शेयरों का तकनीकी विश्लेषण

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के बारे में

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Jagranjosh

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत का सबसे बड़ा और तकनीकी रूप से अग्रणी स्टॉक एक्सचेंज है। यह मुंबई में स्थित है। इसकी स्थापना 1992 मे 25 करोड़ रुपये की समता पूँजी के साथ हई थी। कारोबार के लिहाज से यह विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। इसकी स्थापना देश में वित्तीय सुधार के लिए M.J. शेरवानी समिति की सिफारिस के आधार पर की गयी थी |

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत का सबसे बड़ा और तकनीकी रूप से अग्रणी स्टॉक एक्सचेंज है। यह मुंबई में स्थित है। इसकी स्थापना 1992 मे 25 करोड़ रुपये की समता पूँजी के साथ हई थी। कारोबार के लिहाज से यह विश्व का तीसरा सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। इसकी स्थापना देश में वित्तीय सुधार के लिए M.J. शेरवानी समिति की सिफारिस के आधार पर की गयी थी | इसके वीसैट (VSAT) टर्मिनल भारत के 320 शहरों तक फैले हुए हैं| नेशनल स्टाक एक्सचेंज का देशव्यापी नेटवर्क फैला हुआ है| निफ्टी, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के अंतर्गत आने वाला सूचकांक है | इसके अंतर्गत 50 कम्पनियाँ रजिस्टर्ड हैं , जबकि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (स्थापना 1875) के अंतर्गत सिर्फ 30 कम्पनियाँ हैं | इसे, एक आधुनिक व पूरी तरह से स्वचालित, स्क्रीन आधारित व्यापार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के बारे में प्रणाली प्रदान करने के लिए शीर्ष संस्थाओं द्वारा स्थापित किया गया था| नेशनल स्टॉक एक्सचेंज, सुप्रीम पारदर्शिता, दक्षता, गति, सुरक्षा और बाजार अखंडता के बारे में मजबूती लाने के लिए लाया गया है|

भारत में बैंकिंग क्षेत्र की संरचना

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निम्नलिखित बुनियादी मूल्यों के लिए समर्पित है:
1. वफ़ादारी
2. ग्राहक केंद्रित संस्कृति
3. व्यक्ति के प्रति सम्मान, देखभाल और विश्वास
4. टीमवर्क
5. उत्कृष्टता के लिए जुनून

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में अंतर
1. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में 50 कम्पनियाँ शामिल हैं जबकि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में 30 कम्पनियाँ हैं | इसी कारण नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को ज्यादा भरोसेमंद माना जाता है |
2. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के अंतर्गत आने वाला सूचकांक निफ्टी है जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के बारे में सेंसेक्स बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के अंतर्गत आता है |

इन दोनों सूचकांकों में समानता यह है कि दोनों ही संवेदी सूचकांक हैं और दोनों का काम शेयर बाजार की सही स्थिती निवेशकों को बताना है |

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है जिसमें शेयर, बांड, प्रतिभूतियां और अनेक प्रकार की सिक्योरिटीज लिस्टेड है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना साल 1992 में हुई थी। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स ‘निफ्टी’ है जिसमें की नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर टॉप 50 कंपनियों को शामिल किया जाता है। निफ्टी के परफॉर्मेंस के आधार पर ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का परफॉर्मेंस निर्धारित किया जाता है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना के बाद ही स्टॉक मार्केट में कागजी कार्यवाही के स्थान पर इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग की शुरुआत हुई जिससे स्टॉक मार्केट में अधिक पारदर्शिता आई। साल 1992 में हर्षद मेहता स्कैम के बाद निवेशकों का भरोसा शेयर बाजार से उठ गया जिसके बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग की सुविधा प्रदान करके निवेशकों का विश्वास जीता। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का मुख्य उद्देश्य शेयर बाजार को आधुनिक और विकसित बनाने के साथ इसमें होने वाले फ्रॉड पर अंकुश लगाना है।

National Stock Exchange क्या है ?

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज मुंबई में स्थित है, यह भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। यह 1992 से अस्तित्व में आया और यहीं से इलेक्ट्रोनिक एक्सचेंज सिस्टम की शुरुआत हुई और पेपर सिस्टम खत्म हुआ।

एनएसई ने 1996 से निफ्टी की शुरुआत की, जो टॉप 50 स्टॉक इंडेक्स दे रहा था और यह तेजी से भारतीय पूंजी बाज़ार की रीड बना। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को 1992 को कंपनी के रूप में पहचान मिली और 1992 में इसे सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट्स एक्ट, 1956 के तहत कर भुगतान कंपनी के रूप में स्थापित किया गया।

National stock exchange दुनिया का 11 वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है। इसका बजार पूंजीकरण (market capitalization) अप्रैल 2018 तक 2.27 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुच गया था ।

BSE यानि BOMBAY STOCK EXCHANGE क्या है ? :

बीएसई की स्थापना 1875 में हुई, इसे नेटिव शेयर और स्टॉक ब्रोकर एसोसिएशन’ के नाम से जाना जाता था। इसके बाद, 1957 के बाद भारत सरकार ने सिक्योरिटीज कॉन्ट्रैक्ट रेगुलेशन एक्ट, 1956 के तहत इसे भारत के प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज के रूप में मान्यता दे दी।

सेन्सेक्स की शुरुआत 1986 में हुई, यह भारत का पहला इक्विटी इंडेक्स है जो कि टॉप 30 एक्सचेंज ट्रेडिंग कंपनियों को एक पहचान दे रहा था। सेंसेक्स का आधार वर्ष 1978-79 है

1995 में, बीएसई की ऑनलाइन ट्रेडिंग शुरू हुई, उस समय इसकी क्षमता एक दिन में 8 मिलियन ट्रांजेक्शन थी।

बीएसई एशिया का पहला स्टॉक एक्सचेंज है, और यह मार्केट डेटा सर्विस, रिस्क मैनेजमेंट, सीडीएसएल (सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज लिमिटेड), डिपॉजिटरी सर्विसेज आदि सेवाएँ प्रदान करता है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज दुनिया का 12वा बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है, आउर जुलाई 2017 को इसका बाजार पूंजीकरण 2 ट्रिलियन डॉलर से ज़्यादा था।

बीएसई और एनएसई में मुख्य अंतर :

  • बीएसई और एनएसई दोनों भारत के बड़े शेयर बाज़ार हैं।
  • बीएसई पुराना और एनएसई नया है।
  • टॉप स्टॉक एक्सचेंज में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 10वां स्थान है वहीं एनएसई का 11वां।
  • इलेक्ट्रॉनिक एक्चेंज सिस्टम पहली बार एनएसई में 1992 में और बीएसई में 1995 में शुरू किया गया।
  • कितने शेयरों को शामिल किया जाता है : एनएसई का निफ्टी इंडेक्स 50 स्टॉक इंडेक्स दिखाता है वहीं बीएसई का सेन्सेक्स 30 स्टॉक एक्सचेंज दिखाता है।
  • बीएसई को 1957 में स्टॉक एक्सचेंज के रूप में पहचान मिली वहीं एनएसई को 1993 में पहचान मिली।
  1. एनएसई भारत का सबसे बड़ा एक्सचेंज है, बीएसई सबसे पुराना है।
  2. बीएसई 1875 में स्थापित हुआ, जब कि एनएसई 1992 में।
  3. एनएसई का बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी है, जब कि बीएसई का सेन्सेक्स है। एनएसई में 1696 और बीएसई में 5749 कंपनियाँ सूचीबद्ध हैं।
  4. इनकी ग्लोबल रैंक 11 और 10 है।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज है जिसमें शेयर, बांड, प्रतिभूतियां और अनेक प्रकार की सिक्योरिटीज लिस्टेड है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना साल 1992 में हुई थी। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का बेंचमार्क इंडेक्स ‘निफ्टी’ है जिसमें की नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में रजिस्टर टॉप 50 कंपनियों को शामिल किया जाता है। निफ्टी के परफॉर्मेंस के आधार पर ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का परफॉर्मेंस निर्धारित किया जाता है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना के बाद ही स्टॉक मार्केट में कागजी कार्यवाही के स्थान पर इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग की शुरुआत हुई जिससे स्टॉक मार्केट में अधिक पारदर्शिता आई। साल 1992 में हर्षद मेहता स्कैम के बाद निवेशकों का भरोसा शेयर बाजार से उठ गया जिसके बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग की सुविधा प्रदान करके निवेशकों का विश्वास जीता। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का मुख्य उद्देश्य शेयर बाजार को आधुनिक और विकसित बनाने के साथ इसमें होने वाले फ्रॉड पर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के बारे में अंकुश लगाना है।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया की स्थापना कब हुई थी?

Key Points

  • नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया की स्थापना 1992 में हुई थी।
    • नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ़ इंडिया लिमिटेड (NSE) भारत का प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज है, जो मुंबई, महाराष्ट्र में स्थित है।
    • NSE की स्थापना 1992 में देश में पहले अभौतिकीकृतइलेक्ट्रॉनिक एक्सचेंज के रूप में हुई थी।
    • NSE देश में एक आधुनिक, पूरी तरह से स्वचालित स्क्रीन-आधारित इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग सिस्टम प्रदान करने वाला पहला एक्सचेंज था जिसने देश की लंबाई और चौड़ाई में फैले निवेशकों को आसान व्यापारिक सुविधाएं प्रदान कीं।
    • विक्रम लिमये NSE के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।
    • नेशनल स्टॉक एक्सचेंज को भारतीय इक्विटी बाजारों में पारदर्शिता लाने के लिए शामिल किया गया था।
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