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कमोडिटी मार्केट क्या है

कमोडिटी मार्केट क्या है
इसी के विपरीत जब वस्तु की मांग की तुलना में आपूर्ति अधिक होती है तो वस्तु का मूल्य कमोडिटी मार्केट क्या है घट जाता है। यह सिद्धांत पूर्ण रूप से commodity Market कोनियंत्रित करने का कार्य करती है।

Commodity market क्या है ? कमोडिटी की परिभाषा,प्रकार, उदाहरण। (2022)

परंतु फिर भी बहुत से ऐसे लोग है जो commodity Market के बारे में नहीं जानते । जिससे वह लाभ के अच्छे अवसर से वंचित है। तो चलिए जानते हैं Commodity market क्या है ? कमोडिटी की परिभाषा,प्रकार, उदाहरण। (2022)

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कमोडिटी मार्केट क्या है ?(what is commodity market)

Commodity market शेयर बाजार तथा अन्य सिक्योरिटी बाजार की तरह ही होता है। जिस प्रकार शेयर बाजार में विभिन्न कम्पनियों के शेयरों में निवेश तथा ट्रेडिंग होती है ।उसी प्रकार कमोडिटी मार्केट में भी विभिन्न प्रकार की कमोडिटीज होती है जिनकी खरीदी बिक्री का कार्य किया जाता है ।

कमोडिटीज वे वस्तुएं या उत्पाद होती है जो व्यक्ति प्रायः अपने दैनिक जीवन में उपयोग करता है । जैसे खाद्य पदार्थ , चावल गेंहू, सोयाबीन ,मक्का , विभिन्न धातुएं ,दूध, मांस इत्यादि।

Commodity Market में व्यापार या निवेश व्यक्ति अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाता है जिससे उसके निवेश पर अच्छे रिटर्न प्राप्त होने कमोडिटी मार्केट क्या है की संभावना बढ़ जाती है।

कमोडिटीज के प्रकार।(types of commodities)

कमोडिटी से तात्पर्य ऐसी वस्तुओं से है जिन्हे व्यक्ति द्वारा उत्पादित किया जाता है । तथा जो खनन करने के उपरांत प्राप्त होती हैं।

कमोडिटी एक ऐसी वस्तु होती है जिसकी अपने आप में एक value होती है।

Commodity market

ये उत्पाद मनुष्य की दिन प्रतिदिन की आवश्कता की पूर्ति हेतु उपयोग किए जाते हैं।

कमोडिटीज को मुख्यतः चार वर्गों में विभाजित किया जा सकता है।

कृषि उत्पाद (agriculture product)

ये वे कमोडिटीज होती हैं जिन खेती करके उत्पादित किया जाता है इसका उपयोग व्यक्ति उपभोग के साथ साथ व्यापार व निवेश कमोडिटी मार्केट क्या है हेतु भी करता है ।

जैसे गेंहू,चावल सोयाबीन,मक्का, कपास, इत्यादि।

भारत में स्थित कमोडिटी एक्सचेंज (commodity exchanges in India)

कमोडिटी एक्सचेंज कमोडिटी में ट्रेड या निवेश करने हेतु महत्वपूर्ण हैं। क्योंकि इसमें वर्चुअली रुप से व्यक्ति अपनी सुविधानुसार स्वतंत्र रूप से व्यापार कर सकता है।

पिछले कुछ वर्षों में लोगों की कमोडिटीज में निवेश तथा spaculation करने में रुचि में वृद्धि हुई है । इसके लिए सरकार द्वारा अनेकों एक्सचेंजों की स्थापना की गई है।

भारत की बात करें तो यहां लगभग 20 से अधिक कमोडिटी एक्सचेंज हैं परंतु मुख्य रूप से केवल चार एक्सचेंज ही लोकप्रिय हैं।

MCX( मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया)

यह एक्सचेंज भारत का सबसे बड़ा कमोडिटी एक्सचेंज है इसकी स्थापना 10 नवंबर 2003 में हुई थी यह गवर्नमेंट ऑफ इंडिया की मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस वाली संस्था है जो दुनिया के सबसे बड़े कमोडिटी एक्सचेंज में से एक है।

कमोडिटी मार्केट से भी कर सकते हैं कमाई; कैसे शुरू करें निवेश, समझिए जोखिम और रिटर्न का गणित

कमोडिटी मार्केट से भी कर सकते हैं कमाई; कैसे शुरू करें निवेश, समझिए जोखिम और रिटर्न का गणित

जोखिम उठाने की क्षमता है तो कमोडिटी मार्केट में निवेश कर कम पूंजी में भी आप ज्यादा पैसा कमा सकते हैं.

पैसे कमाने की चाह हर किसी की होती है लेकिन कई लोगों के पास इतनी अधिक पूंजी नहीं होती है कि वे कहीं निवेश कर अधिक पैसे कमा सकें. इसके अलावा एक परिस्थिति ऐसी भी होती है जिसमें आपके पास पैसे होते हैं लेकिन समझ नहीं आता है कि निवेश कहां करें. अगर आपको रिस्क लेने में डर नहीं लगता है तो आप कमोडिटी मार्केट में निवेश कर कम पूंजी में भी अधिक से अधिक कमोडिटी मार्केट क्या है पैसा कमा सकते हैं. रिस्क लेने की क्षमता है तो कमोडिटी मार्केट की भी इतनी क्षमता है कि आपको इस मार्केट के अलावा कहीं और इतना अधिक रिटर्न नहीं मिल सकता है. हालांकि कमोडिटी मार्केट में निवेश का सबसे बड़ा रिस्क मूल पूंजी का गंवाना भी है. आइए समझते हैं कि कमोडिटी मार्केट में निवेश कर आप कितना मुनाफा कमा सकते हैं और इसके खतरे क्या-क्या हैं.

कमोडिटी मार्केट में निवेश के तुलनात्मक फायदे

केडिया कमोडिटी के निदेशक अजय केडिया ने कमोडिटी मार्केट में निवेश का सबसे बड़ा फायदा यह बताया कि आप इसमें छोटी सी पूंजी में बहुत अधिक निवेश कर सकते हैं. इसे समझने के लिए गोल्ड में निवेश का उदाहरण लेते हैं. इस समय (28 जून 2019) सोना करीब 34,212 रुपये प्रति 10 ग्राम पर एमसीएक्स कमोडिटी एक्सचेंज पर ट्रेड हो रहा है. अब सोने में निवेश के लिए आपके पास मुख्य रूप से तीन तरीके हैं.

  • अगर आपको 1 किग्रा फिजिकल गोल्ड में निवेश करना है तो आपको करीब 34.21 लाख रुपये लगाने होंगे.
  • दूसरा रास्ता आप फ्यूचर ट्रेड के कमोडिटी मार्केट क्या है जरिए गोल्ड में निवेश कर सकते हैं. फ्यूचर ट्रेडिंग का मतलब है कि आपको एक निश्चित रकम देकर अपना ऑर्डर बुक कराना है और आपके ऑर्डर का एक्सपायरी पीरियड अधिकतम 1 महीने का होगा. एक्सपायरी पीरियड का मतलब यह हुआ कि इस पीरियड के भीतर आप कभी भी अपने निवेश पर मुनाफा कमा सकते हैं. वर्तमान दर पर गोल्ड में निवेश के लिए आपको पूरे ऑर्डर मूल्य का 5 फीसदी मार्जिन देना होगा जो करीब 1.8 लाख रुपये बैठेगा. इसका अर्थ यह हुआ है कि 34.21 लाख रुपये के फिजिकल गोल्ड का ऑर्डर आपने महज 1.8 लाख रुपये में ही कर दिया.
  • निवेश का तीसरा रास्ता ऑप्शंस है. ऑप्शंस ट्रेड में आपको एक प्रीमियम राशि देनी होती है और इसके ऑर्डर की एक्सपायरी दो महीने की होती है. मान लेते हैं कि प्रीमियम भाव (एलटीपी) 500 रुपये है तो एक लॉट (इसका मूल्य एक किग्रा गोल्ड के बराबर होता है) के ट्रेड के हिसाब से ऑप्शंस के जरिए गोल्ड में निवेश करने पर आपको करीब 50 हजार रुपये (500*100) देने होंगे. इस तरह आप देख सकते हैं कि 34.21 लाख रुपये के जरिए फिजिकल गोल्ड में और 1.8 लाख रुपये के जरिए फ्यूचर गोल्ड में निवेश की तुलना में ऑप्शंस के जरिए गोल्ड में निवेश सिर्फ 50 हजार रुपये में हो जाएगा.

फ्यूचर और ऑप्शंस में ऐसे होता है प्रॉफिट कैलकुलेशन

  • फिजिकल गोल्ड में निवेश का फायदा-नुकसान कैलकुलेट कमोडिटी मार्केट क्या है करना एकदम आसान है. मान लीजिए कि आपने गोल्ड एक किग्रा गोल्ड 34 हजार प्रति दस ग्राम के भाव से निवेश किया है तो उसके भाव में 2 हजार प्रति दस ग्राम की गिरावट आने पर आपको करीब 2 लाख रुपये का नुकसान होगा जबकि उसके भाव में 2 हजार रुपये प्रति दस ग्राम की तेजी आने पर आपको 2 लाख रुपये के करीब मुनाफा होगा.
  • फ्यूचर की बात करें तो आपको ऑर्डर बुक करने के लिए करीब कमोडिटी मार्केट क्या है 1.8 लाख रुपये की मार्जिन मनी (पूरे ऑर्डर मूल्य का 5 फीसदी) आपको देना होता है. अगर इसके भाव में 2 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट आती है तो आपको 2 लाख रुपये का नुकसान होगा लेकिन 2 हजार की तेजी आई तो आपको 2 लाख का मुनाफा होगा. यहां एक सलाह यह दी जाती है कि अगर आपको फ्यूचर ट्रेडिंग में नुकसान हो रहा है तो आप 100 फीसदी मार्जिन मनी देकर गोल्ड की डिलीवरी करा सकते हैं और जब मुनाफा मिले तो एग्जिट करें.
  • ऑप्शंस में आपको प्रीमियम राशि ही देनी होती है और आपको अधिकतम नुकसान प्रीमियम का ही झेलना पड़ेगा. अगर आपको लग रहा है कि गोल्ड के भाव में तेजी आ सकती है तो आप कॉल ऑप्शंस खरीदें और अगर आपको लगता है कि आगे गोल्ड के भाव में गिरावट आ सकती है तो आप पुट ऑप्शंस खरीदें. इसमें मान लेते हैं कि आपने 500 रुपये एलटीपी के आधार पर 50 हजार प्रीमियम मनी देकर ऑर्डर बुक किया है. अगर इसके एलटीपी में 200 रुपये की तेजी आती है तो आपका यही मुनाफा हुआ. इसके विपरीत अगर इसके एलटीपी में 200 रुपये की गिरावट आए तो यह आपका नुकसान है.

कमोडिटी वायदा बाजार में ट्रेडिंग के लिए यहां जानिए आसान तरीके

Market

अगर आप कमोडिटी वायदा बाजार (Commodity Futures Market) में ट्रेडिंग (Trading) करना चाहते हैं तो आपको बाजार की सही जानकारी का होना बहुत ही जरूरी है. हालांकि अभी भी बहुत से लोगों में कमोडिटी फ्यूचर्स मार्केट को लेकर जानकारी का अभाव है और यही वजह है कि कमोडिटी बाजार में ट्रेडिंग के लिए उतरे नए निवेशकों में डर बना रहता है. आज की इस रिपोर्ट में हम ऐसे ही निवेशकों के लिए जो कमोडिटी फ्यूचर मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करना चाहते हैं, उनको बेहद आसान भाषा में कमोडिटी मार्केट की बारीकियों को समझाने का प्रयास करेंगे. तो आइए जानने की कोशिश करते हैं कि कमोडिटी वायदा बाजार में ट्रेडिंग के वे बेहद आसान तरीके क्या हैं.

Commodity बाजार के लिए टिप्स कमोडिटी मार्केट क्या है

कुछ भी खरीदने के लिए पूरी रकम देनी होती है , पर कमोडिटी ट्रेडिंग में कुछ पैसे देकर ट्रेडिंग की जा सकती है । कमोडिटी बाजार में इस को मार्जिन ट्रेडिंग कहा जाता है । ये मार्जिन किसी भी ट्रेडिंग का 3-5 प्रतिशत होता है ।

  • कमोडिटी बाजार में कुछ प्रतिशत मार्जिन देकर ट्रेडिंग कर सकते है , तो हमें ज्यादा ट्रेडिंग एक साथ नहीं करनी चाहिए ।
  • कमोडिटी बाजार में निवेश अपने बजट के हिसाब से करना चाहिए ।
  • शेयर बाजार में हम अपने निवेश को कुछ साल तक रख सकते है पर कमोडिटी बाजार में ट्रेडिंग 2-3 महीने में कारोबार होता है तो इसमें निवेश कम समय के लिए होता है ।
  • कमोडिटी बाजार में शुरुआत में थोड़े कमोडिटी मार्केट क्या है निवेश से ज्यादा फायदा हो सकता है । जब कमोडिटी बाजार को पूरी तरह से समझ जाएं तो ज्यादा पैसे निवेश कर सकते है ।
  • शेयर बाजार की तरह कमोडिटी बाजार में भी वैश्विक घटना से फर्क पड़ता है , ये समझ कर भी कमोडिटी बाजार में पैसे निवेश कर सकते है ।
  • लिक्विड कमोडिटी में ज्यादा फायदा रहता होता है । लिक्विड कमोडिटी जैसे की कच्चा तेल , आधार धातु इसमें नुकसान कम होता है और बाजार में बहार आने का मौका हमेशा खुला रहता है ।
  • शेयर बाजार की तरह कमोडिटी बाजार में बोनस या डिविडेंड नहीं मिलता है । जब भी कमोडिटी बेचते है , तभी फ़ायदा होता हैं ।
  • कमोडिटी बाजार में डिमांड-सप्लाई का भी ध्यान रखें ।

शेयर बाजार और कमोडिटी बाजार में अंतर

  • कमोडिटी बाजार में कमोडिटी और शेयर बाजार में शेयर खरीदे और बेचे जाते है ।
  • कमोडिटी बाजार और शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए अलग-अलग डिमैट खाते की जरूरत होती कमोडिटी मार्केट क्या है है ।
  • शेयर बाजार में निवेश करने से पहले कंपनी के बारे में काफी रिसर्च करनी पड़ती है , कमोडिटी बाजार में कमोडिटी की ज्यादा रिसर्च नही करनी पड़ती है ।

By Suresh Kumar

Suresh Kumar, Intra Day Share के संस्थापक और Senior Editor हैं. इन्हें लोगों को नयी नयी इन्वेस्टमेंट की रिसर्च बेस्ड जानकारी पहुँचाने में बहुत ख़ुशी मिलती है. शेयर मार्केट से सम्बंधित सभी जानकारियां इनके द्वारा नियमित तौर पर इस वेबसाइट पर पब्लिश की जाती है | इन्हें मार्केट कमोडिटी मार्केट क्या है में कार्य करने का पिछले 6 वर्षों का अनुभव है और इसी अनुभव को इस वेबसाइट के माध्यम से आम जन तक पहुंचा रहें है |

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