दिन के कारोबार के लिए एक परिचय

सिगनल को उपलब्ध कराने वाले

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Circular - Examination, Qualification, Degree etc

केंद्र प्रवर्तित योजना “व्यवसायिक शिक्षा” के अंतर्गत धन दो स्तर पर संचालित व्यावसायिक पाठ्यक्रम पास छात्रों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के संबंध में राज्य के सेवा भर्ती नियमों में संशोधन विषयक Full Document

निम्न श्रेणी लिपिक एवं मुद्रलेखक के पद पर नियुक्ति- हिंदी मुद्रलेखन परीक्षा उत्तीर्ण करने की अवधि में वृद्धि

निम्न श्रेणी लिपिक एवं मुद्रलेखक के पद पर नियुक्ति- हिंदी मुद्रलेखन परीक्षा उत्तीर्ण करने की अवधि में वृद्धि Full Document

निम्न श्रेणी लिपिक एवं मुद्रलेखक के पद पर नियुक्ति- हिंदी मुद्रलेखन परीक्षा उत्तीर्ण करने की अवधि में वृद्धि

निम्न श्रेणी लिपिक एवं मुद्रलेखक के पद पर नियुक्ति- हिंदी मुद्रलेखन परीक्षा उत्तीर्ण करने की अवधि में वृद्धि Full Document

शासन के अधीन विभिन्न पदों पर सीधी भर्ती से सिगनल को उपलब्ध कराने वाले अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति से भरे जाने वाले आरक्षित पदों पर नियुक्तियां हिंदी मुद्रलेखन परीक्षा उत्तीर्ण करने की अवधि में वृद्धि

शासन के अधीन विभिन्न पदों पर सीधी भर्ती से अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति से भरे जाने वाले आरक्षित पदों पर नियुक्तियां हिंदी मुद्रलेखन परीक्षा उत्तीर्ण करने की अवधि में वृद्धि Full Document

निम्न श्रेणी लिपिक एवं मुद्रलेखक के पद पर नियुक्ति- हिंदी मुद्रलेखन परीक्षा उत्तीर्ण करने की अवधि में वृद्धि

निम्न श्रेणी लिपिक एवं मुद्रलेखक के पद पर नियुक्ति- हिंदी मुद्रलेखन परीक्षा उत्तीर्ण करने की अवधि में वृद्धि Full Document

शासकीय पॉलिटेक्निक, खुरई में चलाए जा रहे एडवांस टेक्नीशियन कोर्स इन रूरल टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के पोस्ट डिप्लोमा पाठ्यक्रम को रोजगार हेतु मान्यता

शासकीय पॉलिटेक्निक, खुरई में चलाए जा रहे एडवांस टेक्नीशियन कोर्स इन रूरल टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट के पोस्ट डिप्लोमा पाठ्यक्रम को रोजगार हेतु मान्यता Full Document

शासकीय महिला पॉलिटेक्निक, सागर, रायपुर एवं बुरहानपुर में चलाए जा रहे कमर्शियल प्रैक्टिस /सचिवालयीन प्रैक्टिस एवं स्टेनोग्राफी पाठ्यक्रम की अहर्ता को मान्यता

शासकीय महिला पॉलिटेक्निक, सागर, रायपुर एवं बुरहानपुर में चलाए जा रहे कमर्शियल प्रैक्टिस /सचिवालयीन प्रैक्टिस एवं स्टेनोग्राफी पाठ्यक्रम की अहर्ता को मान्यता Full Document

मध्यप्रदेश पॉलिटेक्निक संस्थाओं द्वारा चलाए जा रहे 1 1/2वर्षी कंप्यूटर एप्लीकेशन पत्रोपाधि (डिप्लोमा) को मान्यता देने बाबत

मध्यप्रदेश पॉलिटेक्निक संस्थाओं द्वारा चलाए जा रहे 1 1/2वर्षी कंप्यूटर एप्लीकेशन पत्रोपाधि (डिप्लोमा) को मान्यता देने बाबत Full Document

सरदार वल्लभभाई पटेल शासकीय पॉलिटेक्निक, भोपाल द्वारा प्रदत्त अप्लाईड वीडियो ग्राफी के त्रिवर्षीय डिप्लोमा को मान्यता देने बाबत

सरदार वल्लभभाई पटेल शासकीय पॉलिटेक्निक, भोपाल द्वारा प्रदत्त अप्लाईड वीडियो ग्राफी के त्रिवर्षीय डिप्लोमा को मान्यता देने बाबत Full Document

अवधेश प्रतापसिंह विश्वविद्यालय, रीवा द्वारा संचालित प्राच्य संस्कृत परीक्षाओं को मान्यता देने के संबंध में

अवधेश प्रतापसिंह विश्वविद्यालय, रीवा द्वारा संचालित प्राच्य संस्कृत परीक्षाओं को मान्यता देने के संबंध में Full Document

Recognition of the Diploma in Mining and Mines Surveying of the Regional Training Institute Bisrampur (District Surguja),

Recognition of the Diploma in Mining and Mines Surveying of the Regional Training Institute Bisrampur (District Surguja), Full Document

शासकीय सेवकों को शैक्षणिक योग्यता बढ़ाने हेतु अनुमति प्रदान करने बाबत

शैक्षणिक सत्र 1983- 84 में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को शैक्षणिक योग्यता में वृद्धि करने की अनुमति के संबंध में

शैक्षणिक सत्र 1983- 84 में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को शैक्षणिक योग्यता में वृद्धि करने की अनुमति के संबंध में Full Document

निम्न श्रेणी लिपिक एवं मुद्रलेखक के पद पर नियुक्तियां - हिंदी मुद्रलेखन परीक्षा उत्तीर्ण करने की अवधि में वृद्धि

निम्न श्रेणी लिपिक एवं मुद्रलेखक के पद पर नियुक्तियां - हिंदी मुद्रलेखन परीक्षा उत्तीर्ण करने की अवधि में वृद्धि Full Document

RECOGNITION OF TECHNICAL AND PROFESSIONAL QUALIFICATIONS.

हिंदी मुद्रलेखन परीक्षा अनुत्तीर्ण कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त न करने बाबत

शासकीय पॉलिटेक्निक संस्थानों द्वारा 2 वर्षीय कमर्शियल प्रैक्टिस तथा सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस डिप्लोमा को शीघ्रलेखक के पद पर नियुक्ति के लिए मान्यता प्रदान करना

शासकीय पॉलिटेक्निक संस्थानों द्वारा 2 वर्षीय कमर्शियल प्रैक्टिस तथा सेक्रेटेरियल प्रैक्टिस डिप्लोमा को शीघ्रलेखक के पद पर नियुक्ति के लिए मान्यता प्रदान करना Full Document

मध्यप्रदेश में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में मुद्रलेखन व्यवसाय प्रमाण पत्र को मुद्रलेखक के पद पर नियुक्ति के लिए मान्यता

मध्यप्रदेश में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थाओं में मुद्रलेखन व्यवसाय प्रमाण पत्र को मुद्रलेखक के पद पर नियुक्ति के लिए मान्यता Full Document

कोर आफ सिगनल (आर्मी) में सिखाये और प्रेक्टिस कराये जाने वाले व्‍यवसायों को दस्‍तकार प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत औद्योगिक प्रशिक्षण संस्‍थाओं में सिखाए जाने वाले व्‍यवसायों के समान मान्‍यता प्रदान करना

कोर आफ सिगनल (आर्मी) में सिखाये और प्रेक्टिस कराये जाने वाले व्‍यवसायों को दस्‍तकार प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत औद्योगिक प्रशिक्षण संस्‍थाओं में सिखाए जाने वाले व्‍यवसायों के समान मान्‍यता प्रदान करना Full Document

सिगनल को उपलब्ध कराने वाले

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आगामी सर्दियों तथा कोहरे के मौसम में रेलवे पूर्ण मुस्तैद, रेल संचालन में संरक्षा के किये विशेष प्रबन्ध

आगामी सर्दियों तथा कोहरे के मौसम में रेलवे पूर्ण मुस्तैद, रेल संचालन में संरक्षा के किये विशेष प्रबन्ध

जयपुर, 9 नवंबर (हि.स.)। उत्तर भारत में सर्दियों के मौसम में कोहरे की अधिकता के कारण मुख्यतः रेल यातायात भी प्रभावित होता है। उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर एवं बीकानेर मण्डल के रेलखण्ड प्रमुखतः कोहरे की अधिकता से प्रभावित रहते है। कोहरे की अधिकता वाले रेलखण्डो में रेलसेवाओं के सुरक्षित संचालन के लिये रेलवे ने विशेष अतिरिक्त प्रबन्ध किये है। जिसमें सम्बंधित विभाग इंजीनियरिंग, सिगनल एंव दूरसंचार, विद्युत, यांत्रिक, परिचालन व संरक्षा विभाग द्वारा किसी भी प्रकार की परिस्थिति में संरक्षित रेल संचालन के लिए दिशानिर्देश जारी किये गये है।

उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार सर्दियों के मौसम में कोहरे की अधिकता के दौरान गाडी संचालन में संरक्षा एवं सुरक्षा को देखते उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा विशेष प्रंबध किये गये है। संरक्षित रेल संचालन को सुनिश्चित करने के लिये महाप्रबंधक-उत्तर पश्चिम रेलवे विजय शर्मा ने सभी विभागाध्यक्षों को सर्दियों के मौसम में विशेष सतर्कता के साथ कार्य करने के लिये समीक्षा बैठक में भी निर्देशित किया। कैप्टन शशि किरण के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे पर कोहरे की अधिकता वाले रेलखण्डों को चिन्हित किया गया है तथा सभी कोहरे से प्रभावित स्टेशनों पर विजीबिलिटी टेस्ट आब्जेक्ट (अीटीओ) की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। विजीबिलिटी टेस्ट आब्जेक्ट के उपयोग से स्टेषन पर दृश्यता को जांचा जाता है। इसके साथ ही घने कोहरे वाले रेलखण्डों में चलने वाली समस्त रेलसेवाओं के लोको पायलेट को फोग सेफ्टी डिवाईस उपलब्ध करवाये जा रहे है। सम्पूर्ण उत्तर पश्चिम रेलवे पर कुल 877 फोग सेफ्टी डिवाईस उपलब्ध है एवं इन सभी में धुन्ध/कोहरे वाले रेलखण्ड की जीपीएस मैपिंग कर दी गई है। इस रेलवे के जयपुर एवं बीकानेर मण्डल पर प्रायः धुन्ध एवं कोहरे की अधिकता रहती है। इस कारण इन मण्डलों पर सिगनल को उपलब्ध कराने वाले अधिक फोग सेफ्टी डिवाईस का प्रयोग किया जाता है। फोग सेफ्टी डिवाईस को इंजन पर लगा दिया जाता है, यह डिवाईस ऑन होने के बाद जीपीएस प्रणाली द्वारा उस खण्ड में स्थित सभी सिग्नलों की दूरी के बारे में लोको पायलेट को पूर्व में ही अवगत कराता रहता है। जिससे लोको पायलेट अपनी गाडी की स्पीड की नियंत्रित कर संरक्षा सुनिश्चित करता है। इसके अतिरिक्त कोहरे वाले रेलखण्डों में सभी स्तर के कर्मचारियों के लिये सेफ्टी सेमीनार का आयोजन किया जा रहा है तथा कम तापमान के दौरान रेल/वेल्डिंग फेलियर की पहचान कर उनको रिपेयर किया जा रहा है तथा फिश प्लेटों का अनुरक्षण, ट्रेक रिन्यूअल जैसे कार्य पूरे किये जा रहे है।

कोहरे वाले रेलखण्ड के स्टेशनों, समपार फाटकों एवं पूर्व चिन्हित जगहों पर डेटोनेटर (पटाखे) की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। लोको पायलेट को सिगनल एवं अन्य संकेतको की दृश्यता ठीक प्रकार से दिखे इसके लिए संकेतको पर पुनः पेटिंग एवं चमकीले साईन बोर्ड तथा संकेतको के पास गिट्टियों को चुने से रंगा गया है। इसके अतिरिक्त ऐसे खण्ड में पेट्रोलिंग की आवृति को बढाकर रेलपथ की निगरानी को बढाया गया है। कोहरे के मौसम में संरक्षा को सुदृढ करने के लिए रेलकर्मियों के विशेष प्रशिक्षण की व्यवस्था, निरीक्षकों/अधिकारियों द्वारा रेलवे स्टॉफ की सजगता को लगातार चैक किया जा रहा है।

WhatsApp को जिस तरह छोड़ा गया इससे साफ है कि भारतीयों के लिए प्राइवेसी अहम मुद्दा है: Signal चेयरमैन

WhatsApp द्वारा प्राइवेसी पॉलिसी को अपडेट किए जाने के बाद दुनियाभर में उसकी आलोचना हो रही है. ऐसे में प्राइवेसी पसंद लोग सिग्नल और टेलीग्राम जैसे ऐप्स का रुख कर रहे हैं. इस बीच हमारी सहयोगी वेबसाइट इंडिया टुडे टेक ने सिग्नल फाउंडेशन के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन Brian Acton से बातचीत की है.

Brian Acton

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 18 जनवरी 2021,
  • (अपडेटेड 18 जनवरी 2021, 6:16 PM IST)
  • नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन सिगनल को उपलब्ध कराने वाले है सिग्नल फाउंडेशन
  • ब्रायन एक्टन वॉट्सऐप के भी को-फाउंडर रहे हैं
  • सिगनल का रेवेन्यू मॉडल डोनेशन्स और कंट्रीब्यूशन है

WhatsApp द्वारा प्राइवेसी पॉलिसी को अपडेट किए जाने के बाद दुनियाभर में उसकी आलोचना हो रही है. ऐसे में प्राइवेसी पसंद लोग सिग्नल और टेलीग्राम जैसे ऐप्स का रुख कर रहे हैं. इस बीच हमारी सहयोगी वेबसाइट इंडिया टुडे टेक ने सिग्नल फाउंडेशन के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन Brian Acton से बातचीत की है. इसमें उन्होंने पिछले कुछ दिनों से प्लेटफॉर्म को मिल रही बढ़त और वॉट्सऐप की प्राइवेसी पॉलिसी पर इंडियन यूजर्स के रिएक्शन जैसे मुद्दों पर अपने विचार रखे हैं. इस इंटरव्यू में ब्रायन एक्टन ने कहा कि जिस तरह से भारतीय वॉट्सऐप को छोड़ रहे हैं, इससे पता चलता है कि उनके लिए प्राइवेसी काफी महत्वपूर्ण है.

आपको बता दें ब्रायन एक्टन WhatsApp के को-फाउंडर भी रहे हैं. हालांकि, फेसबुक द्वारा प्लेटफॉर्म के अधिग्रहण किए जाने के बाद उन्होंने इसे छोड़ दिया था. एक्टन ने इंटरव्यू के दौरान कहा है कि सिग्नल का फोकस उन फीचर्स को उपलब्ध कराने में रहेगा, जिसकी जरूरत यूजर्स को है. वॉट्सऐप या किसी और प्लेटफॉर्म जैसे फीचर्स पर हम ज्यादा ध्यान नहीं देंगे. यहां आप पूरे इंटरव्यू में से कुछ सवाल-जवाब देख सकते हैं.

सवाल: पिछले एक हफ्ते में Signal को काफी बढ़त मिली, क्या आप इस पर कोई आंकड़ा बता सकते हैं?

जवाब- ऐप को भारत के हर कोने से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. 70 देशों में iOS ऐप स्टोर चार्ट पर ये ऐप टॉप पर है. साथ ही 50 से ज्यादा देशों में एंड्रॉयड ऐप स्टोर में भी लीडिंग पोजिशन पर है. आज ही हमने एंड्रॉयड पर 50 मिलियन डाउनलोड्स का आंकड़ा पार किया है और इसमें भारतीय यूजर्स की बड़ी संख्या है.

सवाल: अभी तक किसी भी ऐप ने वॉट्सऐप को चैलेंज नहीं किया था. लेकिन अब हमारे पास सिग्नल है और दोनों ही प्लेटफॉर्म्स को आपस में कंपेयर किया जा रहा है. इसे आप कैसे देखते हैं?

जवाब: मुझे लगता है कि सिग्नल ने अपनी जगह खुद बनाई है. क्योंकि यूजर्स इसे इस्तेमाल करने के लिए सबसे सेफ ऐप के रूप में देखते हैं. हम डेटा कलेक्ट नहीं करते. भारत समेत पूरी दुनिया इसे देख रही है. हमने बेहद थोड़े से समय में ही काफी बड़ा बदलाव देखा है. ऐसे में हम कड़ी मेहनत करेंगे और इसे आगे भी जारी रखेंगे. ताकी सिग्नल में सब सेफ रहें.

सवाल: सिग्नल का ऐसा कौन सा फीचर है, जिसे आप मानते हैं कि वो वॉट्सऐप से बेहतर है?

जवाब: फिलहाल हम भारत में सबसे पॉपुलर और नंबर 1 ऐप हैं. यानी देश के लिए प्राइवेसी ज्यादा जरूरी है. यानी दूसरे मैसेजिंग ऐप्स की तुलना में प्राइवेसी ही हमारी सबसे बड़ी खूबी है. हम चाहते हैं कि आपका डेटा आपके पास ही रहे. यहां कोई ऐड, कोई ट्रैकर और कोई एनालिटिक्स नहीं है.

सिग्नल स्टेट ऑफ द आर्ट एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का इस्तेमाल करता है. ऐसे में ये आपके मैसेज नहीं पढ़ सकता. ना ही फोटोज को देख सकता है और ना ही आपके कॉल्स को सुन सकता है. यहां तक आपकी प्रोफाइल फोटो तक नहीं देख सकता. सिग्नल की खोज लोगों की बेसिक एक्सपेक्टेशन पूरी करने के उद्देश्य से की गई है कि कोई प्राइवेट कंपनी या कोई भी उन्हें ट्रैक ना कर सके.

सवाल: वॉट्सऐप अपने काफी अच्छे फीचर्स की वजह से एक पॉपुलर ऐप है. क्या आप वैसे ही फीचर्स सिग्लन में भी लाने की तैयारी में हैं?

जवाब: फिलहाल सिग्नल के इंजीनियर्स उन फीचर्स को ऐप में लाने के लिए काम कर रहे हैं जो यूजर्स द्वारा सबसे ज्यादा रिक्वेस्ट किए जा रहे हैं. उन्हीं फीचर्स पर काम करना पसंद करेंगे जिनकी मांग हमारे यूजर्स करेंगे. हमारे लिए भारतीय यूजर्स काफी महत्वपूर्ण हैं, हम उन्हें ज्यादा सुनना पसंद करेंगे. फिलहाल हम वॉलपेपर्स लॉन्च करने वाले हैं. पिछले कुछ दिनों में ये मोस्ट रिक्वेस्टेड फीचर है. साथ ही हम ऐप में गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और ऊर्दू जैसी कई भारतीय भाषाओं का भी सपोर्ट जल्द दिया जाएगा. साथ ही नोट टू सेल्फ जैसे कई अलग फीचर्स भी देखने को मिलेंगे.

सवाल: सिग्नल फाउंडेशन एक नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन के तौर पर रजिस्टर्ड है. लेकिन जिस तेजी से यूजर्स बढ़ रहे हैं इससे साफ है कि इसे मेनटेन करने की लागत भी ज्यादा आएगी. ऐसे में आप किस तरह के रेवेन्यू मॉडल की तरफ देख रहे हैं?

जवाब: जो कंपनी प्रॉफिट के लिए बनाई जाती है, उसका उद्देश्य होता है और प्रॉफिट कमाना. सिग्नल एक इंडिपेंडेंट नॉनप्रॉफिट कंपनी है और हमारा उद्देश्य भी अलग है. हमारे लिए लोगों की प्राइवेसी काफी प्रमुख है. हम डोनेशन्स और कंट्रीब्यूशन्स का रेवेन्यू मॉडल अपनाते हैं. हम आगे भी इसे जारी रखेंगे.

सवाल: भारतीय बाजार के लिए आपका क्या प्लान है? क्या हमें इंडिया स्पेसिफिक फीचर्स फ्यूचर में देखने को मिलेंगे?

जवाब: वॉलपेपर्स और एनिमेटेड स्टिकर्स ये दो फीचर हैं, जिनकी डिमांड इंडिया में सबसे ज्यादा की गई. हमने इसे देखते ही पहले हफ्ते में ही डेवलप कर लिया. हम आगे भी ऐप को इंप्रूव करना जारी रखेंगे और यूजर्स की रिक्वेस्ट पर फीचर्स लाएंगे.

WhatsApp को जिस तरह छोड़ा गया इससे साफ है कि भारतीयों के लिए प्राइवेसी अहम मुद्दा है: Signal चेयरमैन

WhatsApp द्वारा प्राइवेसी पॉलिसी को अपडेट किए जाने के बाद दुनियाभर में उसकी आलोचना हो रही है. ऐसे में प्राइवेसी पसंद लोग सिग्नल और टेलीग्राम जैसे ऐप्स का रुख कर रहे हैं. इस बीच हमारी सहयोगी वेबसाइट इंडिया टुडे टेक ने सिग्नल फाउंडेशन के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन Brian Acton से बातचीत की है.

Brian Acton

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 18 जनवरी 2021,
  • (अपडेटेड 18 जनवरी 2021, 6:16 PM IST)
  • नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन है सिग्नल फाउंडेशन
  • ब्रायन एक्टन वॉट्सऐप के भी को-फाउंडर रहे हैं
  • सिगनल का रेवेन्यू मॉडल डोनेशन्स और कंट्रीब्यूशन है

WhatsApp द्वारा प्राइवेसी पॉलिसी को अपडेट किए जाने के बाद दुनियाभर में उसकी आलोचना हो रही है. ऐसे में प्राइवेसी पसंद लोग सिग्नल और टेलीग्राम जैसे ऐप्स का रुख कर रहे हैं. इस बीच हमारी सहयोगी वेबसाइट इंडिया टुडे टेक ने सिग्नल फाउंडेशन के एग्जीक्यूटिव चेयरमैन Brian Acton से बातचीत की है. इसमें उन्होंने पिछले कुछ दिनों से प्लेटफॉर्म को मिल रही बढ़त और वॉट्सऐप की प्राइवेसी पॉलिसी पर इंडियन यूजर्स के रिएक्शन जैसे मुद्दों पर अपने विचार रखे हैं. इस इंटरव्यू में ब्रायन एक्टन ने कहा कि जिस तरह से भारतीय वॉट्सऐप को छोड़ रहे हैं, इससे पता चलता है कि उनके लिए प्राइवेसी काफी महत्वपूर्ण है.

आपको बता दें ब्रायन एक्टन WhatsApp के को-फाउंडर भी रहे हैं. हालांकि, फेसबुक द्वारा प्लेटफॉर्म के अधिग्रहण किए जाने के बाद उन्होंने इसे छोड़ दिया था. एक्टन ने इंटरव्यू के दौरान कहा है कि सिग्नल का फोकस उन फीचर्स को उपलब्ध कराने में रहेगा, जिसकी जरूरत यूजर्स को है. वॉट्सऐप या किसी और प्लेटफॉर्म जैसे फीचर्स पर हम ज्यादा ध्यान नहीं देंगे. यहां आप पूरे इंटरव्यू में से कुछ सवाल-जवाब देख सकते हैं.

सवाल: पिछले एक हफ्ते में Signal को काफी बढ़त मिली, क्या आप इस पर कोई आंकड़ा बता सकते हैं?

जवाब- ऐप को भारत के हर कोने से काफी अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है. 70 देशों में iOS ऐप स्टोर चार्ट पर ये ऐप टॉप पर है. साथ ही 50 से ज्यादा देशों में एंड्रॉयड ऐप स्टोर में भी लीडिंग पोजिशन पर है. आज ही हमने एंड्रॉयड पर 50 मिलियन डाउनलोड्स का आंकड़ा पार किया है और इसमें भारतीय यूजर्स की बड़ी संख्या है.

सवाल: अभी तक किसी भी ऐप ने वॉट्सऐप को चैलेंज नहीं किया था. लेकिन अब हमारे पास सिग्नल है और दोनों ही प्लेटफॉर्म्स को आपस में कंपेयर किया जा रहा है. इसे आप कैसे देखते हैं?

जवाब: मुझे लगता है कि सिग्नल ने अपनी जगह खुद बनाई है. क्योंकि यूजर्स इसे इस्तेमाल करने के लिए सबसे सेफ ऐप के रूप में देखते हैं. हम डेटा कलेक्ट नहीं करते. भारत समेत पूरी दुनिया इसे देख रही है. हमने बेहद थोड़े से समय में ही काफी बड़ा बदलाव देखा है. ऐसे में हम कड़ी मेहनत करेंगे और इसे आगे भी जारी रखेंगे. ताकी सिग्नल में सब सेफ रहें.

सवाल: सिग्नल का ऐसा कौन सा फीचर है, जिसे आप मानते हैं कि वो वॉट्सऐप से बेहतर है?

जवाब: फिलहाल हम भारत में सबसे पॉपुलर और नंबर 1 ऐप हैं. यानी देश के लिए प्राइवेसी ज्यादा जरूरी है. यानी दूसरे मैसेजिंग ऐप्स की तुलना में प्राइवेसी ही हमारी सबसे बड़ी खूबी है. हम चाहते हैं कि आपका डेटा आपके पास ही रहे. यहां कोई ऐड, कोई ट्रैकर और कोई एनालिटिक्स नहीं है.

सिग्नल स्टेट ऑफ द आर्ट एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का इस्तेमाल करता है. ऐसे में ये आपके मैसेज नहीं पढ़ सकता. ना ही फोटोज को देख सकता है और ना ही आपके कॉल्स को सुन सकता है. यहां तक आपकी प्रोफाइल फोटो तक नहीं देख सकता. सिग्नल की खोज लोगों की बेसिक एक्सपेक्टेशन पूरी करने के उद्देश्य से की गई है कि कोई प्राइवेट कंपनी या कोई भी उन्हें ट्रैक ना कर सके.

सवाल: वॉट्सऐप अपने काफी अच्छे फीचर्स की वजह से एक पॉपुलर ऐप है. क्या आप वैसे ही फीचर्स सिग्लन में भी लाने की तैयारी में हैं?

जवाब: फिलहाल सिग्नल के इंजीनियर्स उन फीचर्स को ऐप में लाने के लिए काम कर रहे हैं जो यूजर्स द्वारा सबसे ज्यादा रिक्वेस्ट किए जा रहे हैं. उन्हीं फीचर्स पर काम करना पसंद करेंगे जिनकी मांग हमारे यूजर्स करेंगे. हमारे लिए भारतीय यूजर्स काफी महत्वपूर्ण हैं, हम उन्हें ज्यादा सुनना पसंद सिगनल को उपलब्ध कराने वाले करेंगे. फिलहाल हम वॉलपेपर्स लॉन्च करने वाले हैं. पिछले कुछ दिनों में ये मोस्ट रिक्वेस्टेड फीचर है. साथ ही हम ऐप में गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और ऊर्दू जैसी कई भारतीय भाषाओं का भी सपोर्ट जल्द दिया जाएगा. साथ ही नोट टू सेल्फ जैसे कई अलग फीचर्स भी देखने को मिलेंगे.

सवाल: सिग्नल फाउंडेशन एक नॉन-प्रॉफिट ऑर्गेनाइजेशन के तौर पर रजिस्टर्ड है. लेकिन जिस तेजी से यूजर्स बढ़ रहे हैं इससे साफ है कि इसे मेनटेन करने की लागत भी ज्यादा आएगी. ऐसे में आप किस तरह के रेवेन्यू मॉडल की तरफ देख रहे हैं?

जवाब: जो कंपनी प्रॉफिट के लिए बनाई जाती है, उसका उद्देश्य होता है और प्रॉफिट कमाना. सिग्नल एक इंडिपेंडेंट नॉनप्रॉफिट कंपनी है और हमारा उद्देश्य भी अलग है. हमारे लिए लोगों की प्राइवेसी काफी प्रमुख है. हम डोनेशन्स और कंट्रीब्यूशन्स का रेवेन्यू मॉडल अपनाते हैं. हम आगे भी इसे जारी रखेंगे.

सवाल: भारतीय बाजार के लिए आपका क्या प्लान है? क्या हमें इंडिया स्पेसिफिक फीचर्स फ्यूचर में देखने को मिलेंगे?

जवाब: वॉलपेपर्स और एनिमेटेड स्टिकर्स ये दो फीचर हैं, जिनकी डिमांड इंडिया में सबसे ज्यादा की गई. हमने इसे देखते ही पहले हफ्ते में ही डेवलप कर लिया. हम आगे भी ऐप को इंप्रूव करना जारी रखेंगे और यूजर्स की रिक्वेस्ट पर फीचर्स लाएंगे.

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