क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है?

क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज टर्नकी
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क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज क्या है?
एक क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज या एक डिजिटल मुद्रा विनिमय (डीसीई) एक ऐसा व्यवसाय है जो ग्राहकों को अन्य परिसंपत्तियों जैसे कि पारंपरिक फिएट मनी या अन्य डिजिटल मुद्राओं के लिए क्रिप्टोकरेंसी या डिजिटल मुद्राओं का व्यापार करने की अनुमति देता है।
यह एक परिष्कृत क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज समाधान है जो सुपर-फास्ट और स्थिर मिलान इंजन प्रदर्शन और विश्वसनीय क्रिप्टो सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करता है। यह व्यापारियों और दलालों के लिए एक परिष्कृत उपयोगकर्ता अनुभव प्रदान करता है, क्रिप्टो ट्रेडिंग और सभी आवश्यक क्रिप्टो गतिविधियों के लिए तकनीकी बढ़त प्रदान करता है।
कोई मिलान शुल्क नहीं। कोई छिपी हुई फीस नहीं।
आप केवल तकनीकी सहायता और होस्टिंग के लिए भुगतान करते हैं। ट्रेडिंग वॉल्यूम के लिए कोई छिपा हुआ भुगतान या शुल्क नहीं।
अनुकूलन योग्य यूजर इंटरफेस
संपूर्ण उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस विजेट से बनाया गया है। एक व्यवस्थापक विजेट के किसी भी संयोजन को चुनने में सक्षम है जो ग्राहकों को उपलब्ध कराया जा सकता है और उनके लिए एक अद्वितीय डिफ़ॉल्ट कार्यक्षेत्र बना सकता है। रंग योजनाएं और UI के अंदर सभी शब्द भी पूरी तरह से हैं अनुकूलन योग्य। UI दिन/रात मोड उपलब्ध हैं।
ट्रेडिंग व्यू चार्ट व्यापारियों को विस्तृत तकनीकी विश्लेषण करने की अनुमति देते हैं। उन्नत उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस सबसे परिष्कृत रणनीतियों वाले व्यापारियों को भी संतुष्ट करेगा।
कार्यों की एक विस्तृत श्रृंखला के साथ बैकऑफ़िस
हमने मिलान करने वाले इंजन की उन्नत कार्यक्षमता को बनाए रखने के लिए एक बैकऑफ़िस इंटरफ़ेस बनाया है, मुद्राओं के संदर्भ में या यूएसडी समकक्ष में शेष राशि की जांच करें और उपयोगकर्ताओं और उनकी गतिविधि की सूची क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? देखें। आप उपयोगकर्ताओं द्वारा भुगतान किए गए कमीशन की निगरानी भी कर सकते हैं, पीएनएल की गणना कर सकते हैं, एक ही स्थान पर सभी ऑर्डर विवरण और भूमिकाओं की जांच कर सकते हैं, ऑनलाइन व्यापार और आर्बिट्रेज निगरानी कर सकते हैं।
B2Broker डिजिटल एसेट एक्सचेंज में विभिन्न व्यापारिक शैलियों और ग्राहकों के प्रकारों के लिए परिचित बिंदु प्रदान करते हुए प्रमुख व्यापारिक कार्यों में फैले कई, पूर्ण-विशेषताओं वाले ट्रेडिंग एपीआई की सुविधा है:
REST - सुरक्षित प्रमाणीकरण, ऑर्डर प्रविष्टि, निष्पादन रिपोर्ट, मार्केट डेटा क्वेरी के लिए समर्थन
WebSocket - सुरक्षित प्रमाणीकरण, ऑर्डर प्रविष्टि, निष्पादन रिपोर्ट, मार्केट डेटा क्वेरी, मार्केट डेटा फ़ीड सब्सक्रिप्शन के लिए समर्थन।
आपके ग्राहकों या बाजार निर्माताओं के लिए। मूल्य स्ट्रीम कनेक्ट करें।
उच्च क्षमता मिलान इंजन
मैचिंग इंजन प्रति सेकंड 30,000 अनुरोधों को संसाधित कर सकता है। यह सप्ताहांत सहित, बिना किसी ब्रेक के क्रिप्टो बाजारों की घड़ी के आसपास बेहद छोटे रखरखाव अंतराल के साथ 24/7 काम करता है।
CoinMarketCap के साथ एकीकरण
आपको CoinMarketCap और अधिकांश अन्य लिस्टिंग वेबसाइटों पर सूचीबद्ध करने के लिए 5 आवश्यक समापन बिंदु प्रदान किए गए हैं: सारांश, व्यापार इतिहास, टिकर, संपत्ति, ऑर्डर बुक।
एक क्रिप्टो एक्सचेंज केवल तकनीकों से कहीं अधिक है। इसमें कई भाग और विभिन्न पहलू शामिल हैं जिन्हें प्रत्येक व्यवसाय के मालिक को इस प्रकार के संचालन यानी कानूनी, विपणन, बिक्री, संचालन, वित्त, तरलता और प्रौद्योगिकी के साथ शुरू करते समय ध्यान में रखना चाहिए।
क्रिप्टोकरेंसी को अपनाने में अमेरिका और चीन से भी आगे हैं भारतीय और पाकिस्तानी-रिपोर्ट
बिज़नस न्यूज़ डेस्क-क्रिप्टोकरेंसी हमारे जीवन को प्रभावित कर रही है जैसा कि इंटरनेट ने अतीत में किया है। हालांकि इस बारे में अभी भी अनिश्चितता है कि दुनिया भर की सरकारें इसे कैसे नियंत्रित करेंगी, अपूरणीय टोकन और विकेंद्रीकृत वित्तीय परियोजनाओं में निवेश बढ़ रहा है। क्रिप्टो डॉट कॉम के अनुसार, वैश्विक स्तर क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? पर क्रिप्टोकरेंसी रखने वाले लोगों की संख्या इस साल दोगुनी होकर लगभग 220 मिलियन हो गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, निवेशकों ने 2021 में क्रिप्टोकरेंसी में करीब 30 अरब डॉलर का निवेश किया, जो पिछले सभी सालों से ज्यादा है। जबकि अल सल्वाडोर जैसे कुछ देशों ने बिटकॉइन को कानूनी निविदा के रूप में स्वीकार किया है, कई देश क्रिप्टो से सावधान हैं। चैनलिसिस ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, उच्चतम क्रिप्टो अपनाने की दर वाले शीर्ष छह देशों पर एक नज़र डालते हैं।
> वियतनाम - वियतनाम ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स में 1 के इंडेक्स स्कोर के साथ पहले स्थान पर है। इसके पीछे मुख्य कारण रेमिटेंस पेमेंट है। क्रिप्टोक्यूरेंसी वियतनामी यात्रियों को क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? विनिमय शुल्क का भुगतान किए बिना घर लौटने का एक तरीका प्रदान करती है। नतीजतन, लगभग 20 प्रतिशत वियतनामी बिटकॉइन में निवेश करने का दावा करते हैं।
भारत - भारत ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स में 0.37 के इंडेक्स स्कोर के साथ दूसरे स्थान पर है। भारत में 7.3 मिलियन क्रिप्टो उपयोगकर्ता हैं और .8 21.8 बिलियन से अधिक का कारोबार है। छोटे भारतीय शहरों के लोगों ने भी क्रिप्टो में निवेश करना शुरू कर दिया है। बिटकॉइन की कीमत में तेज उछाल भारत में क्रिप्टो में बढ़ती दिलचस्पी का मुख्य कारण था।
> पाकिस्तान- पाकिस्तान इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर है। ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स पर देश का स्कोर 0.36 है। अधिकांश निवेश खनन और व्यापारिक क्रिप्टोकरेंसी से आता है। सोशल मीडिया और ऑनलाइन एक्सचेंजों ने पाकिस्तान में क्रिप्टो को बढ़ावा दिया।
यूक्रेन - यूक्रेन 0.29 के स्कोर के साथ ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स में चौथे स्थान पर है। यूक्रेनी सरकार ने हाल ही में क्रिप्टोकरेंसी को वैध बनाया है। देश का दैनिक व्यापार $37 मिलियन से अधिक है! इसके अलावा, यूक्रेनी सरकार जल्द ही निवेशकों और व्यवसायों के लिए एक क्रिप्टो बाजार खोलने की योजना बना रही है।
केन्या - केन्या पांचवें स्थान पर है। यहां क्रिप्टो एडॉप्शन स्कोर 0.28 है। यह केन्या में पीयर-टू-पीयर लेनदेन की बढ़ती संख्या के कारण है। केन्या में लोग दुनिया में कहीं और की तुलना में अधिक सक्रिय रूप से एक दूसरे के साथ क्रिप्टो व्यापार कर रहे हैं।
नाइजीरिया - नाइजीरिया ग्लोबल क्रिप्टो एडॉप्शन इंडेक्स में छठे स्थान पर है। कुल नाइजीरियाई आबादी का लगभग 24.2% विभिन्न क्रिप्टोकरेंसी का मालिक है। परिणामस्वरूप, देश का क्रिप्टो एडॉप्शन स्कोर 0.26 है। बिटकॉइन नाइजीरिया में सबसे लोकप्रिय क्रिप्टो है, इसके बाद एथेरियम है। विनिमय-व्यापार की मात्रा में उल्लेखनीय गिरावट के क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? कारण इस वर्ष अमेरिका और चीन 6वें से 8वें और चौथे से 13वें स्थान पर आ गए हैं।
जिस बिल का नाम सुनते ही क्रिप्टो धड़ाम,उसमें क्या है?बैन क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? के पक्ष-विपक्ष में तर्क
Cryptocurrency: बिल के तहत ऐसे प्रावधान लाए जाएंगे जिससे प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी बैन हो जाएंगी.
Cryptocurrency Bill In India: क्रिप्टो करेंसी पर लंबे समय से भारत सरकार और आरबीआई (RBI) की चिंताओं के बीच आखिरकार सरकार ने इस पर बिल लाने की घोषणा कर दी है. केंद्र सरकार 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान कई बिल पेश करने वाली है जिसमें से एक क्रिप्टोकरेंसी पर भी विधेयक पेश हो सकता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिप्टो पर समीक्षा बैठक भी बुलाई थी. पीटीआई के मुताबिक बैठक में क्रिप्टो के फायदे-नुकसान और रेगुलेशन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई है.
इन खबरों के बाद मार्केट को तो जोरदार झटका पहुंचा ही है लेकिन क्रिप्टो के बाजार में पैसा लगाने वाले भी अब परेशानी में आ गए हैं. इस मसले से जुड़े सभी बड़े सवालों के जवाब हम आपको यहां देने की कोशिश कर रहे हैं.
किस उद्देश्य से लाया जा रहा है क्रिप्टोकरेंसी बिल?
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भारत में अब तक कोई नियम-कानून नहीं है. इसलिए सरकार इस पर एक विधेयक लाने की तैयारी में है. जिसका नाम होगा- क्रिप्टोकरेंसी एंड रेग्युलेशन ऑफ ऑफिशिय डिजिटल करेंसी बिल, 2021 (The Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Currency Bill, 2021). इसके तहत रिजिर्व बैंक ऑफ इंडिया एक आधाकारिक क्रिप्टोकरेंसी जारी करने के लिए एक आसान फ्रेमवर्क तैयार करेगी.
इस बिल के तहत ऐसे प्रावधान लाए जाएंगे जिससे सारी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी बैन हो जाएंगी. हालांकि, इसकी टेक्नोलॉजी और इस्तेमाल को लेकर कुछ अपवाद जरूर रखे जाएंगे.
सरकार की घोषणा के बाद भारत में क्रिप्टो मार्केट का क्या हाल है?
जैसे ही सरकार की तरफ से क्रिप्टो बिल को लेकर घोषणा हुई भारत में क्रिप्टो मार्केट धड़ाम से गिरा. लगभग हर बड़े क्रिप्टोकरेंसी में 15 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज हुई. WazirX के डेटा के मुताबिक, रुपये के संदर्भ में देखे तो बिटकॉइन में 17 फीसदी की गिरावट आई, इथेरियम में 14 फीसदी, डॉजकोइन में 20 फीसदी से अधिक और पोलकाडॉट में 14 फीसदी की गिरावट आई और डॉलर-पेग्ड टोकन टीथर भी लगभग 17 प्रतिशत नीचे रहा.
सरकार के क्रिप्टो पर विधेयक लाने की घोषणा के बाद बाजार गिरा
विदेशों में क्रिप्टोकरेंसी की क्या स्थिति है?
क्रिप्टो करेंसी को कई देशों में मान्यता दी गई है तो वहीं अधिकतर देश इस करेंसी की खिलाफ हैं. हाल ही में चीन ने क्रिप्टो करेंसी पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है. इसके अलावा नाइजीरिया, टर्की, बोलिविया, एक्वाडोर, कतर, बांग्लादेश, अल्जीरिया, इंडोनेशिया, वियतनाम में भी इस करेंसी पर पाबंदी लगी है.
वहीं अधिकतर देश अभी भी असमंजस की स्थिति में है कि इस करेंसी पर बैन लगना चाहिए या इसे वैध बना देना चाहिए. मध्य अमेरिका का अल सल्वाडोर दुनिया का पहला ऐसा देश है जहां क्रिप्टो करेंसी वैध है. रूस में क्रिप्टो करेंसी में निवेश तो कर सकते हैं लेकिन कुछ सामान खरीदने के लिए उसके इस्तेमाल पर पाबंदी है.
अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और यूरोप के कुछ देशों में इसे पूरी तरह मान्यता तो नहीं दी गई है लेकिन यहां इस पर कोई पाबंदी भी नहीं है.
क्रिप्टो करेंसी में कितने भारतीय कर चुके हैं निवेश?
क्रिप्टो करेंसी बहुत ही ज्यादा परिवर्तनशील (वोलेटाइल) करेंसी है. ब्रोकर डिस्कवरी और Brokerchooser के मुताबिक भारत में बिटकॉइन ओनर की संख्या 10.07 करोड़ है. इसके अलावा अमेरिका में 2.74 करोड़, रूस (1.74 करोड़) और नाइजीरिया में बैन के बावजूद (1.30 करोड़) लोगों के पास क्रिप्टो करेंसी है.
भारत में क्रिप्टो बैन के खिलाफ और पक्ष में क्या तर्क?
मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार सरकार प्राइवेट क्रिप्टो (e.g: Zcash, Monero, etc) को बैन करने की तैयारी में है. वहीं बिटकॉइन, इथीरियम पब्लिक क्रिप्टो में शामिल है. अब तक बिल पेश नहीं हुआ है इसलिए प्राइवेट और पब्लिक क्रिप्टो की बहस से बचना चाहिए.
न्यूज 18 से बातचीत में cashaa के संस्थापक और सीईओ कुमार गौरव ने कहा, "क्रिप्टोकरेंसी पर पूर्ण क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? प्रतिबंध उचित नहीं होगा क्योंकि दुनिया इस दिशा में आगे बढ़ रही है. एक देश के रूप में अगर हम इसे नजरअंदाज करते हैं तो हम पीछे रह जाएंगे. हमें इसे उचित नियमों के साथ अपनाना चाहिए."
WazirX के फाउंडर और सीईओ ने कहा कि "सरकार का रुख पहले जैसा ही लगता है. हमें बिल में दी गई बातों को पढ़ना चाहिए. बिटकॉइन एक पब्लिक ब्लॉकचेन पर एक पब्लिक क्रिप्टो करेंसी है."
इंडिया टुडे से बातचीत में क्रिप्टो एजुकेशन प्लेटफॉर्म Bitnning के फाउंडर काशिफ रजा ने बताया कि सरकार का प्रस्ताव जो अब आज हमारे पास है वही पिछली बार भी सरकार द्वारा पेश किए गए बिल के समान है.''
केवल एक चीज जो क्रिप्टो निवेशकों को डरा रही है, वह है क्लॉज निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने के बारे में. मूल रूप से अगर हम इसके द्वारा जाते हैं, तो केवल सरकार द्वारा समर्थित करेंसी को ही अनुमति दी जाएगी, बाकी को नहीं. लेकिन यह अंतिम नहीं है. हमें सावधानी बरतने की जरूरत है और पूरे बिल के आने का इंतजार करना चाहिए".
Unocoin के फाउंडर और सीईओ सात्विक विश्वनाथ का मानना है-"प्राइवेट क्रिप्टो की परिभाषा कहीं भी उपलब्ध नहीं है, चाहे हम इसे पढ़ने का प्रयास करें. साथ ही सरकार की ओर से आज जो कुछ बातें हमारे पास हैं, उनके बारे में भी यह वही है जो उन्होंने पहले पेश किया था. लगता है कुछ भी नहीं क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? बदला है. हमें इससे संभलकर चलना होगा. यह एक बहुत ही मनमाना शीर्षक है जो पिछली बार था, अब भी वही है. आज जो तीन, चार बातें निकली हैं, उन पर नजर डालें तो ऐसा लग सकता है कि कोई नया बिल नहीं है, यह पुराने जैसा ही है. फिलहाल, हम अभी इसका कोई मतलब नहीं निकाल सकते हैं. लेकिन हां, निवेशक निश्चित रूप से आशंकित हैं."
जिस बिल का नाम सुनते ही क्रिप्टो धड़ाम,उसमें क्या है?बैन के पक्ष-विपक्ष में तर्क
Cryptocurrency: बिल के तहत ऐसे प्रावधान लाए जाएंगे जिससे प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी बैन हो जाएंगी.
Cryptocurrency Bill In India: क्रिप्टो करेंसी पर लंबे समय से भारत सरकार और आरबीआई (RBI) की चिंताओं के बीच आखिरकार सरकार ने इस पर बिल लाने की घोषणा कर दी है. केंद्र सरकार 29 नवंबर से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान कई बिल पेश करने वाली है जिसमें से एक क्रिप्टोकरेंसी पर भी विधेयक पेश हो सकता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रिप्टो पर समीक्षा बैठक भी बुलाई थी. पीटीआई के मुताबिक बैठक में क्रिप्टो के फायदे-नुकसान और रेगुलेशन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई है.
इन खबरों के बाद मार्केट को तो जोरदार झटका पहुंचा ही है लेकिन क्रिप्टो के बाजार में पैसा लगाने वाले भी अब परेशानी में आ गए हैं. इस मसले से जुड़े सभी बड़े सवालों के जवाब हम आपको यहां देने की कोशिश कर रहे हैं.
किस उद्देश्य से लाया जा रहा है क्रिप्टोकरेंसी बिल?
क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भारत में अब तक कोई नियम-कानून नहीं है. इसलिए सरकार इस पर एक विधेयक लाने की तैयारी में है. जिसका नाम होगा- क्रिप्टोकरेंसी एंड रेग्युलेशन ऑफ ऑफिशिय डिजिटल करेंसी बिल, 2021 (The Cryptocurrency and Regulation of Official Digital Currency Bill, 2021). इसके तहत रिजिर्व बैंक ऑफ इंडिया एक आधाकारिक क्रिप्टोकरेंसी जारी करने के लिए एक आसान फ्रेमवर्क तैयार करेगी.
इस बिल के तहत ऐसे प्रावधान लाए जाएंगे जिससे सारी प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी बैन हो जाएंगी. हालांकि, इसकी टेक्नोलॉजी और इस्तेमाल को लेकर कुछ अपवाद जरूर रखे जाएंगे.
सरकार की घोषणा के बाद भारत में क्रिप्टो मार्केट का क्या हाल है?
जैसे ही सरकार की तरफ से क्रिप्टो बिल को लेकर घोषणा हुई भारत में क्रिप्टो मार्केट धड़ाम से गिरा. लगभग हर बड़े क्रिप्टोकरेंसी में 15 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज हुई. WazirX के डेटा के मुताबिक, रुपये के संदर्भ में देखे तो बिटकॉइन में 17 फीसदी की गिरावट आई, इथेरियम में 14 फीसदी, डॉजकोइन में 20 फीसदी से अधिक और पोलकाडॉट में 14 फीसदी की गिरावट आई और डॉलर-पेग्ड टोकन टीथर भी लगभग 17 प्रतिशत नीचे रहा.
सरकार के क्रिप्टो पर विधेयक लाने की घोषणा के बाद बाजार गिरा
विदेशों में क्रिप्टोकरेंसी की क्या स्थिति है?
क्रिप्टो करेंसी को कई देशों में मान्यता दी गई है तो वहीं अधिकतर देश इस करेंसी की खिलाफ हैं. हाल ही में चीन ने क्रिप्टो क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? करेंसी पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी है. इसके अलावा नाइजीरिया, टर्की, बोलिविया, एक्वाडोर, कतर, बांग्लादेश, अल्जीरिया, इंडोनेशिया, वियतनाम में भी इस करेंसी पर पाबंदी लगी है.
वहीं अधिकतर देश अभी भी असमंजस की स्थिति में है कि इस करेंसी पर बैन लगना चाहिए या इसे वैध बना देना चाहिए. मध्य अमेरिका का अल सल्वाडोर दुनिया का पहला ऐसा देश है जहां क्रिप्टो करेंसी वैध है. रूस में क्रिप्टो करेंसी में निवेश तो कर सकते हैं लेकिन कुछ सामान खरीदने के लिए उसके इस्तेमाल पर पाबंदी है.
अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और यूरोप के कुछ देशों में इसे पूरी तरह मान्यता तो नहीं दी गई है लेकिन यहां इस पर कोई पाबंदी भी नहीं क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? है.
क्रिप्टो करेंसी में कितने भारतीय कर चुके हैं निवेश?
क्रिप्टो करेंसी बहुत ही ज्यादा परिवर्तनशील (वोलेटाइल) करेंसी है. ब्रोकर डिस्कवरी और Brokerchooser के मुताबिक भारत में बिटकॉइन ओनर की संख्या 10.07 करोड़ है. इसके अलावा अमेरिका में 2.74 करोड़, रूस (1.74 करोड़) और नाइजीरिया में बैन के बावजूद (1.30 करोड़) लोगों के पास क्रिप्टो करेंसी है.
भारत में क्रिप्टो बैन के खिलाफ और पक्ष में क्या तर्क?
मीडिया में चल रही खबरों के अनुसार सरकार प्राइवेट क्रिप्टो (e.g: Zcash, Monero, etc) को बैन करने की तैयारी में है. वहीं बिटकॉइन, इथीरियम पब्लिक क्रिप्टो में शामिल है. अब तक बिल पेश नहीं हुआ है इसलिए प्राइवेट और पब्लिक क्रिप्टो की बहस से बचना चाहिए.
न्यूज 18 से बातचीत में cashaa के संस्थापक और सीईओ कुमार गौरव ने कहा, "क्रिप्टोकरेंसी पर पूर्ण प्रतिबंध उचित नहीं होगा क्योंकि दुनिया इस दिशा में आगे बढ़ रही है. एक देश के रूप में अगर हम इसे नजरअंदाज करते हैं तो हम पीछे रह जाएंगे. हमें इसे उचित नियमों के साथ अपनाना चाहिए."
WazirX के फाउंडर और सीईओ ने कहा कि "सरकार का रुख पहले जैसा ही लगता है. हमें बिल में दी गई बातों को पढ़ना चाहिए. बिटकॉइन एक पब्लिक ब्लॉकचेन पर एक पब्लिक क्रिप्टो करेंसी है."
इंडिया टुडे से बातचीत में क्रिप्टो एजुकेशन प्लेटफॉर्म Bitnning के फाउंडर काशिफ रजा ने बताया कि सरकार का प्रस्ताव जो अब आज हमारे पास है वही पिछली बार भी सरकार द्वारा पेश किए गए बिल के समान है.''
केवल एक चीज जो क्रिप्टो निवेशकों को डरा रही है, वह है क्लॉज निजी क्रिप्टोकरेंसी पर प्रतिबंध लगाने के बारे में. मूल रूप से अगर हम इसके द्वारा जाते हैं, तो केवल सरकार द्वारा समर्थित करेंसी को ही अनुमति दी जाएगी, बाकी को क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? नहीं. लेकिन यह अंतिम नहीं है. हमें सावधानी बरतने की जरूरत है और पूरे बिल के आने का इंतजार करना चाहिए".
Unocoin के फाउंडर और सीईओ सात्विक विश्वनाथ का क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? मानना है-"प्राइवेट क्रिप्टो की परिभाषा कहीं भी उपलब्ध नहीं है, चाहे हम इसे पढ़ने का प्रयास करें. साथ ही सरकार की ओर से आज जो कुछ बातें हमारे पास हैं, उनके बारे में भी यह वही है जो उन्होंने पहले पेश किया था. लगता है कुछ भी नहीं बदला है. हमें इससे संभलकर चलना होगा. यह एक बहुत ही मनमाना शीर्षक है जो पिछली बार था, अब भी वही है. आज जो तीन, चार बातें निकली हैं, उन पर नजर डालें तो ऐसा लग सकता है क्या बिटकॉइन में निवेश करने का एक कानूनी और वैध तरीका है? कि कोई नया बिल नहीं है, यह पुराने जैसा ही है. फिलहाल, हम अभी इसका कोई मतलब नहीं निकाल सकते हैं. लेकिन हां, निवेशक निश्चित रूप से आशंकित हैं."