ट्रेडिंग संकेतों

आरएसआई

आरएसआई
मुरादाबाद ब्यूरो
Updated Wed, 24 Aug 2022 12:31 AM IST

Relative Strength Index RSI Formula In Hindi

RSI अगर लंबे समय से 70 से ऊपर है तो ये शेयर में खरीदारी की स्थिति को दर्शाता है। अगर RSI 70 तक आता है एवम पुने ऊपर चला जाता है तो ये किसी भी शेयर के बुलिश होने का संकेत देता है जबकि RSI 70 क्रॉस करके लगातार नीचे आता है तो इसका अर्थ है शेयर में ट्रेंड रिवर्स हो गया है।

जबकि RSI अगर लंबे समय से 30 के नीचे है तो ये शेयर में बिकवाली की स्थिति को दर्शाता है। अगर RSI 30 तक आता है एवम पुने निचे चला जाता है तो ये किसी भी शेयर के बेयरिश होने का संकेत देता है जबकि RSI 30 क्रॉस करके लगातार ऊपर आता है तो इसका अर्थ है शेयर में ट्रेंड रिवर्स हो गया है।

अलग अलग टाइम फ्रेम के अनुसार RSI भी अलग अलग होता है RSI को किसी भी टाइम फ्रेम मे देखा जा सकता है अगर RSI दीर्घकालीन स्तिथि में 70 से ऊपर है तो ये शेयर के लम्बी समय तक बुलिश रहने की स्तिथि को दर्शाता है।

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स RSI (आरएसआई) Formula

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स RSI (आरएसआई) की Excel में गणना

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स RSI (आरएसआई) की गणना किसी भी शेयर के Closing Price के आधार पर की जाती है।

Relative Strength Index RSI Momentum Indicater

एक्सेल में RSI की गणना करने के लिए सबसे पेहले शेयर के डेट वाइज Closing Price को लिया है। फिर दूसरे कोलम प्राइस में हुवे बदलावों को लिखा है। शेयर में हुए दिन प्रतिदिन के बदलावों को हमने GAIN और LOSS दो अलग - अलग कोलम में लिखा है। तत्पश्चारत हमने 14 पीरियड का शेयर का एवरेज गेन और लॉस कैलकुलेट किया।

RS को कैलकुलेट करने के लिए हमने RS = Average Gain / Average Loss सूत्र का उपयोग किया। अंत में RSI को कैलकुलेट करने के लिए निमन सूत्र का उपयोग किया

RSI को कैलकुलेट करने के लिए किसी भी इनपुट पीरियड का उपयोग कर सकते है लकिन अगर हम चार्ट को डे वाइज देख रहे है तो 14 टाइम पीरियड सबसे अच्छा है।

साइबर ठग ने सीओ बताकर सेवानिवृत्त आरएसआई के खाते से उड़ाए 15.87 लाख रुपये

Moradabad Bureau

मुरादाबाद ब्यूरो
Updated Wed, 24 Aug 2022 12:31 AM IST

cyber fraud taken 16 lac from the account of retired inspector

मुरादाबाद। साइबर ठग ने खुद को ट्रेजरी विभाग सीओ बताकर सेवानिवृत्त रेडियो सब इंस्पेक्टर के खाते से 15.87 लाख रुपये उड़ा लिए। पीड़ित 31 जुलाई को ही सेवानिवृत्त हुए हैं। आरोपी ने उनके खाते में जीएफ और पीएफ समेत अन्य भत्तों का भुगतान भेजने का झांसा देकर ओटीपी पूछ लिया था।
मझोला के चाऊ की बस्ती शिव मंदिर के पास रहने वाले उदयवीर सिंह सागर ने बताया कि 31 जुलाई 2022 को वह पुलिस विभाग में आरएसआई के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनके खाते में जीएफ का कुछ भुगतान हो चुका था, जबकि पीएफ और अन्य भत्तों का भुगतान आना शेष है। उन्होंने बताया कि 17 जुलाई को उनके मोबाइल पर एक अंजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को ट्रेजरी सीओ बताकर बातचीत शुरू की। आरएसआई ने जय हिंद सर में जवाब दिया। इसके बाद आरोपी ने उनसे कहा कि आपके खाते में कुछ भुगतान हो चुका है और बाकी आना शेष है। आपके खाते का सीआईएसएफ नंबर अपडेट नहीं है। इसके बाद अन्य डिटेल आरोपी ने पूछ ली। नंबर का सत्यापन करने का झांसा देकर ओटीपी पूछ लिए। इसके बाद आरोपी ने 17 से 19 अगस्त के उदयवीर सिंह से ओटीपी पूछता रहा और कई बार में 15,87,883 रुपये अन्य खातों में ट्रांसफर कर लिए।
साइबर अपराध थाने के प्रभारी डीएसपी अजेय कुमार शर्मा ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। हमारी टीम पीड़ित की रकम वापस कराने में जुट गई है। इसके लिए बैंक व अन्य एजेंसियों से भी इस संबंध में बातचीत की गई है।
आरोपी ने डिलीट करा दिए मैसेज
सेवानिवृत्त आरएसआई ने बताया कि उनके मोबाइल पर खाते से रुपये निकाले जाने के मैसेज आए थे लेकिन साइबर ठग ने उनसे पहले ही कह दिया था कि ये प्रक्रिया गोपनीय होती है। इसकी जानकारी किसी अन्य को नहीं बतानी है। इसके बाद आरोपी ने मोबाइल पर आए सभी मैसेज डिलीट करा दिए थे। जिस कारण उन्हें पता नहीं चल पाया कि उनके खाते में रकम आ रही है या निकल रही है।
बेटे नोएडा से आए तो हुई साइबर ठगी की जानकारी
तीन दिन में उदयवीर सिंह सागर के खाते से 1587883 रुपये निकल चुके थे लेकिन उन्हें इसकी जानकारी तब हुई जब नोएडा में रहने वाले शिक्षक बेटे शनिवार को घर आए। तब उन्होंने बेटों से बताया कि उनके खाते से रुपये नहीं निकल रहे हैं। कुछ दिक्कत आ रही है। बेटे ने खाता चेक किया तो पता चला कि वह खाली हो चुका है। इसके बाद मैसेज के बारे में पिता से पूछताछ की। तब पिता ने बेटे को बताया कि ट्रेजरी सीओ का फोन आया था। उन्होंने ही मैसेज डिटेल के लिए कहा था। उस नंबर पर कॉल की गई तो पता चला कि नंबर बंद है।
बिहार में ट्रांसफर की गई रकम
बेटे ने अपने पिता के खातों की डिटेल निकलवाई तो उससे पता चला है कि रकम बिहार में कई खातों में ट्रांसफर की गई है। ये रकम 17 से 19 जुलाई के बीच ट्रांसफर की गई है।
जमा पूंजी गंवाने पर आरएसआई की हालत बिगड़ी
उदयवीर सिंह के बेटे ने बताया कि उनके पिता ने खाते में अपनी जमा पूंजी रखी थी। रिटायरमेंट पर मिलने वाली जीएफ और पीएफ आना शेष था। अचानक खाते से रकम निकल जाने के बाद से पिता की हालत ठीक नहीं है। उन्हें समझाया गया कि रकम वापस आ जाएगी। वह परेशान न हों।

मुरादाबाद। साइबर ठग ने खुद को ट्रेजरी विभाग सीओ बताकर सेवानिवृत्त रेडियो सब इंस्पेक्टर के खाते से 15.87 लाख रुपये उड़ा लिए। पीड़ित 31 जुलाई को ही सेवानिवृत्त हुए हैं। आरोपी ने उनके खाते में जीएफ और पीएफ समेत अन्य भत्तों का भुगतान भेजने का झांसा देकर ओटीपी पूछ लिया था।


मझोला के चाऊ की बस्ती शिव मंदिर के पास रहने वाले उदयवीर सिंह सागर ने बताया कि 31 जुलाई 2022 को वह पुलिस विभाग में आरएसआई के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनके खाते में जीएफ का कुछ भुगतान हो चुका था, जबकि पीएफ और अन्य भत्तों का भुगतान आना शेष है। उन्होंने बताया कि 17 जुलाई को उनके मोबाइल पर एक अंजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को ट्रेजरी सीओ बताकर बातचीत शुरू की। आरएसआई ने जय हिंद सर में जवाब दिया। इसके बाद आरोपी ने उनसे कहा कि आपके खाते में कुछ भुगतान हो चुका है और बाकी आना शेष है। आपके खाते का सीआईएसएफ नंबर अपडेट नहीं है। इसके बाद अन्य डिटेल आरोपी ने पूछ ली। नंबर का सत्यापन करने का झांसा देकर ओटीपी पूछ लिए। इसके बाद आरोपी ने 17 से 19 अगस्त के उदयवीर सिंह से ओटीपी पूछता रहा और कई बार में 15,87,883 रुपये अन्य खातों में ट्रांसफर कर लिए।


साइबर अपराध थाने के प्रभारी डीएसपी अजेय कुमार शर्मा ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। हमारी टीम पीड़ित की रकम वापस कराने में जुट गई है। इसके लिए बैंक व अन्य एजेंसियों से भी इस संबंध में बातचीत की गई है।
आरोपी ने डिलीट करा दिए मैसेज
सेवानिवृत्त आरएसआई ने बताया कि उनके मोबाइल पर खाते से रुपये निकाले जाने के मैसेज आए थे लेकिन साइबर ठग ने उनसे पहले ही कह दिया था कि ये प्रक्रिया गोपनीय होती है। इसकी जानकारी किसी अन्य को नहीं बतानी है। इसके बाद आरोपी ने मोबाइल पर आए सभी मैसेज डिलीट करा दिए थे। जिस कारण उन्हें पता नहीं चल पाया कि उनके खाते में रकम आ रही है या निकल रही है।

बेटे नोएडा से आए तो हुई साइबर ठगी की जानकारी आरएसआई
तीन दिन में उदयवीर सिंह सागर के खाते से 1587883 रुपये निकल चुके थे लेकिन उन्हें इसकी जानकारी तब हुई जब नोएडा में रहने वाले शिक्षक बेटे शनिवार को घर आए। तब उन्होंने बेटों से बताया कि उनके खाते से रुपये नहीं निकल रहे हैं। कुछ दिक्कत आ रही है। बेटे ने खाता चेक किया तो पता चला कि वह खाली हो चुका है। इसके बाद मैसेज के बारे में पिता से पूछताछ की। तब पिता ने बेटे को बताया कि ट्रेजरी सीओ का फोन आया था। उन्होंने ही मैसेज डिटेल के लिए कहा था। उस नंबर पर कॉल की गई तो पता चला कि नंबर बंद है।
बिहार में ट्रांसफर की गई रकम
बेटे ने अपने पिता के खातों की डिटेल निकलवाई तो उससे पता चला है कि रकम बिहार में कई खातों में ट्रांसफर की गई है। ये रकम 17 से 19 जुलाई के बीच ट्रांसफर की गई है।

जमा पूंजी गंवाने पर आरएसआई की हालत बिगड़ी
उदयवीर सिंह के बेटे ने बताया कि उनके पिता ने खाते में अपनी जमा पूंजी रखी थी। रिटायरमेंट पर मिलने वाली जीएफ और पीएफ आना शेष था। अचानक खाते से रकम निकल जाने के बाद से पिता की हालत ठीक नहीं है। उन्हें समझाया गया कि रकम वापस आ जाएगी। वह परेशान न हों।

डांडा-कांडा प्रकरण में पटवारी के खिलाफ जांच के आदेश, आरएसआई को सोमेश्वर तहसील में किया संबद्ध

अल्मोड़ा जिले के डांडा-कांडा में संयुक्त सचिव एवी प्रेमनाथ के नाबालिग से दुष्कर्म मामले में क्षेत्र के राजस्व उप निरीक्षक के खिलाफ एडीएम ने जांच के आदेश दिए हैं। आरएसआई को सोमेश्वर तहसील में संबद्ध कर दिया गया है।

जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : अल्मोड़ा जिले के डांडा-कांडा में दिल्ली सचिवालय में तैनात संयुक्त आरएसआई सचिव एवी प्रेमनाथ के नाबालिग से दुष्कर्म मामले में क्षेत्र के राजस्व उप निरीक्षक (आरएसआई) पर भी गाज गिरी है। आरएसआई काे अग्रिम आदेशों तक सोमेश्वर तहसील कार्यालय में अन्यत्र संबद्ध किया गया है।

एडीएम सीएस मर्तोलिया ने बताया दुष्कर्म पीड़िता आरएसआई ने क्षेत्रीय राजस्व उप निरीक्षक हेमंत कुमार कुमार पर रिपोर्ट दर्ज ना करने के आरोप लगाए थे। पीड़िता का कुछ समय पहले मजखाली स्थित प्लीजेंट वैली फाउंडेशन में दुष्कर्म हुआ था। दुष्कर्म दिल्ली सचिवालय में संयुक्त सचिव पद पर कार्यरत एवी प्रेमनाथ ने किया था। जिसकी शिकायत के लिए वह पटवारी गोविंदपुर के पास पहुँची थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।

ज्योति साह मिश्रा ने सभी विभागों से समन्वय बनाकर कार्य करने के निर्देश दिए।

एडीएम चंद्र सिंह मर्तोलिया ने पूरे मामले की के जांच के आदेश दिए। आरएसआई का अन्यत्र स्थानांतरण या संबद्ध करने की संस्तुति की गई है। उन्हाेंने बताया कि एसडीएम की संस्तुति के आधार पर इस प्रकरण की जांच के लिए सोमेश्वर तहसीलदार को जांच अधिकारी नामित किया गया है।

उन्होंने तहसीलदार को प्रकरण की गहनता से जांच कर तथ्यात्मक विस्तृत जांच आख्या 15 दिन के अंदर जिलाधिकारी कार्यालय अल्मोड़ा को अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। वहीं प्रकरण में जांच गठित होने के चलते क्षेत्रीय राजस्व उप निरीक्षक हेमंत कुमार को अग्रिम आदेशों तक तत्काल प्रभाव से तहसील कार्यालय सोमेश्वर में संबद्ध किया गया है।

अल्मोड़ा के मारचूला में वनकर्मी की गोली से हुई थी बाघ की मौत, केस दर्ज, जांच कमेटी गठित

एडीएम ने एसडीएम को आवश्यक कार्रवाई करते हुए राजस्व उप निरीक्षक क्षेत्र गोविंदपुर का कार्य मिलानी राजस्व उप निरीक्षक क्षेत्र के आरएसआई से संपादित करवाने के निर्देश दिए।

एमटी 4 के लिए आरएसआई संकेतक चिकना

एमटी 4 आरएसआई के लिए स्मूथेड आरएसआई संकेतक एक संकेतक है जो मेटा ट्रेडर 4 चार्टिंग और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर आधारित है। MT4 के लिए स्मूदड RSI इंडिकेटर रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स इंडिकेटर और मूविंग एवरेज इंडिकेटर का उपयोग करके बनाया गया है जो मेटा ट्रेडर 4 चार्टिंग प्लेटफॉर्म पर भी आधारित हैं।

ट्रेडर्स जो मेटा ट्रेडर 4 चार्टिंग प्लेटफॉर्म के लिए स्मूद आरएसआई इंडिकेटर का उपयोग करने से सबसे अधिक लाभान्वित होंगे, वे व्यापारी हैं जो सभी टाइमफ्रेम के चार्टिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं जो ट्रेडर की मुद्रा जोड़े और व्यापारिक संपत्ति की पसंद को बनाते हैं। इसके अलावा, व्यापारी जो अपने सभी तकनीकी विश्लेषण के लिए और ट्रेडिंग दिवस के दौरान सक्रिय रूप से व्यापारिक निर्णय लेने के लिए चार्टिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करते हैं, मेटा ट्रेडर 4 चार्टिंग प्लेटफॉर्म के लिए स्मूथेड आरएसआई संकेतक का उपयोग करने से बहुत लाभ होगा।

मेटा ट्रेडर 4 चार्टिंग प्लेटफ़ॉर्म के लिए स्मूथेड आरएसआई इंडिकेटर के साथ, ट्रेडर के लिए यह पहचानना बहुत आसान है कि ट्रेडिंग दिवस के दौरान वर्तमान मूल्य की प्रवृत्ति किस दिशा में होती है और परिणामस्वरूप, ट्रेडिंग के दौरान केवल सबसे अच्छा ट्रेड सेटअप लेने में सक्षम हो। दिन।

कई व्यापारिक फायदे और अंतर्दृष्टि भी हैं कि एक व्यापारी आसानी से ट्रेडिंग दिन के दौरान मेटा ट्रेडर 4 चार्टिंग प्लेटफॉर्म के लिए चिकनी आरएसआई संकेतक का उपयोग करने से आसानी से प्राप्त कर सकता है और इनमें से कुछ व्यापारिक फायदे और अंतर्दृष्टि निम्नानुसार उल्लिखित और व्यापक रूप से चर्चा की गई हैं।

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Alerts In Real-Time When Divergences Occur

मेटा ट्रेडर 4 चार्टिंग प्लेटफॉर्म के लिए स्मूद आरएसआई इंडिकेटर का उपयोग करने के पहले प्रमुख लाभों में से एक यह है कि सूचक का उपयोग करने वाले व्यापारी के उल्लेख के योग्य है कि यह उसे या उसे आसानी से प्राप्त करने में मदद कर सकता है कि मौजूदा रुझान की सही दिशा क्या है। ट्रेडिंग के दौरान दिन। इसका मतलब यह है कि वह व्यापारी जो मेटा ट्रेडर 4 चार्टिंग प्लेटफॉर्म के लिए स्मूथेड आरएसआई इंडिकेटर का उपयोग करता है और उसे अपने ट्रेडिंग चार्ट्स के साथ संलग्न करना है, जो ट्रेडिंग दिवस के दौरान उसके व्यापारिक सेटअपों को किस दिशा में ले जाना चाहिए, यह इंगित आरएसआई करने में सक्षम होगा।

यह आमतौर पर बहुत सारे व्यापारिक कारणों के लिए व्यापारी के दिन के दौरान बहुत महत्वपूर्ण होता है। व्यापारिक कारणों में से एक व्यापारी के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह व्यापारी को उसके व्यापार दिन के दौरान सही दिशा में उसके ट्रेडों को संरेखित करने में मदद कर सकता है। इसका मतलब यह है कि व्यापारी जो मेटा ट्रेडर 4 चार्टिंग प्लेटफॉर्म के लिए स्मूथेड आरएसआई इंडिकेटर का उपयोग करता है, यह सुनिश्चित करने में सक्षम होगा कि ट्रेडिंग दिवस के दौरान वे जो सेटअप लेते हैं, वे बाजार में प्रचलित प्रवृत्ति की दिशा में सही ढंग से संरेखित हैं।

इससे व्यापारी को उन भारी नुकसानों से बचने में सक्षम होने में मदद मिलेगी जो आमतौर पर एक सक्रिय प्रवृत्ति के विपरीत दिशा लेने से उत्पन्न होती हैं। आमतौर पर, बाजारों में, कीमत रुझान में चलती है। इन रुझानों में वे तरंगें शामिल होती हैं जो या तो प्रवृत्ति की दिशा में चलती हैं या प्रवृत्ति की दिशा के विरुद्ध होती हैं।

प्रवृत्ति की दिशा में आगे बढ़ने वाली तरंगों को तरंगों के बाद की प्रवृत्ति कहा जाता है, जबकि वे तरंगें जो बाजार की दिशा में नहीं चलती हैं, उन्हें रिट्रेसमेंट तरंगें कहा जाता है। ये रिट्रेसमेंट तरंगें उन व्यापारियों के लिए एक अवसर प्रदान करती हैं जो बाजारों में पिछली तरंगों का एक हिस्सा थे, जो मूल्य में अपने पिछले व्यापारिक पदों से कुछ लाभ लेते थे।

जो व्यापारी पर्याप्त रूप से चौकस हैं, वे ध्यान देंगे कि जो तरंगें प्रवृत्ति की दिशा में होती हैं, वे तरंगों की तुलना में अधिक लंबी और तेज गति से चलती हैं जो प्रवृत्ति की दिशा के विरुद्ध होती हैं। इसका मतलब यह है कि व्यापारी की संभावना है कि उसके या उसके खिलाफ मूल्य चाल बहुत मजबूती से चल सकती है, यदि वह एक व्यापार को रखने के लिए या एक व्यापार सेटअप का चयन करता है जो प्रवृत्ति की दिशा में चल रहा है।

मेटा ट्रेडर 4 चार्टिंग प्लेटफ़ॉर्म के लिए स्मूद आरएसआई संकेतक का उपयोग करने से व्यापारी को इससे बचने में मदद मिलेगी क्योंकि वह यह पता लगाने में सक्षम होगा कि ट्रेडिंग दिवस के दौरान प्रवृत्ति की वास्तविक दिशा क्या है और सेटअप सहित सभी आवश्यक कार्य करने में सक्षम हैं। ट्रेडिंग दिवस के दौरान इस तरह की प्रवृत्ति से लाभ कमाने के लिए उस प्रवृत्ति की दिशा में हैं। इस तरह, व्यापारी अपने व्यापार से लाभ कमा सकता है क्योंकि वह ट्रेडिंग दिवस के दौरान हमेशा सही सेटअप चुन सकता है क्योंकि मूल्य प्रवृत्ति में विकसित हो रहा है।

एक और बहुत महत्वपूर्ण लाभ यह है कि एक व्यापारी आसानी से मेटा ट्रेडर 4 चार्टिंग प्लेटफॉर्म के लिए स्मूद आरएसआई इंडिकेटर का उपयोग करने से बच सकता है, वह यह है कि वह मेटा ट्रेडर 4 के लिए स्मूथी आरएसआई इंडिकेटर का उपयोग करके अपने स्वयं के लाभदायक रणनीतियों का निर्माण करने में सक्षम होगा। चार्टिंग चार्ट।

इसका मतलब यह है कि व्यापारी के पास मेटा ट्रेडर 4 चार्टिंग प्लेटफॉर्म के लिए स्मूथेड आरएसआई इंडिकेटर है, जो उसके ट्रेडिंग चार्ट से जुड़ा हुआ है, उस अंतर्दृष्टि का उपयोग करने में सक्षम होगा जो संकेतक बाजारों में लाभदायक व्यापारिक रणनीतियों के निर्माण के लिए प्रदान करता है।

इसका कारण यह है कि मेटा ट्रेडर 4 चार्टिंग प्लेटफॉर्म के लिए स्मूदडेड आरएसआई इंडिकेटर ट्रेडिंग डे के दौरान पहले से ही मूल्य दिशा का एक बहुत अच्छा भविष्यवक्ता है और इसलिए एक व्यापारी के लिए ट्रेडिंग सिस्टम के अन्य घटकों की तलाश करना बहुत आसान है जो तब उसकी मदद कर सकते हैं या संकेतक का उपयोग करके उचित ट्रेडिंग विधि बनाने के लिए।

मेटा ट्रेडर 4 चार्टिंग प्लेटफॉर्म के लिए स्मूद आरएसआई इंडिकेटर का उपयोग करने वाला व्यापारी अपने स्वयं के व्यापारिक साधनों के अलावा संकेतक का उपयोग करने का निर्णय भी ले सकता है। यह संकेतक का उपयोग करने का एक बहुत प्रभावी तरीका भी होगा क्योंकि वह या वह सटीक रूप से यह अनुमान लगाने में भी सक्षम होगा कि वर्तमान प्रवृत्ति अन्य सभी विशेषताओं के अतिरिक्त है जहां उसके या उसके ट्रेडिंग सिस्टम के शेष घटक पहले से मौजूद हैं। इस तरह, मेटा ट्रेडर 4 चार्टिंग प्लेटफॉर्म के लिए स्मूथी आरएसआई इंडिकेटर का उपयोग करके व्यापारी के लिए बहुत अनूठी रणनीतियों को विकसित करना बहुत संभव है।

साइबर ठग ने सीओ बताकर सेवानिवृत्त आरएसआई के खाते से उड़ाए 15.87 लाख रुपये

Moradabad Bureau

मुरादाबाद ब्यूरो
Updated Wed, 24 Aug 2022 12:31 AM IST

cyber fraud taken 16 lac from the account of retired inspector

मुरादाबाद। साइबर ठग ने खुद को ट्रेजरी विभाग सीओ बताकर सेवानिवृत्त रेडियो सब इंस्पेक्टर के खाते से 15.87 लाख रुपये उड़ा लिए। पीड़ित 31 जुलाई को ही सेवानिवृत्त हुए हैं। आरोपी ने उनके खाते में जीएफ और पीएफ समेत अन्य भत्तों का भुगतान भेजने का झांसा देकर ओटीपी पूछ लिया था।
मझोला के चाऊ की बस्ती शिव मंदिर के पास रहने वाले उदयवीर सिंह सागर ने बताया कि 31 जुलाई 2022 को वह पुलिस विभाग में आरएसआई के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनके खाते में जीएफ का कुछ भुगतान हो चुका था, जबकि पीएफ और अन्य भत्तों का भुगतान आना शेष है। उन्होंने बताया कि 17 जुलाई को उनके मोबाइल पर एक अंजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को ट्रेजरी सीओ बताकर बातचीत शुरू की। आरएसआई ने जय हिंद सर में जवाब दिया। इसके बाद आरोपी ने उनसे कहा कि आपके खाते में कुछ भुगतान हो चुका है और बाकी आना शेष है। आपके खाते का सीआईएसएफ नंबर अपडेट नहीं है। इसके बाद अन्य डिटेल आरोपी ने पूछ ली। नंबर का सत्यापन करने का झांसा देकर ओटीपी पूछ लिए। इसके बाद आरोपी ने 17 से 19 अगस्त के उदयवीर सिंह से ओटीपी पूछता रहा और कई बार में 15,87,883 रुपये अन्य खातों में ट्रांसफर कर लिए।
साइबर अपराध थाने के प्रभारी डीएसपी अजेय कुमार शर्मा ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। हमारी टीम पीड़ित की रकम वापस कराने में जुट गई है। इसके लिए बैंक व अन्य एजेंसियों से भी इस संबंध में बातचीत की गई है।
आरोपी ने डिलीट करा दिए मैसेज
सेवानिवृत्त आरएसआई ने बताया कि उनके मोबाइल पर खाते से रुपये निकाले जाने के मैसेज आए थे लेकिन साइबर ठग ने उनसे पहले ही कह दिया था कि ये प्रक्रिया गोपनीय होती है। इसकी जानकारी किसी अन्य को नहीं बतानी है। इसके बाद आरोपी ने मोबाइल पर आए सभी मैसेज डिलीट करा दिए थे। जिस कारण उन्हें पता नहीं चल पाया कि उनके खाते में रकम आ रही है या निकल रही है।
बेटे नोएडा से आए तो हुई साइबर ठगी की जानकारी
तीन दिन में उदयवीर सिंह सागर के खाते से 1587883 रुपये निकल चुके आरएसआई थे लेकिन उन्हें इसकी जानकारी तब हुई जब नोएडा में रहने वाले शिक्षक बेटे शनिवार को घर आए। तब उन्होंने बेटों से बताया कि उनके खाते से रुपये नहीं निकल रहे हैं। कुछ दिक्कत आ रही है। बेटे ने खाता चेक किया तो पता चला कि वह खाली हो चुका है। इसके बाद मैसेज के बारे में पिता से पूछताछ की। तब पिता ने बेटे को बताया कि ट्रेजरी सीओ का फोन आया था। उन्होंने ही मैसेज डिटेल के लिए कहा था। उस नंबर पर कॉल की गई तो पता चला कि नंबर बंद है।
बिहार में ट्रांसफर की गई रकम
बेटे ने अपने पिता के खातों की डिटेल निकलवाई तो उससे पता चला है कि रकम बिहार में कई आरएसआई खातों में ट्रांसफर की गई है। ये रकम 17 से 19 जुलाई के बीच ट्रांसफर की गई है।
जमा पूंजी गंवाने पर आरएसआई की हालत बिगड़ी
उदयवीर सिंह के बेटे ने बताया कि उनके पिता ने खाते में अपनी जमा पूंजी रखी थी। रिटायरमेंट पर मिलने वाली जीएफ और पीएफ आना शेष था। अचानक खाते से रकम निकल जाने के बाद से पिता की हालत ठीक नहीं है। उन्हें समझाया गया कि रकम वापस आ जाएगी। वह परेशान न हों।

मुरादाबाद। साइबर ठग ने खुद को ट्रेजरी विभाग सीओ बताकर सेवानिवृत्त रेडियो सब इंस्पेक्टर के खाते से 15.87 लाख रुपये उड़ा लिए। पीड़ित 31 जुलाई को ही सेवानिवृत्त हुए हैं। आरोपी ने उनके खाते में जीएफ और पीएफ समेत अन्य आरएसआई भत्तों का भुगतान भेजने का झांसा देकर ओटीपी पूछ लिया था।


मझोला के चाऊ की बस्ती शिव मंदिर के पास रहने वाले उदयवीर सिंह सागर ने बताया कि 31 जुलाई 2022 को वह पुलिस विभाग में आरएसआई के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। उनके खाते में जीएफ का कुछ भुगतान हो चुका था, जबकि पीएफ और अन्य भत्तों का भुगतान आना शेष है। उन्होंने बताया कि 17 जुलाई को उनके मोबाइल पर एक अंजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को ट्रेजरी सीओ बताकर बातचीत शुरू की। आरएसआई ने जय हिंद सर में जवाब दिया। इसके बाद आरोपी ने उनसे कहा कि आपके खाते में कुछ भुगतान हो चुका है और बाकी आना शेष है। आपके खाते का सीआईएसएफ नंबर अपडेट नहीं है। इसके बाद अन्य डिटेल आरोपी ने पूछ ली। नंबर का सत्यापन करने का झांसा देकर ओटीपी पूछ लिए। इसके बाद आरोपी ने 17 से 19 अगस्त के उदयवीर सिंह से ओटीपी पूछता रहा और कई बार में 15,87,883 रुपये अन्य खातों में ट्रांसफर कर लिए।


साइबर अपराध थाने के प्रभारी डीएसपी अजेय कुमार शर्मा ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। हमारी टीम पीड़ित की रकम वापस कराने में जुट गई है। इसके लिए बैंक व अन्य एजेंसियों से भी इस संबंध में बातचीत की गई है।
आरोपी ने डिलीट करा दिए मैसेज
सेवानिवृत्त आरएसआई ने बताया कि उनके मोबाइल पर खाते से रुपये निकाले जाने के मैसेज आए थे लेकिन साइबर ठग ने उनसे पहले ही कह दिया था कि ये प्रक्रिया गोपनीय होती है। इसकी जानकारी किसी अन्य को नहीं बतानी है। इसके बाद आरोपी ने मोबाइल पर आए सभी मैसेज डिलीट करा दिए थे। जिस कारण उन्हें पता नहीं चल पाया कि उनके खाते में रकम आ रही है या निकल रही है।

बेटे नोएडा से आए तो हुई साइबर ठगी की जानकारी
तीन दिन में उदयवीर सिंह सागर के खाते से 1587883 रुपये निकल चुके थे लेकिन उन्हें इसकी जानकारी तब हुई जब नोएडा में रहने वाले शिक्षक बेटे शनिवार को घर आए। तब उन्होंने बेटों से बताया कि उनके खाते से रुपये नहीं निकल रहे हैं। कुछ दिक्कत आ रही है। बेटे ने आरएसआई खाता चेक किया तो पता चला कि वह खाली हो चुका है। इसके बाद मैसेज के बारे में पिता से पूछताछ की। तब पिता ने बेटे को बताया कि ट्रेजरी सीओ का फोन आया था। उन्होंने ही मैसेज डिटेल के लिए कहा था। उस नंबर पर कॉल की गई तो पता चला कि नंबर बंद है।
बिहार में ट्रांसफर की गई रकम
बेटे ने अपने पिता के खातों की डिटेल निकलवाई तो उससे पता चला है कि रकम बिहार में आरएसआई कई खातों में ट्रांसफर की गई है। ये रकम 17 से 19 जुलाई के बीच ट्रांसफर की गई है।

जमा पूंजी गंवाने पर आरएसआई की हालत बिगड़ी
उदयवीर सिंह के बेटे ने बताया कि उनके पिता ने खाते में अपनी जमा पूंजी रखी थी। रिटायरमेंट पर मिलने वाली जीएफ और पीएफ आना शेष था। अचानक खाते से रकम निकल जाने के बाद से पिता की हालत ठीक नहीं है। उन्हें समझाया गया कि रकम वापस आ जाएगी। वह परेशान न हों।

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