000 का 30% नो की 1500 होगा तो आपको 13500 मिलेगा ।
टीडीएस का नियम । tds ka niyam ?
मान लीजिये आपको आप कोई क्रिप्टो करेंसी 5000 का खरीदे और आप जब बेचे उसे तो आपको न मुनाफा हुआ न घटा तो टीडीएस के तौर पर आपको 50 रुपये चुकाना होगा और बच के आपके खाते में सिर्फ 4950 रु आएंगे ।
टैक्स से कैसे बचें । tax se kaise bache ?
आप टैक्स बिल्कुल न देना पड़े और आप क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग भी करे ऐसा तो कही भी नही होगा लेकिन हैं आप कैसे टैक्स कम दे सकते है । कुछ बाते हैं जो आपको ध्यान रखनी होगी :
- पहली बात आप अपने क्रिप्टो करेंसी को बार – बार खरीद बिक्री न करे क्योंकि आपको हर बार 1% का टीडीएस देना होगा ।
- दूसरी बात की आप अपने क्रिप्टो करेंसी को एक वॉलेट से दूसरे वॉलेट में ट्रांसफर ना करे इसमे आपको 30% और 1% टैक्स दोनों लगेगा ।
- क्रिप्टो करेंसी में आपको एक बाद निवेश कर के लंम्बे समय ले किये छोड बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है देना चाहिए ।
- बहोत सारे क्रिप्टो कॉइन्स भी न खरीदे ।
निष्कर्ष । conclusion
अंत मे मैं यही कहना चाहता हूँ कि क्रिप्टो करेंसी पे निवेश करना गलत नही है लेकिन हैं जब भी आप निवेश करने की सोचे तो उससे पहले आपको उसकी पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए जैसे , कॉइन स्टेबल है या नही , कॉइन पिछले साल कितनी प्रतिशत बढ़ी है , कॉइन कितनी साल पुरानी है और भी उस कॉइन या क्रिप्टो करेंसी के बारे मे अच्छे से जांच पड़ताल करने के बाद ही निवेश करे अन्यथा आपको हानि हो सकती है ।
FAQ
शीबा इनु क्या है ?
शीबा इनु एक क्रिप्टो करेंसी है ।
क्रिप्टो करेंसी पे निवेश करना सही है या नही ?
जी हैं । अगर आप लम्मे समय के लिए क्रिप्टो करेंसी पर निवेश करते हैं तो आपको मुनाफा जरूर मिलेग ।
Tax Saving Tips: 50 हजार सैलरी वाले को कितना देना होगा इनकम टैक्स, एक रुपया भी नहीं. ये है गणित
आज तक 22 घंटे पहले aajtak.in
© आज तक द्वारा प्रदत्त Tax Saving Tips: 50 हजार सैलरी वाले को कितना देना होगा इनकम टैक्स, एक रुपया भी नहीं. ये है गणित
अपनी कमाई पर सभी को टैक्स (Income Tax) भरना होता है, ये हर एक नागरिक का फर्ज है. नागरिकों के दिए टैक्स के पैसे से सरकार स्कूल, सड़क और तमाम तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराती है. साथ ही सरकार नागरिकों को कानूनी रूप से टैक्स बचाने के भी अधिकार देती है. कानूनी रूप से टैक्स बचाने (Tax Saving) के तमाम तरीकों को अपनाकर 50 हजार रुपये की मंथली सैलरी को भी टैक्सफ्री (Tax Free) किया जा सकता है. सरकार ने इनकम टैक्स के लिए दो ऑप्शन दिए हैं.
कौन से हैं दो विकल्प?
भारत के मौजूदा टैक्स सिस्टम में दो तरह के ऑप्शन उपलब्ध हैं. वित्त वर्ष 2020-21 के बजट के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नए टैक्स सिस्टम (New Tax Regime) का ऐलान किया था. इस तरह टैक्स के दो ऑप्शन मौजूद हैं और टैक्सपेयर्स इनमें से किसी एक चुन सकते हैं. पुराने टैक्स स्ट्रक्चर (Old Tax Regime) में कई तरह के डिडक्शन (Tax Deductions) के ऑप्शन हैं. वहीं, नए स्ट्रक्चर में इनमें से अधिकतर को हटा लिया गया है.
6 लाख की सालाना कमाई टैक्स फ्री
एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर आपकी मंथली सैलरी 50 हजार रुपये है. इसके अलावा कमाई के कोई और सोर्स आपके पास नहीं हैं, तो आपकी सालाना आमदनी कुल 6 लाख रुपये हो जाती है. इस स्थिति में अगर आप पुराने टैक्स स्ट्रक्चर को चुनते हैं, तो इनकम टैक्स के सेक्शन 80सी (IT Act 80C) के तहत 1.5 लाख रुपये तक के डिडक्शन का लाभ मिल जाता है. इसके अलावा सैलरी क्लास को 50 हजार रुपये के स्टैंडर्ड डिडक्शन का भी लाभ मिल जाता है.
नए टैक्स स्ट्रक्चर पर देनदारी
एक्सपर्ट्स का कहना है कि नए टैक्स स्ट्रक्चर को चुनने से नुकसान उठाना पड़ सकता है. इस टैक्स स्ट्रक्चर में 2.50 लाख रुपये तक की सालाना इनकम टैक्स फ्री है. इसके बाद के 2.5 लाख रुपये पर 5 फीसदी के हिसाब से टैक्स लगता है, जो 12,500 रुपये बनता है. वहीं, 6 लाख रुपये की सालाना सैलरी पर 23,400 रुपये की टैक्स देनदारी बनती है.
अगर आमदनी पांच लाख रुपये से एक लाख रुपये अधिक है, तो एक लाख की रकम 10 फीसदी के ब्रैकेट में आती है. इसलिए इसपर 10 हजार रुपये की टैक्स की देनदारी बनती है. इसके अलावा कैलकुलेटेड टैक्स पर 4 फीसदी सेस लगता है. अगर 12,500 रुपये टैक्स है तो सेस 900 रुपये हो जाता है.
डेढ़ लाख रुपया तक बचा सकते हैं.
आप 80C के तहत 1.5 लाख रुपये बचा सकते हैं. इसके लिए EPF, PPF, ELSS, NSC में निवेश करना होता है. अगर आप अलग से नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में सालाना 50,000 रुपये तक निवेश करते हैं, तो सेक्शन 80CCD (1B) के तहत आपको अतिरिक्त 50 हजार रुपये Income Tax छूट का लाभ उठा सकते हैं. होम लोन (Home Loan) वाले अतिरिक्त 2 लाख रुपये बचा सकते हैं.
- आमदनी 6,00,000-1,50,000 (PPF, EPF)= 4,50,000
- 4,50,000-50,000 (NPS)= 4,00,000
- 4,00,000-2,00,000 (होम लोन) = 2,00,000 (टैक्स फ्री)
पुराने टैक्स स्ट्रक्चर पर देनदारी
अब अगर पुराने टैक्स स्ट्रक्चर की बात करें, तो इसमें 2.5 लाख रुपये तक की इनकम टैक्स-फ्री है. इसके बाद 2.5 लाख से पांच लाख की आमदनी पर 5 फीसदी की दर से टैक्स लगता है. लेकिन सरकार की ओर से 12,500 रुपये का रिबेट मिलने से यह भी शून्य हो जाता है. इसका मतलब ये हुआ है कि पुराने टैक्स स्ट्रक्चर में पांच लाख रुपये की आमदनी पर आपको टैक्स नहीं देना होता है.
कैसे होगा 0 टैक्स?
आयकर नियम साफ कहता है कि 5 लाख रुपये की कमाई पर टैक्स 12,500 रुपये (2.5 लाख का 5%) बनता है. आयकर सेक्शन 87A के तहत 12,500 रुपये के मिलने वाल रिबेट से आपको कोई भी टैक्स नहीं देना पड़ेगा. 5 लाख वाले स्लैब में शून्य टैक्स का भुगतान करना होगा.
(आमदनी) 5,00,000- 5,00,000 (कुल टैक्स डिडक्शन)= 0 टैक्स
वही, पांच लाख रुपये से ऊपर की आमदनी पर 10 फीसदी की दर से टैक्स देना होता है. लेकिन आप 1.5 लाख रुपये तक के डिडक्शन का लाभ उठा सकते हैं. यह व्यवस्था 6.5 लाख रुपये तक की इनकम को आसानी से टैक्स फ्री बना देती है.
बिटकाॅइन से नहीं है किसी भी मुद्रा को नुकसान (Bitcoin is Not Harmful For Any Currency)
बिटकॉइन से किसी देश की मुद्रा को कितना नुकसान?
जब से बिटकॉइन बना है तब से यह मुद्दा भी सामने आने लगा है कि क्या बिटकॉइन किसी देश की स्थानीय मुद्रा की जगह ले सकता है? क्या आने वाले समय में बिटकॉइन इतना मजबूत हो जाएगा की सभी देशों की मुद्रा को खत्म कर देगा?
इस विषय को गहराई से समझने की जरुरत है क्योंकि जैसे जैसे बिटकॉइन और बाकि क्रिप्टो के साथ क्रिप्टो क्षेत्र आगे बढ़ रहा है वैसे-वैसे इसके बारे में गलत जानकारी भी भ्रम पैदा कर रही हैं। पिछले कुछ समय में कई देशों ने अलग अलग तरीके से अपने देश में बिटकॉइन को मान्यता दी है। किसी देश में आप बिटकॉइन से टैक्स दे सकते हैं, कई देशों में बिटकॉइन और बाकि क्रिप्टो से खरीदारी कर सकते हैं। केवल एक देश ऐसा है जिसने बिटकॉइन को अपनी अधिकारिक मुद्रा होने का दर्जा दिया है और इसका नाम है एल सल्वाडोर। कुछ देशों में बिटकॉइन और बाकि क्रिप्टो पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध है और कुछ जगहों की सरकार इस विषय पर अभी विचार कर रही है।
बिटकॉइन और मुद्रा में फर्क
इस विषय में सबसे पहले समझने वाली बात है कि ‘बिटकॉइन और मुद्रा में’ क्या फर्क है? बिटकॉइन एक विकेन्द्रीयकृत तकनीक पर आधारित है और इसका नियंत्रण किसी एक व्यक्ति या समुदाय के हाथ में नहीं है! बिटकॉइन की कार्य प्रणाली पहले से ही निर्धारित कोडिंग पर चलती है और इसे बदला नहीं जा सकता और न ही इस से छेड़छाड़ की जा सकती है। बिटकॉइन की मात्रा को बढ़ाया या घटाया नहीं जा सकता।
इसके विपरीत हर देश की मुद्रा पर वहां की सरकार का नियंत्रण होता है और मुद्रा से सम्बंधित सभी निर्णय उस देश की सरकार लेती है। स्थानीय मुद्रा का नियंत्रण सरकार के हाथ में होने के कारण वह इसके विषय में समय समय पर कानून बनाती रहती है और जरुरत पड़ने पर मुद्रा की मात्रा को बढ़ाया जाता है।सरकार चाहे तो कभी भी अपने देश की मुद्रा को बंद कर सकती है। अगर आपके पास बिटकॉइन है तो आप 100% उसके मालिक हैं लेकिन मुद्रा पर सरकार का नियंत्रण होने के कारण हम मुद्रा का इस्तेमाल तो कर सकते हैं लेकिन हम उसके मालिक नहीं बन सकते।
मुद्रा और बिटकॉइन के इस्तेमाल में फर्क
बिटकॉइन पूरी तरह से इंटरनेट पर आधारित है और इसके इस्तेमाल के लिए इंटरनेट और स्मार्ट फ़ोन या कंप्यूटर का होना अनिवार्य है। इन दो सुविधाओं के बिना बिटकॉइन का लेनदेन संभव नहीं है। अगर हम मुद्रा की बात करें तो यहाँ पर कई तरीके हैं लेनदेन को मुद्रा से पूरा करने के। अगर इंटरनेट और फ़ोन है तो एप्लीकेशन के द्वारा इसका लेनदेन किया जा सकता है लेकिन अगर यह सुविधाएं नहीं है तब भी कैश लेनदेन किया जा सकता है। कैश लेनदेन की एक समस्या है कि इस से सीमित मात्रा में ही लेनदेन किया जा सकता है और इसका दायरा सीमित है यानि जहां आप हैं वहीं लेनदेन कर सकते हैं किसी और जगह नहीं। बिटकॉइन से असीमित लेनदेन किया जा सकता है और कही भी लेनदेन कि कीमत को चुकाया जा सकता है। इसके इलावा बैंक भी चेक द्वारा लेनदेन को पूरा करने कि सुविधा देते हैं। बिटकॉइन कि कीमत स्थिर नहीं है इस लिए बिटकॉइन से खरीदारी करने और बेचने वाले को फायदा और नुकसान दोनों कि सम्भावनाएं है लेकिन मुद्रा कि कीमत स्थिर है इस लिए मुद्रा के साथ ऐसी कोई समस्या नहीं है।
बिटकॉइन से खरीद कितनी आसान
जैसा हमने पहले बताया कि बिटकॉइन के लिए फ़ोन या कंप्यूटर के साथ साथ इंटरनेट भी जरुरी है और इसका इस्तेमाल करने के लिए एक हद तक शिक्षा कि भी जरुरत है। आज भी दुनिया की बहुत बड़ी आबादी तक फ़ोन और इंटरनेट कि सुविधा नहीं पहुंच पाई है, ऐसी जगहों पर बिटकॉइन या क्रिप्टो का इस्तेमाल मुश्किल है। बिटकॉइन से लेनदेन के मामले में सबसे बड़ा मुद्दा है इसकी कीमत में होने वाले उतर चढ़ाव और इसकी ट्रांजक्शन फीस। अगर किसी वस्तु कि कीमत 100 डॉलर निर्धारित कर दी जाए और बिटकॉइन से यह कीमत दी जाए तो सबसे पहले तो यह कीमत देने वाले को अगर एक डॉलर भी फीस देनी पड़े तो यह 1% महंगा हो जाएगा। इसके बाद अगर बिटकॉइन की कीमत नीचे आ जाए तो बेचने वाले को नुकसान होगा और कीमत ऊपर चली जाए तो खरीदार को लगेगा कि उसको नुकसान हो गया। जैसे 10000 बिटकॉइन से दो पिज़्ज़ा खरीदने वाला आज सोच रहा होगा। जैसे जैसे बिटकॉइन कि माइनिंग बढ़ती जाएगी वैसे वैसे कीमत के साथ साथ इसकी फीस भी बढ़ती जाएगी और बिटकॉइन से खरीदारी कम व्यावहारिक रह जाएगी।
बिटकॉइन की ट्रांजक्शन का देर के पूरा होना भी एक बड़ी समस्या है। अगर कोई लेनदेन बिटकॉइन से किया जा रहा है तो यह तब तक पूरा नहीं होगा जब तक बिटकॉइन उस व्यक्ति के एकाउंट में नहीं आ जाता जिसने इसके बदले में कोई सुविधा दी है या कोई वस्तु दी है। आमतौर पर दुकानों, मॉल, रेलवे टिकट काऊंटर, हवाई अड्डे जैसी सार्वजनिक जगहों पर लम्बी लाइन लगी होती है और ऐसे में अगर लेनदेन जल्द पूरा न हो तो इस से बड़ी समस्या पैदा हो जाएगी। इसका बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है समाधान क्रिप्टो के कई प्रोजेक्ट निकल रहे हैं जहां पर ट्रांजक्शन बहुत तेज़ है और फीस भी बहुत ही कम है। इन बातों को देखें तो बिटकॉइन से लेनदेन थोड़ा मुश्किल ही लगता है।
अभी बिटकॉइन और क्रिप्टो को बहुत सारी समस्याओं को खत्म करना जरुरी है फिर हम यह कह सकते हैं कि क्रिप्टो से लेनदेन संभव हो सकता है। आज दुनिया के कई देश अपनी खुद की CBDC ला रहे हैं और यह लेनदेन को और आसान बनाएगी। अगर हम सभी मुद्दों को देखें तो अंत में हम यह कह सकते हैं कि बिटकॉइन से किसी भी देश की मुद्रा को कोई खतरा नहीं है और न ही भविष्य में कभी ऐसा हो सकता है। बिटकॉइन एक तकनीक है जो सभी नियंत्रणों से आजाद है और इसी लिए लोग यहाँ पर अपने निवेश को सुरक्षित समझते हैं। बिटकॉइन से एक हद तक कुछ सेवाओं या वस्तुओं का लेनदेन संभव है लेकिन सभी सुविधाओं के लिए बिटकॉइन और क्रिप्टो का इस्तेमाल कम व्यवाहरिक है।
WazirX Warrior – CryptoNewsHindi
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अस्वीकरण: क्रिप्टोकुरेंसी कानूनी निविदा नहीं है और वर्तमान में अनियमित है। कृपया सुनिश्चित करें कि आप क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करते समय पर्याप्त जोखिम मूल्यांकन करते हैं क्योंकि वे अक्सर उच्च मूल्य अस्थिरता के अधीन होते हैं। इस खंड में दी गई जानकारी किसी निवेश सलाह या वज़ीरएक्स की आधिकारिक स्थिति का प्रतिनिधित्व नहीं करती है। वज़ीरएक्स अपने विवेकाधिकार में इस ब्लॉग पोस्ट को किसी भी समय और बिना किसी पूर्व सूचना के किसी भी कारण से संशोधित करने या बदलने का अधिकार सुरक्षित रखता है।
बिटकॉइन क्या है इससे पैसे कैसे कमाए (What is Bitcoin and How to Make Money From it)
आज हर इंसान को अच्छी जिंदगी जीने के लिए पैसे की जरुरत पड़ती है। इसलिए आज के इस आधुनिक दौर में पैसे कमाने के ऑफलाइन के अलावा ऑनलाइन तरीके से भी पैसे कमा सकते है। जैसा की हमारे देश में क्रिप्टोकरेंसी में पैसे इन्वेस्ट करना बहुत ज्यादा लोकप्रिय हो रहा है और लोग इसमें पैसे लगा कर मालामाल हो रहे है अगर आप भी बिटकॉइन से पैसे कमाना चाहते है तो हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़े। इस लेख में हम आपको स्टेप बाय स्टेप बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है बिटकॉइन से पैसे कमाने के बारे में बताएगे।
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बिटकॉइन क्या है (What is Bitcoin)
बिटकॉइन एक क्रिप्टोकरेंसी है जिसको देखा नहीं जा सकता और ना ही छू सकते है। बिटकॉइन वर्चुअल फॉर्म में मिलती है अर्थात यह एक इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में मिलाने वाली मुद्रा है। बिटकॉइन क्रिप्टोग्राफी पर आधारीत है जो की पियर टू पियर टेक्नोलॉजी का प्रयोग करती है जो काफी सुरक्षित है। इसका उपयोग किसी भी चीजों ,सेवाओं और किसी भी डिजिटल चीजों को खरीदने और बेचने के लिए किया जाता है।
2009 में, बिटकॉइन को सातोशी नाकामोतो के द्वारा बनाया गया था इसकी सबसे छोटी इकाई को सातोशी कहते है एक बिटकॉइन में 10 करोड़ सातोशी होते है। जैसे भारत के एक रुपए में 100 पैसे होते है। सातोशी नाकामोतो को बिटकॉइन का जनक कहा जाता है।
बिटकॉइन से पैसे कैसे कमाए (How To Make Money From Bitcoin)
बिटकॉइन से पैसे कमाने के 3 महत्वपूर्ण रास्ते है जो इस प्रकार है:-
- पहला तरीका है है सबसे पहले आपको बिटकॉइन के लिए किसी भी क्रिप्टो एक्सचेंज में अपना अकाउंट खोलना है फिर आप जितने पैसे के बिटकॉइन खरीदना चाहते है उतने पैसे के आप पहले बिटकॉइन ख़रीदे फिर धीरे-धीरे बिटकॉइन में पैसे इन्वेस्ट करते रहे। कुछ समय बाद जब बिटकॉइन की कीमत बढ़ जाये तो आप बिटकॉइन को बेच कर खूब सारा पैसा कमा सकते है।
- दूसरा तरीका यह है की आप सबसे पहले एक ऑनलाइन स्टोर खोले और सामान को बेचने के बदले आप पैसे की जगह आप बिटकॉइन में अपना भुगतान ले इस से आप के पास बिटकॉइन आ जाएंगे और आप सब को पता है की बिटकॉइन की कीमत हमेशा बढ़ती ही रहती है जब बिटकॉइन की कीमत बढ़ जाये तो आप सरे बिटकॉइन को बेच सकते हो और आप अच्छा खासा पैसा बना सकते हो।
- तीसरा तरीका यह है की बिटकॉइन मायनिंग। बिटकॉइन मायनिग एक बिटकॉइन ट्रांसक्शन की वेरिफिकेशन परिक्रिया होती है जो की कंप्यूटर के द्वारा होती है बिटकॉइन मायनिग करने वाले को मायनर कहा जाता है। जब कोई माइनर बिटकॉइन ट्रांसक्शन को वेरीफाई करता है की यह बिटकॉइन ट्रांसक्शन सही है या किसी तरह की धोखाधड़ी तो नहीं है। इसके बदले माइनर को कमीसन के तोर पे बिटकॉइन मिलता बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है है जिसको बेच कर आप खूब सारा पैसे बना सकते है।
बिटकॉइन कैसे ख़रीदे (How to Buy Bitcoin)
आज के आधुनिक युग में बिटकॉइन को खरीदना बहुत आसान हो गया है इसके लिए हमें कही जाने की जरुरत नहीं है अब हम घर बैठे मोबाइल से ऑनलाइन बिटकॉइन खरीद सकते है। चलिए जानते है भारत में बिटकॉइन को किस क्रिप्टो करेंसी एक्सचेंज खरीद सकते है। भारत के कुछ महत्वपूर्ण क्रिप्टो एक्सचेंज की लिस्ट :-
आप ऊपर दिए गए किसी भी क्रिप्टो एक्सचेंज में अकाउंट खोल कर आप बिटकॉइन खरीद सकते है।
बिटकॉइन वॉलेट क्या है (What is Bitcoin Wallet)
जैसा कि हम जानते हैं कि बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी है इसलिए इसे इलेक्ट्रिक तौर पर स्टोर करके रखा जा सकता है। इसके लिए हमें एक बिटकॉइन वॉलेट की जरूरत होती है इस वॉलेट कि एक यूनिक आईडी होती है जो इस वॉलेट का एड्रेस होता है। इसके माध्यम से हम बिटकॉइन को भेज और प्राप्त कर सकते हैं क्योंकि बिटकॉइन वॉलेट में कभी भी भेजने वाले और प्राप्त करने वाले का नाम नहीं पता किया जा सकता इसमें सिर्फ ट्रांजैक्शन यूनिक आईडी के माध्यम से ही होती है।
बिटकॉइन के फायदे (Benefits of Bitcoin)
- बिटकॉइन को दुनिया में किसी भी व्यक्ति को कहीं भी भेज सकते हैं और प्राप्त कर सकते हैं और इसमें भेजने वाले का और प्राप्त करने वाले का नाम पता नहीं किया जा सकता है।
- बिटकॉइन का अकाउंट कभी भी ब्लॉक नहीं होता जैसा कि बैंकों में अकाउंट ब्लॉक हो जाता है।
- बिटकॉइन की ट्रांजैक्शन की फीस काफी कम है जिसकी वजह से अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन में इसका काफी प्रयोग किया जा रहा है।
बिटकॉइन के नुकसान (Disadvantages of Bitcoin)
बिटकॉइन के फायदे जाने के बाद आइए जानते हैं बिटकॉइन पर कैसे टैक्स लगता है बिटकॉइन के नुकसान के बारे में
- इस पर किसी भी देश की अथॉरिटी ना होने के कारण इसका प्रयोग गैरकानूनी कामों के लिए किया जा रहा है क्योंकि इसमें भेजने वाले का नाम और प्राप्त करने वाले का नाम पता नहीं किया जा सकता इसमें सिर्फ बिटकॉइन एक यूनिक आईडी के माध्यम से भेजा जाता है और प्राप्त किया जाता है।
- दूसरा इसका सबसे बड़ा नुकसान यह है कि अगर हम बिटकॉइन वॉलेट का आईडी पासवर्ड भूल जाते हैं या हमारा डाटा हैक जाता है तो हमारा सारा पैसा डूब जाता है।
क्रिप्टोकरंसी पर कितना टैक्स लगता है (How Much Cryptocurrecy is Taxed)
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोक सभा बजट 2022 पेश करते हुए क्रिप्टोकरंसी पर 30% का भारी-भरकम टैक्स लगाने का प्रस्ताव पारित किया था इसके अनुसार बिटकॉइन, एथेरियम और सभी क्रिप्टोकरंसी इस टैक्स के दायरे में आएंगी और इसी के साथ बिटकॉइन की ट्रांजैक्शन पर 1% का TDS भी कटेगा जो 1 अप्रैल 2022 को लागू हो जाएगा।