सौदा दर्ज करने के नियम

मैं एक्सपीडिया के साथ शुल्क का विवाद कैसे करूं?
एक्सपीडिया एक बड़ी ऑनलाइन ट्रैवल एजेंसी है जो आपको कार किराए पर लेने, होटल और एयरलाइंस के साथ अपनी यात्रा की व्यवस्था करने में मदद करती है। लेकिन जब आपको गलत तरीके से चार्ज किया गया हो, तो आपको रिफंड कौन प्रदान कर सकता है? क्या आपको सीधे यात्रा प्रदाता के साथ सौदा करना चाहिए? यह आपकी स्थिति की प्रकृति पर निर्भर करता है। एक एक्सपीडिया क्लाइंट के लिए सौदेबाजी को तोड़ने से ज्यादा कुछ भी संतोषजनक नहीं है। यह एक बड़ी निराशा हो सकती है जब आप नोटिस करते हैं कि आपके द्वारा किए गए सौदे की तुलना में आपसे बहुत अधिक शुल्क लिया गया है। एक्सपेडिया आपको अपने कार्ड पर एक शुल्क का सौदा दर्ज करने के नियम विवाद करने और रिफंड प्राप्त करने की अनुमति देता है यदि आपको लगता है कि आप गलत तरीके से चार्ज किए गए हैं।
एक्सपीडिया का फ्री कैंसिलेशन
एक्सपेडिया आपको बिना किसी शुल्क के रद्द करने की अनुमति देता है। अपने अधिकांश आरक्षणों को बदलते या रद्द करते समय आपको रद्दीकरण शुल्क का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होती है।
भले ही एक्सपीडिया के पास 'फ्री कैंसिलेशन' पॉलिसी हो, लेकिन होटल को कैंसिलेशन शुल्क वसूलने पर आपको शुल्क अदा करना पड़ सकता है। एक्सपेडिया के नियम होटलों पर लागू नहीं होते हैं।
एक गैर वापसी योग्य टिकट के लिए एक वापसी हो रही है
यदि आप नोटिस करते हैं कि आपके कार्ड को गलत तरीके से चार्ज किया गया है या आपकी यात्रा की सलाह बदल जाती है, तो आपको जल्द से जल्द अपनी एयरलाइन से संपर्क करना चाहिए। वे आपको अपना टिकट वापस करने में मदद कर सकते हैं। आप मदद के लिए अपने ट्रैवल एजेंट से भी संपर्क कर सकते हैं।
यदि आपने सीधे एयरलाइन के साथ अपना टिकट बुक किया है, तो आप मदद के लिए उनसे संपर्क कर सकते हैं। अगर आपका टिकट नॉन-रिफंडेबल है तो परेशान न हों। रिफंड मिलना अभी भी संभव है। यदि आप एक्सपीडिया कहते हैं, तो आप एक एजेंट सौदा दर्ज करने के नियम से जुड़े होंगे जो आपकी मदद कर सकता है।
यदि आपसे गलत तरीके से शुल्क लिया गया है, तो एक्सपीडिया पर अपने यात्रा कार्यक्रम का उपयोग करके अपने आरक्षण को रद्द करना संभव है। अपने आरक्षण को रद्द करने का प्रयास करने से पहले सुनिश्चित करें कि आप अपने होटल के नियमों और विनियमों से गुजरते हैं। आप धनवापसी के योग्य नहीं हो सकते। अगर ऐसा है, तो आपको मदद के लिए ग्राहक सहायता टीम से संपर्क करना होगा। आप अपने यात्रा कार्यक्रम के तल पर नियम और कानून पा सकते हैं।
यदि होटल शुल्क को रद्द करता है, तो सभी लागतें आपको स्थानांतरित कर दी जाएंगी। कुछ कमरे प्रकार पूरी तरह से गैर-वापसी योग्य हो सकते हैं। अगर ऐसा है और आप ओवरचार्ज हो गए हैं, तो एक्सपेडिया आपकी मदद कर सकता है।
यदि आप रद्दीकरण करना चुनते हैं, तो जैसे ही आप नोटिस करते हैं कि आपसे गलत तरीके से शुल्क लिया गया था, वैसे ही करें। यदि आप देर से रद्द करते हैं तो कुछ होटल आपसे अतिरिक्त शुल्क ले सकते हैं।
यदि आप एक वापसी योग्य होटल के कमरे के लिए धनवापसी चाहते हैं, तो उसी दिन धनवापसी के लिए आपके अनुरोध को संसाधित किया जाना चाहिए।
जब आपका अधिकार खत्म हो गया है
यदि आप एक्सपीडिया पर ओवरचार्ज हो गए हैं तो आपके पास कुछ अधिकार हैं। उनमें से कुछ में निम्नलिखित शामिल हैं;
1. अगर कोई रिटेलर आपके कार्ड को ओवरचार्ज करता है, तो आपको रिफंड मांगने का अधिकार है।
2. यदि आपका रिटेलर आपको वह धनवापसी नहीं देगा जिसके आप हकदार हैं, तो आपको ट्रेडिंग मानकों के साथ उनके खिलाफ शिकायत दर्ज करने का अधिकार है। आपके द्वारा अपने ट्रेडिंग मानकों को दी गई जानकारी को अन्य संगठनों के साथ साझा किए जाने की संभावना है।
3. आप उस मुआवजे के हकदार हैं जो आपके द्वारा ओवरचार्ज की गई राशि के बराबर है। आपका होटल या एयरलाइन आपको कुछ भी देने के लिए बाध्य नहीं है।
समस्या की रिपोर्ट करते समय, आपको सभी आवश्यक विवरण प्रदान करने होंगे। कागजी कार्रवाई को शामिल करें जो आपके दावे का समर्थन करती है। प्रदान करने के लिए कुछ कागजी कार्रवाई में शामिल हैं; अनुबंध, चालान और बिल। यदि आपने उनसे संपर्क करने के प्रयास किए हैं, तो आप वार्तालापों का विवरण प्रदान कर सकते हैं।
यदि आपने एक्सपीडिया के ग्राहक सहायता दल से फोन पर संपर्क किया है और कोई मदद नहीं ली है, तो आपको धैर्य रखने की जरूरत है। आप उनके ईमेल पते के माध्यम से भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। आपको 48 घंटों के भीतर प्रतिक्रिया मिलनी चाहिए।
Why Did GetHuman Write "मैं एक्सपीडिया के साथ शुल्क का विवाद सौदा दर्ज करने के नियम सौदा दर्ज करने के नियम कैसे करूं?"?
हजारों Expedia ग्राहकों के बाद इस समस्या (और कई अन्य) के जवाब की तलाश में गेटहूमन आए, हमने फैसला किया कि यह निर्देश प्रकाशित करने का समय है। इसलिए हमने मदद करने के लिए मैं एक्सपीडिया के साथ शुल्क का विवाद कैसे करूं? एक साथ रखा। अन्य चरणों के अनुसार इन चरणों के माध्यम से प्राप्त करने के लिए समय लगता है, प्रत्येक चरण के माध्यम से काम करने में समय व्यतीत करना और यदि आवश्यक हो तो Expedia से संपर्क करना। शुभकामनाएँ और कृपया हमें बताएं कि क्या आप इस पृष्ठ से मार्गदर्शन के साथ अपने मुद्दे को सफलतापूर्वक हल करते हैं।
Why does GetHuman Write How-to Guides for Expedia Problems?
GetHuman 10 साल से अधिक समय से Expedia जैसे बड़े संगठनों के बारे में सोर्सिंग पर काम कर रहा है ताकि ग्राहकों को ग्राहक सेवा के मुद्दों को तेजी से हल करने में मदद मिल सके। हमने बड़ी कंपनियों में मानव तक पहुंचने के लिए संपर्क जानकारी और सबसे तेज़ तरीकों से शुरुआत की। विशेष रूप से धीमी या जटिल आईवीआर या फोन मेनू सिस्टम वाले। या जिन कंपनियों के पास ग्राहक सेवा विभाग के बजाय स्वयं सेवी सहायता फोरम हैं। वहां से, हमने महसूस किया कि उपभोक्ताओं को अभी भी सबसे सामान्य समस्याओं को सुलझाने में अधिक विस्तृत मदद की आवश्यकता है, इसलिए हमने गाइड के इस सेट में विस्तार किया, जो हर दिन बढ़ता है। और यदि आप हमारे मैं एक्सपीडिया के साथ शुल्क का विवाद कैसे करूं? गाइड के साथ कोई समस्या रखते हैं, तो कृपया हमें प्रतिक्रिया भेजें। हम यथासंभव मददगार बनना चाहते हैं। यदि आपने इस गाइड की सराहना की है, तो कृपया इसे अपने पसंदीदा लोगों के साथ साझा करें। हमारी निःशुल्क जानकारी और उपकरण आपके द्वारा, ग्राहक द्वारा संचालित हैं। जितने ज्यादा लोग इसका इस्तेमाल करेंगे, यह उतना ही बेहतर होगा।
पूर्व सांसद अवतार भड़ाना के खिलाफ मामला दर्ज, 2.5 करोड़ के जमीन सौदे में धोखाधड़ी का लगा आरोप
फरीदाबाद(अनिल): हरियाणा की फरीदाबाद लोकसभा सीट से 3 बार सांसद चुने गए और मौजूदा समय में उत्तर प्रदेश की जेवर विधानसभा से विधायक अवतार भड़ाना के खिलाफ अदालत के आदेश सौदा दर्ज करने के नियम पर मामला दर्ज किया गया है। फरीदाबाद थाना में भड़ाना के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 व 406 के तहत केस दर्ज किया गया है। दरअसल भड़ाना पर जमीन में धोखाधड़ी करने के आरोप लगे हैं।
भाई के नाम पर पट्टे की जमीन का किया था सौदा
दरअसल ओल्ड फरीदाबाद के वार्ड नंबर 5 के रहने वाले जवाहर बंसल ने भड़ाना के खिलाफ शिकायत दी थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसके भाई कैलाश बंसल के साथ अवतार भड़ाना के अच्छे संबंध थे। कैलाश ने ही दोनों के बीच एक ढाई करोड़ रुपए के बदले में एक जमीन का सौदा करवाया था। पीड़ित सौदा दर्ज करने के नियम के भाई ने भड़ाना को 1 लाख रूपए बयाना के रूप में दिए। इसके बाद जवाहर बंसल ने पांच चेक के जरिए भड़ाना को 2 करोड़ 49 लाख रुपए भी दे दिए। शिकायतकर्ता को बाद में पता चला कि उस जमीन का पट्टा अवतार भड़ाना के भाई करतार भड़ाना के नाम पर था। इसके बाद कैलाश ने डील कैंसिल करने को कहा।
न्यायालय के आदेश के बाद मामला किया गया दर्ज
पीड़ित के भाई के साथ आरोपी भड़ाना के अच्छे संबंध होने का फायदा उठाकर उसने एक के बाद एक कई चेक क्लियर करवा लिए। इस दौरान वह लगातार भाई के नाम से जमीन का पट्टा रद्द करवाने का वादा करता रहा। इस तरह भड़ाना दोनों भाईयों को लगातार पागल बनाता रहा। आखिर यह मामला कोर्ट में गया और न्यायालय ने भड़ाना के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया।
(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)
सबसे ज्यादा पढ़े गए
न्यायालय ने धोखाधड़ी मामले में तेलंगाना उच्च न्यायालय की ‘कठिन’ जमानत शर्तों को निरस्त किया
नोएडा मेट्रो में एक दिन में रिकॉर्ड 52696 लोगों ने की यात्रा
वीईसीवी की कुल बिक्री नवंबर में 20 प्रतिशत बढ़ी
तालिबान ने अफगानिस्तान में ‘वॉयस ऑफ अमेरिका’ का प्रसारण रोका
सीएससी देश अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने के लिए साथ आएं व समुद्र को सुरक्षित बनाएं : रक्षा सचिव
दिल्ली-यूपी के 6 प्रॉपर्टी डीलरों ने जमीन के सौदे के नाम पर ऐसे की ठगी, पढ़िए
हल्द्वानी रेलवे बाजार के एक युवक को जमीन के सौदे में साथ देने के नाम पर 6 प्रॉपर्टी डीलरों ने उसे दो लाख की चपत लगा दी। ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने पुलिस से इसकी शिकायत की। पुलिस की ओर से कोई.
हल्द्वानी रेलवे बाजार के एक युवक को जमीन के सौदे में साथ देने के नाम पर 6 प्रॉपर्टी डीलरों ने उसे दो लाख की चपत लगा दी। ठगी का एहसास होने पर पीड़ित ने पुलिस से इसकी शिकायत की। पुलिस सौदा दर्ज करने के नियम की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हुई तो उसने कोर्ट के माध्यम से वनभूलपुरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
रेलवे बाजार निवासी संजेश कुमार गोयल पुत्र सुरेश चद्र गोयल के अनुसार बीती 2 फरवरी को उनके पास अतुल शर्मा नाम से एक अज्ञात का फोन आया। बताया कि दिल्ली के विजय गुप्ता जमीन खरीदना चाहते हैं।
उसने बिलासपुर यूपी के एक प्रॉपर्टी डीलर तारिक से मिलकर तहसील मिलक के सिमरिया में जमीन तलाश कर ली है। अगर वह सौदा करने में साथ देते हैं तो इसमें उनका भी काफी फायदा होगा।
इस पर वह उसकी बातों में आ गया। इसके बाद भूमि का सौदा एक करोड़ 50 लाख में तय किया गया। इसके बाद 5 फरवरी को आरोपियों ने सौदा पक्का करने के लिए 15 लाख रुपये की जरूरत होने की बात कही।
इसके लिए उसे दो लाख रुपये लेकर रामपुर आने को कहा। सौदे के नाम पर उससे दो लाख रुपये ले लिए गए और फर्जी स्टांप पर लिखा-पढ़ी भी की गई। इसके बाद किसी से उनका संपर्क नहीं हो पा रहा है।
ठगी का एहसास होने पर उन्होंने नैनीताल और रामपुर पुलिस से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
वनभूलपुरा थाना एसओ सुशील कुमार ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर नई दिल्ली निवासी अतुल शर्मा और विजय गुप्ता, बिलासपुर उत्तर प्रदेश निवासी तारिक, सिमरिया रामपुर निवासी निजामुद्दीन, बिलासपुर निवासी चांद और वसीम खां के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
क्या आपके या पड़ोसी के घर में पालतू कुत्ता है? तो ये कानून पहले जान लीजिए… दोनों के आएंगे काम
Pet Dogs Attack Video: सोशल मीडिया पर पालतू कुत्तों पर अटैक और पालतू कुत्तों की ओर से किए गए अटैक के वीडियो आते हैं. तो आज जानिए पालतू कुत्ते रखने से जुड़े नियम.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: मोहित पारीक
Updated on: Jul 05, 2022 | 11:00 PM
सोशल मीडिया पर पालतू कुत्तों से जुड़े कई वीडियो शेयर किया जा रहा है. कई वीडियो में दिख रहा है कि पालतू कुत्तों (Pet Dogs Owner Rules) की ओर से पड़ोसी पर हमला किया जा रहा है, जबकि एक वीडियो आया था, जिसमें दिख रहा था कि सौदा दर्ज करने के नियम एक पड़ोसी ने कुत्ते पर हमला कर दिया था. अक्सर पालतू कुत्तों और उनके भौंकने की वजह से कई पड़ोसियों में विवाद हो जाता है. वहीं, पड़ोसियों की शिकायत रहती है कि दूसरे घरों के पालतू कुत्तों से उन्हें दिक्कत होती है. लेकिन, क्या आप जानते हैं पालतू कुत्तों को सौदा दर्ज करने के नियम लेकर भी सरकार की ओर से कई नियम (Rules For Pet Dogs Owner) तय किए गए हैं और इन नियमों के हिसाब से आप पालतू कुत्तों को पाल सकते हैं. साथ ही अगर आपका पड़ोसी कुत्ता पाल रहा है तो आपको उन नियमों के हिसाब से बिहेव करना होगा.
ऐसे में जानते हैं कि आखिर पालतू कुत्तों को लेकर क्या नियम हैं और कुत्ते पालने वालों के साथ उनके पड़ोसियों को किन नियमों का पालन करना चाहिए… तो जानते हैं पालतू कुत्तों से जुड़े नियम, जो भारत सरकार की ओर से तय की गई है…
पालतू कुत्ते पालने वालों के लिए ये हैं नियम
बता दें कि एनिमल वेलफेयर बोर्ड ऑफ इंडिया की ओर से पालतू कुत्तों को पालने को लेकर नियम तय किए गए हैं. इस बोर्ड का कहना है कि अगर कोई पालतू जानवर का ऑनर किसी नगरपालिका कानून का उल्लंघन नहीं कर रहा है तो वो आसानी से सोसायटी में रह सकता है और कुत्ते को पाल सकता है. हालांकि, ये भी ध्यान रखना होगा कि आपके कुत्ते पालने से किसी दूसरे व्यक्ति को इससे दिक्कत होनी चाहिए. आपके पालतू जानवर दूसरों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय संविधान के आर्टिकल 51 A (G) के अनुसार, हर नागरिक का यह दायित्व है कि वह जीवित प्राणियों और जानवरों के प्रति दयापूर्ण व्यवहार करें. इसके अलावा जानवरों के प्रति क्रूरता की रोकथाम अधिनियम 1960 की धारा 11 (3) में कहा गया है कि हाउसिंग सोसाइटी के लिए पालतू जानवरों को प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव पारित करना अवैध है. यानी कोई भी सोसाएटी पालतू कुत्तों को रखने से मना नहीं कर सकती है. ऐसा भी नहीं है कि कोई आम सभा में बैठकर प्रस्ताव पास कर दिया जाए तो पालतू जानवर पर बैन लगाया जा सकता है. आपको जानवर पालने का पूरा अधिकार है. इसके अलावा एक किराएदार भी फ्लैट में जानवर रख सकते हैं.
भौंकने को लेकर होती है आपत्ति
अक्सर देखने को मिलता है कि कुत्ते के भौंकने को लेकर काफी दिक्कतें होती हैं. ऐसे में नियमों में ये भी साफ किया गया है कि कुत्ते के भौंकने की वजह से पालतू जानवर रखने के लिए मना नहीं किया जा सकता है. आपके लिए यह एक मौलिक अधिकार की तरह है. हालांकि, यह ड्यूटी भी पालतू जानवर मालिक की है कि अगर कुत्ता ज्यादा भौंकता है तो उसका इलाज करवाना जरुरी है और तय समय के बाद उसे अपने घर में रखना जरूरी है.
पड़ोसी कैसे कर सकते हैं शिकायत
कई लोगों के सवाल होते हैं कि उनके पड़ोसी के कुत्ते काफी ज्यादा भौंकते हैं तो इस स्थिति में क्या करना चाहिए. इसके लिए समझाइश की जा सकती है और अगर आप कोर्ट में केस दर्ज करना चाहते हैं तो न्यूसंस के आधार पर ऐसा कर सकते हैं. इसमें वहां के लोकल ध्वनि प्रदूषण आदि के नियम लागू होते हैं. इस तरह के केस में उन मामलों को शामिल किया जाता है, जिसमें आपको किसी व्यक्ति से दिक्कत हो, जिसमें आवाज, बदबू आदि कई तरह की परेशानी शामिल है.
लिफ्ट और पार्क को लेकर क्या है नियम
नियमों के अनुसार, पालतू जानवरों को इमारतों की लिफ्टों का उपयोग करने से मना नहीं किया जा सकता है. कोर्ट के कई फैसले सौदा दर्ज करने के नियम बताते हैं कि कुत्ते एक परिवार का हिस्सा है, इसलिए उन्हें लिफ्ट में ले जाने से नहीं रोका जा सकता है. साथ ही कोई सोसाएटी इसके लिए ज्यादा पैसे नहीं वसूल सकती है. वहीं, सोसाएटी के पार्क में भी पालतू जानवरों को ले जाने से मना नहीं किया जा सकता है.